पंजाबभर में गैर-राजनीतिक किसान संगठनों ने रेल रोको आंदोलन शुरू कर दिया है। आंदोलन के तहत पूरे राज्य में दोपहर 1 से 3 बजे तक दो घंटे ट्रेनों की आवाजाही रोक दी जाएगी। अमृतसर से लुधियाना तक के मार्ग पर 19 जिलों के 26 स्थानों पर रेल ट्रैक पर धरना दिया जा रहा है। संयुक्त किसान मोर्चा के नेता सरवन सिंह पंधेर ने पुष्टि की कि कुल 26 जगहों पर किसान ट्रेनें रोकेंगे।
किसानों के इस कदम से अमृतसर, जालंधर, लुधियाना, पटियाला, बठिंडा समेत 19 जिलों में रेल यातायात प्रभावित होने की आशंका है। पंधेर का कहना है कि केंद्र सरकार ने अभी तक एमएसपी की कानूनी गारंटी सहित अन्य मांगों पर कोई निर्णय नहीं लिया, इसी कारण यह आंदोलन आवश्यक हो गया है।
किसानों की पिछली रैली में भी उठी थीं मांगें
संयुक्त किसान मोर्चा ने 26 नवंबर को चंडीगढ़ में विशाल रैली कर मुआवजे की राशि बढ़ाने, स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों के आधार पर एमएसपी की कानूनी गारंटी और बिजली (संशोधन) विधेयक 2025 को वापस लेने जैसी मांगों पर सरकार पर दबाव बनाया था।
मध्यप्रदेश के धार में भी किसानों का आंदोलन
1 दिसंबर को मध्यप्रदेश के धार जिले में किसानों ने कर्ज माफी और एमएसपी गारंटी कानून की मांग को लेकर टोल प्लाजा पर धरना दिया था। देर शाम प्रशासन व किसान नेताओं की बातचीत के बाद धरना स्थगित कर दिया गया। धार जिलाधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री मोहन यादव के निर्देश पर किसानों की चिंताओं को सुना गया। केंद्र से संबंधित मुद्दों को स्थानीय सांसदों के माध्यम से उचित अधिकारियों तक भेजा जाएगा, जबकि राज्य से जुड़े मुद्दों को जिला प्रशासन राज्य सरकार के समक्ष रखेगा, ताकि समाधान निकाला जा सके। किसानों के देशभर में जारी ये आंदोलन एक बार फिर एमएसपी और कृषि सुधारों पर केंद्र व राज्यों से ठोस निर्णय की मांग को प्रमुखता से उठा रहे हैं।