लखनऊ। उप्र सरकार ने बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी के 9 गैंगों को पूरी तरह से समाप्त करने के लिए ‘ऑपरेशन प्रहार’ की तैयारी कर ली है। इस आपरेशन के तहत मुख्तार के 154 सहयोगियों पर शिकंजा कसा जाएगा। आपरेशन प्रहार की निगरानी खुद सीएम योगी आदित्यनाथ कर रहे हैं।
बताया जा रहा है इसके लिए मऊ पुलिस में एंटी माफिया सेल का गठन भी किया है। मऊ के अलावा गाजीपुर, गोरखपुर, आजमगढ़ समेत कई जिलों में मौजूद मुख्तार के सहयोगियों की कुंडली खंगाली जा रही है। अब तक 154 करीबियों को पुलिस ने रडार पर ले लिया है।
इनकी रजिस्ट्री से लेकर इनकम तक की जांच शुरू हो गई है। पूरे मामले की सीएम योगी खुद निगरानी कर रहे हैं। जिले के एसपी पूरे मामले से सीएम को अवगत करा रहे हैं। बताया जा है कि एंटी माफिया सेल में क्षेत्राधिकारी नगर धनंजय मिश्र, एसडीएम न्यायिक अखिलेश को भी तैनात किया गया है।
मुख्तार के सहयोगियों के खिलाफ गैंगों को पंजीकृत करके पुलिस नजर रख रही है। इसमें गैंग के लीडर व इनके सदस्यों पर निगरानी रखे हुये हैं। इसमें अपराधिक गैंग आईआर 09 के फरार चल रहे लीडर अनुज कन्नौजिया की तलाश जारी है। आपराधिक गैंग डी-08 का लीडर अजीत सिंह मर चुका है।
करीबी की संपत्ति पर नोटिस चस्पा
इसी क्रम में मुख्तार अंसारी के करीबी अफरोज के भाई की कुर्क संपत्ति पर पुलिस ने बुधवार को नोटिस चस्पा कर दी। नोटिस चस्पा करने की कार्रवाई बाराबंकी की देवा और सोनभद्र की चोपन पुलिस ने की। चोपन थाना क्षेत्र के पटवध में बनारस-शक्तिनगर हाईवे पर गैंगस्टर के आरोपी अफरोज खान के भाई उमेर खान की जमीन थी।