चंडीगढ़ — पंजाब सरकार ने राज्य के सरकारी स्कूलों में बच्चों को पोषणयुक्त आहार उपलब्ध कराने के लिए मिड-डे मील योजना में बड़ा बदलाव किया है। अब छात्रों के भोजन में मौसमी फल भी शामिल किए जाएंगे। इसके साथ ही सरकार ने अलग से एक नाश्ता योजना शुरू करने की दिशा में भी कदम बढ़ा दिए हैं, जिसका ब्लूप्रिंट तैयार कर लिया गया है।
राज्य सरकार का कहना है कि इस कदम से बच्चों में कुपोषण की समस्या कम होगी और स्कूलों में उपस्थिति बढ़ाने में भी मदद मिलेगी। शिक्षा विभाग के अधिकारियों के अनुसार, फल शामिल करने से भोजन संतुलित होगा और छात्रों को अतिरिक्त विटामिन व मिनरल्स मिलेंगे।
नाश्ता योजना का खाका तैयार
सरकार संभावित स्कूल ब्रेकफास्ट स्कीम पर भी काम कर रही है, जिसके तहत प्रत्येक बच्चे को स्कूल समय शुरू होने से पहले पौष्टिक नाश्ता उपलब्ध कराया जाएगा।
योजना के प्रारंभिक मसौदे के अनुसार, नाश्ते में अंकुरित अनाज, दूध, दलिया, मूंगफली-चना मिश्रण, या अन्य प्रोटीन युक्त विकल्प शामिल हो सकते हैं।
सरकार का उद्देश्य — बेहतर पोषण और शिक्षा
अधिकारियों ने बताया कि यह फैसला बच्चों के समग्र विकास को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। राज्य सरकार का मानना है कि अच्छे पोषण के बिना बच्चों की सीखने की क्षमता, एकाग्रता और स्वास्थ्य पर गहरा असर पड़ता है।
इसके अतिरिक्त सरकार स्कूलों में भोजन की गुणवत्ता की निगरानी के लिए भी नए दिशानिर्देश तैयार कर रही है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि बच्चों को साफ-सुथरा और सुरक्षित भोजन मिले।