हरिद्वार। धर्मनगरी हरिद्वार जिले के रुड़की शहर से एक बार फिर आस्था और कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े करने वाली खबर सामने आ रही है। बता दे कि रुड़की शहर में स्पा सेंटरों की तादाद कुकुरमुत्तों की तरह बढ़ती जा रही है, जिनकी आड़ में खुलेआम अनैतिक और अवैध गतिविधियां संचालित हो रही हैं। पड़ोसी राज्यों के लोगों ने रुड़की को एक तरह से ‘स्पा सेंटर हब’ बना दिया है।
रुड़की शहर के अलग-अलग स्थानों पर ये स्पा सेंटर, नियम और कानून को ताक पर रखकर, धड़ल्ले से चलाए जा रहे हैं। स्थानीय सूत्रों की मानें तो इन सेंटरों के भीतर सेक्स रैकेट का धंधा खुलेआम चल रहा है। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि इन सेंटरों में स्कूल और कॉलेजों के छात्रों की भी बेरोक-टोक एंट्री हो रही है, जो शहर के भविष्य पर बड़ा सवालिया निशान लगाती है।
सूत्रों के अनुसार, स्पा सेंटरों में प्रवेश के लिए पहले एक एंट्री फीस ली जाती है। इसके बाद अंदर बने छोटे कमरों में स्पा करने वाली युवतियाँ ग्राहकों से अलग-अलग तरह की ‘सर्विस’ देने की बात करती हैं। यह सर्विस, सूत्रों के मुताबिक, जेब खर्च के नाम पर अतिरिक्त पैसे लेकर दी जाती है, जो सीधे तौर पर इन सेंटरों में चल रही गलत गतिविधियों की ओर इशारा करता है।
वहीं इस पूरे मामले को लेकर रुड़की एसपी देहात शेखर चंद सुयाल ने बताया कि पूर्व में गुप्त सूचना पर पुलिस की तरफ से इन स्पा सेंटरों पर छापेमारी की गईं थी जिनमें गलत गतिविधियों को पाए जाने पर पुलिस की तरफ से कानूनी कार्यवाही की गई है और आगे भी हमारी निगरानी जारी है।
हालांकि पुलिस की कार्रवाई के बावजूद इन सेंटरों का धड़ल्ले से चलना कई अन्य विभागों की कार्यशैली पर सवाल खड़े करता है। सवाल उठता है कि महिला आयोग और संबधित स्थानीय विभागों द्वारा ऐसे स्पा सेंटरों पर आखिर क्यों कोई ठोस और स्थायी कार्यवाही नहीं की जा रही है? यह मामला केवल कानून-व्यवस्था का नहीं है बल्कि धार्मिक नगरी की छवि और युवाओं के भविष्य का भी है। प्रशासन को इस ओर तत्काल ध्यान देना होगा और स्पा सेंटरों की आड़ में चल रहे इस अवैध धंधे पर लगाम कसनी होगी। हम इस खबर पर अपनी पैनी नज़र बनाए रखेंगे।