विजयवाड़ा। सनातन धर्म के खिलाफ बयान देकर डीएमके के नेता और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन बुरी तरह फंस चुके हैं। भाजपा समेत कई राजनीतिक दलों के नेताओं ने उनके बयान पर आपत्ति जाहिर की है। वहीं दिल्ली से लेकर कई जगहों पर उनके बयान के जरिए धार्मिक भावनाओं पर ठेस पहुंचाने के तहत मामला दर्ज किया गया है।
‘उदयनिधि को थप्पड़ मारने वाले को मिलेंगे 10 लाख’
ताजा जानकारी के अनुसार आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा में एक गैर-लाभकारी हिंदू संगठन जन जागरण समिति ने सनातन धर्म के खिलाफ विवादास्पद टिप्पणी के लिए उदयनिधि स्टालिन को थप्पड़ मारने वाले को 10 लाख रुपये नकद इनाम देने की घोषणा कर दी है। संगठन ने इसे लेकर विजयवाड़ा में कई जगहों पर पोस्टर भी लगाए हैं।
उदयनिधि के सिर कलम करने वाले को मिलेंगे 10 करोड़
कुछ दिनों पहले अयोध्या के एक संत परमहंस आचार्य ने उदयनिधि स्टालिन का सिर कलम करने वालों को 10 करोड़ रुपये का इनाम देने की भी घोषणा की। यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। अब इस वीडियो पर खुद उदयनिधि ने प्रतिक्रिया दी है।
संत परमहंस आचार्य ने ये भी कहा था कि अगर 10 करोड़ रुपये उनका सिर काटने के लिए पर्याप्त नहीं हैं, तो मैं इनाम बढ़ा दूंगा, लेकिन ‘सनातन धर्म’ के अपमान को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
अपने बयान पर अडिग उदयनिधि स्टालिन
उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म की तुलना डेंगू, मलेरिया और कोरोना से की थी। वहीं, वो अपने इस बयान पर अभी तक टिके हैं। आज गुरुवार 7 सितंबर को उन्होंने कहा कि वो अपने ऊपर लगे सभी मामलों का कानूनी रूप से सामना करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा, “पिछले 9 सालों से बीजेपी के सभी वादे खोखले हैं। बीजेपी ने वास्तव में हमारे कल्याण के लिए क्या किया है?”
उन्होंने आगे कहा,”मैं डीएमके के संस्थापक पेरारिग्नर अन्ना के राजनीतिक उत्तराधिकारियों में से एक हूं। सब जानते हैं कि हम किसी धर्म के दुश्मन नहीं हैं।” उदयनिधि ने आगे कहा,”मैंने जो भी कहा, वही बात बार-बार दोहराऊंगा। मैंने उसमें सभी धर्मों को शामिल किया था, ना कि सिर्फ हिंदुओं को। मैंने जातिवाद की निंदा करते हुए वह बात बोली थी।”