लखीमपुर खीरी। उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले से इटावा जैसा ही एक मामला सामने आया है। खमरिया थाना क्षेत्र में श्रीमद्भागवत कथा सुनाने पहुंचे एक कथावाचक पर ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि उसने अपनी वास्तविक जाति छिपाकर कथा का आयोजन किया।
सूत्रों के मुताबिक, कथावाचक कई दिनों से गांव में कथा कर रहा था। लेकिन जैसे ही उसकी जाति को लेकर जानकारी ग्रामीणों तक पहुँची, गांव का माहौल गर्मा गया। देखते ही देखते मौके पर सैकड़ों लोग इकट्ठा हो गए और कथावाचक को घेर लिया। आरोपों के बीच गुस्साए ग्रामीणों ने उससे जबरन माइक पर खड़े होकर माफी मंगवाई। इस दौरान का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया है।गांव के लोगों का कहना है कि कथावाचक ने जानबूझकर अपनी जाति छिपाई, जिससे धार्मिक आयोजन की पवित्रता आहत हुई। वहीं, कुछ ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि यह लोगों की भावनाओं से खिलवाड़ है और इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
इस घटना के बाद पुलिस भी सक्रिय हो गई है। खमरिया थाने की पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और संबंधित वीडियो की भी पड़ताल की जा रही है। पुलिस का कहना है कि अभी तक किसी पक्ष से औपचारिक तहरीर नहीं मिली है, लेकिन वायरल वीडियो और ग्रामीणों के बयान के आधार पर कार्रवाई की जा रही है।गौरतलब है कि इससे पहले इटावा जिले में भी इसी तरह का विवाद सामने आया था। वहां एक कथावाचक की पहचान उजागर होने के बाद ग्रामीणों ने उसकी पिटाई तक कर दी थी। दोनों घटनाओं ने यह सवाल खड़ा कर दिया है कि धार्मिक आयोजनों में जातिगत पहचान को लेकर तनाव किस हद तक बढ़ सकता है।