मुंबई। महाराष्ट्र के सतारा जिले में महिला डॉक्टर की आत्महत्या के मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। आरोपी प्रशांत बनकर को पुलिस ने पुणे से गिरफ्तार कर लिया है, जबकि PSI गोपाल बदने अभी भी फरार बताया जा रहा है। मृतक महिला डॉक्टर ने आत्महत्या से पहले अपने हाथ पर लिखा सुसाइड नोट छोड़ा था, जिसमें दोनों पर गंभीर आरोप लगाए गए थे।
सुसाइड नोट में महिला डॉक्टर ने गोपाल बदने पर यौन शोषण और प्रशांत बनकर पर मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाया था। यह मामला सामने आने के बाद से पूरे मेडिकल समुदाय में आक्रोश फैल गया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, मृतक डॉक्टर और प्रशांत बनकर एक-दूसरे को पहले से जानते थे। कॉल रिकॉर्ड्स से पता चला है कि पिछले आठ महीनों में दोनों के बीच कई बार बातचीत हुई थी। पुलिस इन कॉल डिटेल्स को जांच का अहम हिस्सा मान रही है।
होटल के सीसीटीवी फुटेज की जांच जारी
फलटण के मधुदीप होटल में डॉक्टर ने आत्महत्या की थी। पुलिस ने होटल के पिछले दो दिनों के सीसीटीवी फुटेज और इलेक्ट्रॉनिक डेटा को फॉरेंसिक टीम के पास भेज दिया है, ताकि आत्महत्या से पहले की परिस्थितियों की सटीक जानकारी मिल सके।
शिकायत पत्र में पुलिस अधिकारी का भी नाम
पुलिस की जांच में सामने आया है कि आत्महत्या से पहले मृतक महिला डॉक्टर ने पुलिस उप अधीक्षक को लिखे एक पत्र में भी गोपाल बदने का नाम लिया था। इसमें उसने पुलिस और डॉक्टरों के बीच जारी विवाद का जिक्र किया था, जो मेडिकल फिटनेस सर्टिफिकेट को लेकर हुआ था। डॉक्टर ने जांच समिति को दिए एक अन्य पत्र में किसी सांसद के दो निजी सहायकों (PA) का भी उल्लेख किया था। इस पत्र में कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं, जिन्हें अब पुलिस बारीकी से जांच रही है।
व्हाट्सएप चैट और कॉल डिटेल्स बनेंगे अहम सबूत
पुलिस के मुताबिक, इस केस में कॉल डिटेल रिकॉर्ड (CDR) और व्हाट्सएप चैट डेटा अहम भूमिका निभा सकते हैं। फिलहाल जांच टीम इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्यों को एकत्र कर रही है ताकि आत्महत्या से पहले की घटनाओं की पूरी सच्चाई सामने लाई जा सके।