मणिपुर में घात लगाकर किए गए हमले में भारतीय सेना के एक कर्नल, उनकी पत्नी और बेटे की मौत हो गई है। हमले में कुल कम से कम तीन सैनिक मारे गए हैं, जो इस क्षेत्र में सबसे घातक हमला है। जानकारी के मुताबिक, घटना शनिवार सुबह करीब 10 बजे मणिपुर के चुराचांदपुर जिले में म्यांमार सीमा के पास हुई।
मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने जताया दुख
सूत्रों ने कहा कि ‘असम राइफल्स के एक काफिले पर आतंकवादियों के एक अज्ञात समूह ने घात लगाकर हमला किया।’ यह स्थान राजधानी इंफाल से 100 किमी उत्तर में एक अत्यंत दूरस्थ गांव है। मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने सेना के कर्नल और उनके परिवार की मौत की पुष्टि की और कहा कि ’46 एआर के काफिले पर कायरतापूर्ण हमले की कड़ी निंदा करते हैं, जिसमें आज सीसीपुर में सीओ और उनके परिवार सहित कुछ कर्मियों की मौत हो गई है। राज्य बल और अर्धसैनिक बल पहले से ही उग्रवादियों को पकड़ने के लिए अपने काम पर हैं। दोषियों को न्याय के कटघरे में खड़ा किया जाएगा।’
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मणिपुर कई पूर्वोत्तर राज्यों की तरह दर्जनों सशस्त्र समूहों का घर है, जो या तो अधिक स्वायत्तता या अलगाव के लिए लड़ रहे हैं। दशकों से, सेना को उस क्षेत्र में तैनात किया गया है, जिसकी सीमा चीन, म्यांमार, बांग्लादेश और भूटान से लगती है, लेकिन यह सीमा पार से छापेमारी करने के लिए नहीं जानी जाती है। 2015 में राज्य में आतंकियों के हमले में 20 जवान शहीद हो गए थे।