भोपाल। मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी द्वारा निकाली जा रही जनआशीर्वाद यात्रा में नहीं बुलाए जाने से सूबे की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती बेहद नाराज हैं। उन्होंने केंद्रीय मंत्री ज्योदिरात्य सिंधिया को लेकर शिवराज सरकार पर निशाना भी साधा है।
मैंने भी भाजपा को सरकार बनाने में मदद की
उमा भारती ने कहा कि अगर सिंधिया ने भाजपा की सरकार बनाने में मदद की है तो मैंने भी 2003 में प्रदेश में पार्टी की सरकार बनाकर दी थी। इसके अलावा, 2020 में हुए उपचुनाव में भी मैंने पार्टी के लिए प्रचार किया किया था और 28 में से 22 उम्मीदवार को जीत दिलाई थी।
भाजपा के लिए करूंगी प्रचार
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि वे इसके बावजूद वे राज्य में भाजपा की सरकार बनाने के लिए प्रचार करेंगी। उन्होंने कहा, मुझे कोरोना हो गया था। मैं 11 दिन तक घर से बाहर नहीं निकल पाई थी। भाजपा ने मुझसे कहा कि आप प्रचार करें। मैंने मना नहीं किया।
उन्होंने कहा मैंने प्रचार किया और 28 में से 22 सीटों पर पार्टी उम्मीदवार को जीत मिली। वे कम से कम यात्रा में बुलाने की औपचारिकता तो निभाते। उनको लगता होगा कि अब तो हम सरकार बना लेंगे। यदि मैं आई तो जनता का ध्यान मुझ पर रहेगा। हालांकि, अगर वे मुझे प्रचार में बुलाएंगे तो मैं भाजपा का प्रचार करूंगी।
शराबबंदी को लेकर की शिवराज सरकार की सराहना
उमा भारती रविवार को राजधानी के अयोध्या नगर में स्थित पंचमुखी हनुमान मंदिर प्रांगण में एक पौधारोपण कार्यक्रम के पहुंचीं। इस दौरान उन्होंने महिलाओं के साथ मिलकर पौधे लगाए। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि मप्र में शराबबंदी अभियान की शुरुआत अयोध्या नगर से ही की गई थी। उन्होंने शिवराज सिंह चौहान को शराबबंदी के लिए धन्यवाद भी दिया।
भाजपा की सरकार बनाने की अपील
उमा भारती ने लोगों से प्रदेश में भाजपा की सरकार बनाने की अपील की। हालांकि, यह भी कहा कि हम गांधीजी, पंडित दीनदयाल और पीएम मोदी के आदर्शों पर चलने के लिए पार्टी को विवश करेंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार बनाने के लिए मैं फिर मेहनत करूंगी।
सरकारी स्कूलों में बच्चों को पढ़ाएं
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी से अनुरोध है कि अपना वोट भाजपा को दें, लेकिन हर उम्मीदवार भी यह वचन ले कि सरकारी स्कूलों में अपने बच्चों को पढ़ाएंगे और सरकारी अस्पतालों में अपना और अपने परिवार का इलाज कराएंगे।
शादियों की फ़िज़ूल खर्ची और हमारे नेताओं का 5 स्टार होटलों में रुकना इसको मैं शुरू से ही ग़लत मानती हूँ। मोदी जी भी इस तरह की जीवनशैली को सख़्त नापसंद करते है। मैं आगे भी यह बातें कहती रहूँगी। हम गाँधी जी, दीनदयाल जी एवं मोदी जी की सीखों की अनदेखी नहीं कर सकते।
फिजूलखर्ची न करने की दी नसीहत
पूर्व मुख्यमंत्री इस संबंध में ट्वीट भी किए। उन्होंने एक ट्वीट में भाजपा कार्यकर्ताओं को नसीहत भी दी कि कोई भी भाजपा का नेता और कार्यकर्ता अपने बेटे-बेटियों के विवाह में फिजूलखर्ची न करें।