लखनऊ। उत्तर प्रदेश में बालिकाओं की शिक्षा, सुरक्षा और आत्मनिर्भरता को नई दिशा देने वाला मिशन शक्ति 5.0 पूरे प्रदेश में जोर-शोर से जारी है। सोमवार को भी प्रदेशभर के प्राथमिक, उच्च प्राथमिक, कम्पोजिट और कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों में विभिन्न गतिविधियों में लाखों बालिकाओं, बालकों, शिक्षकों और अभिभावकों ने भाग लिया। बालिकाओं ने रैलियाँ निकाली और नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत कर महिला सुरक्षा, शिक्षा और समाज में अपनी सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने का संदेश दिया तो अभिभावकों ने संवाद स्थापित कर बालिकाओं को मार्गदर्शन किया।
प्रदेशभर के प्राथमिक, उच्च प्राथमिक, कम्पोजिट और कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों (KGBV) में बालिकाओं ने अपने सशक्तिकरण और बाल अधिकारों की जागरूकता का शानदार प्रदर्शन किया। इस अवसर पर माँ दुर्गा के नवरूपों पर आधारित नुक्कड़ नाटकों का मंचन लगभग 45,000+ स्थानों पर किया गया, जबकि 48,000+ स्थानों पर बालिकाओं और बच्चों ने जागरूकता रैलियाँ निकालीं और बाल अधिकारों से जुड़े नारे लगाए। इस कार्यक्रम में 3,45,000+ बालिकाएँ, 2,56,000 बालक, 45,000+ शिक्षक और 1,25,000+ अभिभावक सक्रिय रूप से शामिल हुए। साथ ही, 1,61,000+ बालिकाओं को रानी लक्ष्मीबाई आत्मरक्षा प्रशिक्षण भी प्रदान किया गया, जिससे इस महायोजना ने बच्चों और समाज में सुरक्षा, जागरूकता और आत्मविश्वास का संदेश मजबूती से पहुँचाया।
ज्ञातव्य है कि 21 सितम्बर को प्रदेश के सभी KGBV विद्यालयों में आयोजित पोस्टर प्रतियोगिता में 88 हज़ार से अधिक बालिकाओं ने भाग लिया और माँ दुर्गा के नौ स्वरूपों पर आधारित पोस्टर बनाकर अपनी प्रतिभा प्रदर्शित की। अब मिशन शक्ति 5.0 को नारीशक्ति और सशक्तिकरण की भावना को घर-घर तक पहुँचाने के व्यापक प्रयास के रूप में देखा जा रहा है।