मुरादाबाद। मुरादाबाद से एक शर्मनाक मामला सामने आया है, जहां एक मदरसे में 7वीं कक्षा की छात्रा से वर्जिनिटी सर्टिफिकेट मांगा गया। जब परिजन यह प्रमाण पत्र नहीं दे सके, तो छात्रा को मदरसे से निकाल दिया गया।
पीड़ित परिवार ने वीडियो जारी कर मामले को सार्वजनिक किया और न्याय की मांग की। वीडियो में परिजनों ने बताया कि उनकी बेटी का एडमिशन जामिया असानुल बनात गर्ल्स कॉलेज में हुआ था। जब पिता ने बेटी को मदरसे में छोड़ने की कोशिश की, तो प्रबंधन ने “मेडिकल टेस्ट” कराने की मांग की और बच्ची के चरित्र पर सवाल उठाए।
परिवार की शिकायत पर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए मदरसे के एडमिशन सेल इंचार्ज शाहजहां को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने बताया कि पूरे मामले की जांच की जा रही है और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस घटना के बाद शिक्षा विभाग ने भी जांच शुरू कर दी है। विभागीय अधिकारियों ने मदरसे के प्रबंधन से पूछताछ की है और रिपोर्ट तैयार की जा रही है।
मुरादाबाद का यह मामला न केवल समाज को झकझोरने वाला है बल्कि यह सवाल भी उठाता है कि शिक्षा के नाम पर संस्थानों में हो रहे ऐसे शोषण को रोकने के लिए और कितनी सख्त नीतियों की जरूरत है।