मुजफ्फरनगर के बुढ़ाना कोतवाली क्षेत्र के परासौली जंगल में पुलिस और बदमाशों के बीच हुई मुठभेड़ में एक एक लाख रुपये का इनामी अपराधी ढेर हो गया। मुठभेड़ में गढ़ी सखावतपुर चौकी प्रभारी दारोगा ललित कसाना और सिपाही अली भी घायल हुए हैं।
मारा गया बदमाश महताब, जो शामली जिले के रसूलपुर गांव का निवासी था, पुलिस की दृष्टि में लंबे समय से वांछित था। उसके खिलाफ 18 आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें सर्राफा कारोबारी और उनके पोते से लूट का मामला भी शामिल है।
शुक्रवार देर रात पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि परासौली गांव के जंगल में कुछ बदमाश किसी वारदात को अंजाम देने की फिराक में छिपे हैं। सूचना के बाद बुढ़ाना कोतवाली पुलिस ने उच्च अधिकारियों को अवगत कराया और टीम ने बदमाशों की घेराबंदी की।जब पुलिस ने महताब को आत्मसमर्पण के लिए कहा, तो उसने फायरिंग शुरू कर दी, जिसके जवाब में पुलिस ने भी गोलीबारी की।
गोली लगने से महताब गंभीर रूप से घायल हो गया और उसे बुढ़ाना सीएचसी ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।मुठभेड़ स्थल से पिस्टल, रिवॉल्वर, बाइक और कारतूस बरामद हुए हैं। एसएसपी संजय कुमार वर्मा, एसपी देहात आदित्य बंसल, और सीओ बुढ़ाना गजेंद्रपाल सिंह भी मौके पर पहुंचे और घटना की जांच शुरू की।
एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने बताया कि महताब सर्राफा कारोबारी नेमचंद वर्मा और उसके पोते शिवम से हुई लूट की मुख्य आरोपी था। वर्तमान में उसके पूरा आपराधिक रिकॉर्ड जुटाने का कार्य चल रहा है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।