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उत्तराखंड

उत्तराखंड में कोरोना का कहर जारी, 1 हफ्ते के लिए बढ़ा कर्फ्यू

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नई दिल्ली। कोरोना की दूसरी लहर का कहर उत्तराखंड कम होता नहीं दिख रहा है। लगातार बढ़ कोरोना के नए मामलों को देखते हुए तीरथ सिंह रावत की सरकार ने एक हफ्ते के लिए लॉकडाउन बढ़ाने का फैसला किया है।

अब राज्य में 18 मई से 1 हफ्ते और पाबंदियां जारी रहेंगी। सरकार के इस फैसले के मुताबिक कर्फ्यू में पहले की तरह की पाबंदियां जारी रहेंगी। उत्तराखंड में फल-सब्जी, डेयरी और किराने की दुकानें सुबह 7 बजे से लेकर 10 बजे तक पहले की तरह ही खुली रहेंगी। इस दौरान शॉपिंग मॉल और शराब की दुकानें बंद रहेंगी।

हालांकि इस दौरान वैक्सीनेशन का काम पहले की तरह चलता रहेगा। बता दें कि बीते दिन यानी रविवार को कोरोना के कुल 4 हजार 496 नए केस सामने आए थे। राज्य में कोरोना के कुल एक्टिव केस 78 हजार के पार हो गए हैं।

स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी किए गए ताजा अपडेट के मुताबिक उत्तराखंड में 78802 कोविड के सक्रिय मामले हैं। वहीं इस खतरनाक वायरस की वजह से 4811 लोगों की जान जा चुकी है।

उत्तराखंड

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राष्ट्रीय कौशल एवं रोजगार सम्मेलन का किया उद्घाटन

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देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को राष्ट्रीय कौशल एवं रोजगार सम्मेलन का उद्घाटन किया। नीति आयोग, सेतु आयोग और राज्य सरकार के संयुक्त प्रयासों से राजधानी देहरादून में दून विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय कौशल एवं रोज़गार सम्मलेन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन करने के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि इस तरह की कार्यशालाएं प्रदेश के युवाओं के बेहतर भविष्य के लिए बेहद महत्वपूर्ण साबित होंगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार युवाओं को बेहतर रोजगार मुहैया कराने की दिशा में सकारात्मक कदम उठा रही है।

कार्यक्रम में कौशल विकास मंत्री सौरभ बहुगुणा ने इसे सरकार की ओर से युवाओं के लिए महत्वपूर्ण कदम बताया। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य उत्तराखंड के तमाम बेरोजगार युवाओं को रोजगार देना है। मुख्यमंत्री ने कहा, “निश्चित तौर पर इस कार्यशाला में जिन विषयों पर भी मंथन होगा, उससे बहुत ही व्यावहारिक चीजें निकलकर सामने आएंगी, जो अन्य युवाओं के लिए समृद्धि के मार्ग प्रशस्त करेगी। हमें युवाओं को प्रशिक्षण देना है, जिससे उनके लिए रोजगार की संभावनाएं प्रबल हो सकें, ताकि उन्हें बेरोजगारी से निजात मिल सके।

उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2015 में स्किल डेवलपमेंट का विभाग खोला था, ताकि अधिक से अधिक युवाओं को रोजगार मिल सके। इसके अलावा, वो रोजगार खोजने वाले नहीं, बल्कि रोजगार देने वाले बनें। अगर प्रदेश के युवा रोजगार देने वाले बनेंगे, तो इससे बेरोजगारी पर गहरा अघात पहुंचेगा। ” उन्होंने कहा, “हम आगामी दिनों में अन्य रोजगारपरक प्रशिक्षण युवाओं को मुहैया कराएंगे, जो आगे चलकर उनके लिए सहायक साबित होंगे।

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