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प्रादेशिक

यूपी में 66% लोगों को लग गई कोविड वैक्सीन की पहली डोज, दूसरी डोज वाले 3 करोड़ 11 लाख के पार

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लखनऊ। केरल, महाराष्ट्र और तमिलनाडु में तेजी से बढ़ रहे कोरोना के मामलों को देखते हुए उत्तर प्रदेश में सर्विलांस और जागरूकता अभियान तेज किया जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निगरानी समितियों को फिर से एक्टिव करने और घर-घर संपर्क कर संदिग्ध मरीजों की तलाश करने के निर्देश दिए हैं।

गुरुवार को उच्चस्तरीय टीम-09 के साथ समीक्षा करते हुए सीएम ने कहा कि उत्तर प्रदेश में एग्रेसिव ट्रेसिंग, टेस्टिंग और त्वरित ट्रीटमेंट के साथ-साथ तेज टीकाकरण की नीति के अच्छे परिणाम मिले हैं। बीते 30 अप्रैल को यहां 3,10,786 कोरोना मरीज थे, लेकिन लगातार कोशिशों से आज यह संख्या महज 102 बची है, जबकि 16,87,123 लोग संक्रमण से ठीक हो चुके हैं।

सीएम ने कहा कि प्रदेश में कोरोना के अलावा डेंगू और डायरिया के मरीजों भी बढ़ रहे हैं। ऐसे में सर्विलांस को बेहतर कर मरीजों की पहचान करने और जरूरत के अनुसार सभी को बेहतर उपचार मुहैया कराने के लिए निगरानी समितियों को एक्टिव किया जाए। मुख्यमंत्री ने मास्क की अनिवार्यता को लेकर लोगों को जागरूक करने के भी निर्देश दिए हैं।

अपर मुख्य सचिव, स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने मुख्यमंत्री को बताया कि ताजा स्थिति के मुताबिक 38 जिलों में कोविड का भी मरीज नहीं है, तो 21 जिलों में 01-01 मरीज ही शेष हैं। बीते 24 घंटों में 01 लाख 63 हजार 781 नमूनों की जांच हुई, जहां, केवल 10 जिलों में कुल 11 नए मरीज मिले, वहीं 07 मरीज कोरोना मुक्त भी हुए। मुख्यमंत्री ने देश के दूसरे राज्यों की तुलना में यूपी की बेहतर स्थिति पर संतोष जताते हुए त्योहारों के दृष्टिगत भीड़भाड़ को लेकर सावधानी बरतने के निर्देश दिए हैं।

दोनों डोज पाने वाले सबसे ज्यादा यूपी में

कोविड टेस्ट और टीकाकरण की देशव्यापी स्थिति में यूपी पहले पायदान पर बना हुआ है। यहां अब तक 12 करोड़ 83 लाख से अधिक वैक्सीन डोज लगाए जा चुके हैं। 09 करोड़ 71 लाख से अधिक लोगों ने टीके की पहली डोज प्राप्त कर ली है। यह टीकाकरण के लिए पात्र प्रदेश की कुल आबादी के 66 फीसदी से ज्यादा है। वैक्सीन की दोनों खुराक पाने वालों की तादात सबसे ज्यादा उत्तर प्रदेश में है। यहां 03 करोड़ 11 लाख से अधिक लोगों ने टीके की दोनों डोज ले ली है।

इन जिलों में एक भी कोरोना मरीज नहीं

जनपद अलीगढ़, औरैया, बदायूं, बागपत, बलिया, बहराइच, भदोही, बिजनौर, बुलंदशहर, चित्रकूट, देवरिया, इटावा, फतेहपुर, फिरोजाबाद, गोंडा, हमीरपुर, हापुड़, हरदोई, हाथरस, जौनपुर, झांसी, कानपुर देहात, कासगंज, कुशीनगर, लखीमपुर-खीरी, महराजगंज, महोबा, मैनपुरी, प्रतापगढ़, रायबरेली, रामपुर, संतकबीरनगर, शामली, श्रावस्ती, सिद्धार्थनगर, सोनभद्र, सुल्तानपुर और उन्नाव में कोविड का एक भी मरीज शेष नहीं है। यह जनपद आज कोविड संक्रमण से मुक्त हैं।

IANS News

वसुधैव कुटुंबकम’ भारत का शाश्वत संदेश : योगी आदित्यनाथ

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लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के आदर्श वाक्य के महत्व पर जोर देते हुए इसे भारत की वैश्विक मानवता के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया है। उन्होंने इसे भारत का शाश्वत संदेश बताते हुए कहा कि हमने हमेशा से शांति, सौहार्द और सह-अस्तित्व को प्राथमिकता दी है। सीएम योगी ने यह बात शुक्रवार को एलडीए कॉलोनी, कानपुर रोड स्थित सिटी मॉन्टेसरी स्कूल (सीएमएस) के वर्ल्ड यूनिटी कन्वेंशन सेंटर में विश्व के मुख्य न्यायाधीशों के 25वें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करने के दौरान अपने संबोधन में कही। कार्यक्रम में 56 देशों के 178 मुख्य न्यायाधीश और डेलिगेट्स ने भाग लिया।

‘अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक’
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने भारत के संविधान के अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक बताया। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद सम्मानजनक अंतरराष्ट्रीय संबंधों को विकसित करने और संघर्षों को शांतिपूर्ण ढंग से हल करने के लिए नैतिक मार्ग का अनुसरण करने के लिए हम सभी को प्रेरित करता है। उन्होंने समारोह को प्रेरणादायक बताते हुए कहा कि 26 नवंबर 2024 को संविधान अंगीकरण के 75 वर्ष पूरे होंगे। यह संविधान के अंगीकृत होने के अमृत महोत्सव वर्ष की शुरुआत के दौरान आयोजित हो रहा है।

‘युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है’
योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संयुक्त राष्ट्र के ‘समिट ऑफ दि फ्यूचर’ में दिये गये संबोधन की चर्चा करते हुए कहा कि युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है। युद्ध ने दुनिया के ढाई अरब बच्चों के भविष्य को खतरे में डाला है। उन्होंने दुनिया के नेताओं से आग्रह किया कि वे एकजुट होकर आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ, सुरक्षित और भयमुक्त समाज का निर्माण करें। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सम्मेलन को वैश्विक संवाद और सहयोग का मंच बताते हुए विश्वास व्यक्त किया कि अनुच्छेद 51 की भावना के अनुरूप यह आयोजन विश्व कल्याण के मार्ग को प्रशस्त करेगा। उन्होंने दुनिया भर के न्यायाधीशों से इस दिशा में सक्रिय योगदान देने का भी आह्वान किया।

‘भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध’
मुख्यमंत्री ने संविधान के अनुच्छेद 51 की चर्चा करते हुए कहा कि यह वैश्विक शांति और सौहार्द की दिशा में भारत की सोच को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद संघर्षों के शांतिपूर्ण समाधान और सभी देशों के बीच सम्मानजनक संबंधों को बढ़ावा देने का संदेश देता है। मुख्यमंत्री ने भारत की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की सक्रिय भागीदारी से यह स्पष्ट होता है कि भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध है।

सीएमएस के संस्थापक को दी श्रद्धांजलि
सीएमएस के संस्थापक डॉ. जगदीश गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी दूरदृष्टि और प्रयासों से यह सम्मेलन एक महत्वपूर्ण मंच बना है। उन्होंने डॉ. भारती गांधी और गीता गांधी को इस कार्यक्रम को अनवरत जारी रखने के लिए धन्यवाद दिया।

इस अवसर पर हंगरी की पूर्व राष्ट्रपति, हैती रिपब्लिक के पूर्व प्रधानमंत्री सहित दुनिया के 56 देशों से आए हुए न्यायमूर्तिगण, सीएमएस की संस्थापक निदेशक डॉ भारती गांधी, प्रबंधक गीता गांधी किंगडन समेत स्कूली बच्चे और अभिभावकगण मौजूद रहे।

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