प्रादेशिक
प्रधानमंत्री के प्रस्तावित कार्यक्रम के दृष्टिगत सीएम योगी ने स्वर्वेद महामन्दिर धाम का स्थलीय निरीक्षण कर तैयारियों का लिया जायजा
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज जनपद वाराणसी भ्रमण के दौरान प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के प्रस्तावित कार्यक्रम के दृष्टिगत चौबेपुर के नजदीक उमरहा में स्वर्वेद महामन्दिर धाम का स्थलीय निरीक्षण कर तैयारियों का जायजा लिया।
मुख्यमंत्री जी के स्वर्वेद महामन्दिर धाम प्रांगण में पहुंचने पर उनका स्वागत विहंगम योग के सतगुरु आचार्य स्वतंत्रदेव महाराज, संत प्रवर विज्ञान देव महाराज व जिलाधिकारी श्री कौशल राज शर्मा ने किया। इस अवसर पर गुरुकुल के दर्जनों बटुकों ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ शंखनाद किया।
इसके उपरान्त, मुख्यमंत्री जी ने 300 मीटर दूर निर्माणाधीन स्वर्वेद महामन्दिर धाम के प्रथम तल का अवलोकन किया। उन्होंने शिल्पकलाओं व राजस्थानी शिल्पकारों द्वारा तराशे जा रहे पत्थरों का भी निरीक्षण किया और कार्यक्रम स्थल, हेलीपैड, विहंगम योग के अनुयायियों के बैठने, रहने व यातायात के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की। इस कार्यक्रम में देश-विदेश के लाखों अनुयायी सम्मिलित होंगे।
तत्पश्चात मुख्यमंत्री जी ने वाराणसी के बी0एल0डब्ल्यू0 सभागार में बैठक कर प्रधानमंत्री जी के दौरे से सम्बन्धित किए जा रहे तैयारियों के विस्तार से समीक्षा की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। ज्ञातव्य है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी का उमरहां स्थित स्वर्वेद महामन्दिर धाम में विहंगम योग समाज के वार्षिकोत्सव में भाग लेना प्रस्तावित है।
इस अवसर पर केन्द्रीय शिक्षा, कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री श्री धर्मेन्द्र प्रधान, प्रदेश के नगर विकास मंत्री श्री आशुतोष टंडन, स्टाम्प तथा न्यायालय शुल्क, पंजीयन शुल्क राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री रविन्द्र जायसवाल, विधान परिषद सदस्य श्री स्वतंत्र देव सिंह सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
IANS News
वसुधैव कुटुंबकम’ भारत का शाश्वत संदेश : योगी आदित्यनाथ
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के आदर्श वाक्य के महत्व पर जोर देते हुए इसे भारत की वैश्विक मानवता के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया है। उन्होंने इसे भारत का शाश्वत संदेश बताते हुए कहा कि हमने हमेशा से शांति, सौहार्द और सह-अस्तित्व को प्राथमिकता दी है। सीएम योगी ने यह बात शुक्रवार को एलडीए कॉलोनी, कानपुर रोड स्थित सिटी मॉन्टेसरी स्कूल (सीएमएस) के वर्ल्ड यूनिटी कन्वेंशन सेंटर में विश्व के मुख्य न्यायाधीशों के 25वें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करने के दौरान अपने संबोधन में कही। कार्यक्रम में 56 देशों के 178 मुख्य न्यायाधीश और डेलिगेट्स ने भाग लिया।
‘अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक’
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने भारत के संविधान के अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक बताया। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद सम्मानजनक अंतरराष्ट्रीय संबंधों को विकसित करने और संघर्षों को शांतिपूर्ण ढंग से हल करने के लिए नैतिक मार्ग का अनुसरण करने के लिए हम सभी को प्रेरित करता है। उन्होंने समारोह को प्रेरणादायक बताते हुए कहा कि 26 नवंबर 2024 को संविधान अंगीकरण के 75 वर्ष पूरे होंगे। यह संविधान के अंगीकृत होने के अमृत महोत्सव वर्ष की शुरुआत के दौरान आयोजित हो रहा है।
‘युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है’
योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संयुक्त राष्ट्र के ‘समिट ऑफ दि फ्यूचर’ में दिये गये संबोधन की चर्चा करते हुए कहा कि युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है। युद्ध ने दुनिया के ढाई अरब बच्चों के भविष्य को खतरे में डाला है। उन्होंने दुनिया के नेताओं से आग्रह किया कि वे एकजुट होकर आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ, सुरक्षित और भयमुक्त समाज का निर्माण करें। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सम्मेलन को वैश्विक संवाद और सहयोग का मंच बताते हुए विश्वास व्यक्त किया कि अनुच्छेद 51 की भावना के अनुरूप यह आयोजन विश्व कल्याण के मार्ग को प्रशस्त करेगा। उन्होंने दुनिया भर के न्यायाधीशों से इस दिशा में सक्रिय योगदान देने का भी आह्वान किया।
‘भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध’
मुख्यमंत्री ने संविधान के अनुच्छेद 51 की चर्चा करते हुए कहा कि यह वैश्विक शांति और सौहार्द की दिशा में भारत की सोच को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद संघर्षों के शांतिपूर्ण समाधान और सभी देशों के बीच सम्मानजनक संबंधों को बढ़ावा देने का संदेश देता है। मुख्यमंत्री ने भारत की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की सक्रिय भागीदारी से यह स्पष्ट होता है कि भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध है।
सीएमएस के संस्थापक को दी श्रद्धांजलि
सीएमएस के संस्थापक डॉ. जगदीश गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी दूरदृष्टि और प्रयासों से यह सम्मेलन एक महत्वपूर्ण मंच बना है। उन्होंने डॉ. भारती गांधी और गीता गांधी को इस कार्यक्रम को अनवरत जारी रखने के लिए धन्यवाद दिया।
इस अवसर पर हंगरी की पूर्व राष्ट्रपति, हैती रिपब्लिक के पूर्व प्रधानमंत्री सहित दुनिया के 56 देशों से आए हुए न्यायमूर्तिगण, सीएमएस की संस्थापक निदेशक डॉ भारती गांधी, प्रबंधक गीता गांधी किंगडन समेत स्कूली बच्चे और अभिभावकगण मौजूद रहे।
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