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उत्तर प्रदेश

गांधी जयंती पर योगी सरकार ने रचा इतिहास, दिए एक लाख से ज्यादा नल कनेक्शन

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गांधी जयंती

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लखनऊ/नयी दिल्ली। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी व पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयन्ती पर योगी सरकार ने एक लाख से अधिक ग्रामीण परिवारों को नल से स्वच्छ पेयजल का तोहफा दिया। अकेले यूपी ने इस गांधी जयंती के दिन 107774 गरीब परिवारों तक नल कनेक्शन देकर देश में इतिहास रचा।

20 दिन में दूसरा मौका है, जब यूपी ने फिर से यह उपलब्धि हासिल की। आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, राजस्थान जैसे कई राज्य 2 अक्टूबर को 10 हजार का आंकड़ा भी पार नहीं कर पाए। जबकि गांधी जयंती के दिन देश में कुल 134968 नल कनेक्शन किए गए। उप्र को नंबर एक बनाने में बुलंदशहर, शाहजहांपुर, मिर्जापुर, वाराणसी, गोरखपुर जैसे जिलों ने सर्वाधिक घरों तक नल कनेक्शन पहुंचाकर बड़ा योगदान दिया है।

बिहार, पंजाब में एक भी कनेक्शन नहीं हुए

गांधी जयंती पर तमिलनाडु ने 10064, आंध्रप्रदेश ने 3121, महाराष्ट्र ने 2954, पश्चिम बंगाल ने 2159, राजस्थान ने 2027,  छत्तीसगढ़ ने 1517, उड़ीसा ने 1439, कर्नाटक ने 1422, मध्य प्रदेश ने 696, झारखंड ने 627, उत्तराखंड ने 514  ग्रामीण परिवारों तक नल कनेक्शन देकर पानी की सप्लाई शुरू की। जबकि हिमाचल प्रदेश, बिहार, गुजरात, पंजाब, अरुणांचल प्रदेश, मणिपुर, सिक्किम में गांधी जयंती के दिन एक भी नल कनेक्शन नहीं हुए।

यूपी में बुलंदशहर शीर्ष पर

बात उप्र की करें तो 20 दिन में दूसरी बार नंबर एक बनाए जाने वाले जिलों में सबसे ऊपर बुलंदशहर रहा। यहां गांधी जयंती पर 7506 ग्रामीण परिवारों को नल से जल की सुविधा दी गई। शाहजहांपुर में 6418,  मिर्जापुर में 6054, वाराणसी 5047, गोरखपुर 4012 में भी सबसे अधिक परिवारों को नल कनेक्शन देकर शुद्ध पेयजल पहुंचाया गया।

इसके बाद बरेली 3681, सीतापुर में 2857, देवरिया 2516,  मेरठ 2356,  हरदोई में 2158,  गोंडा में 2488, श्रावस्ती ने 2023 नल कनेक्शन देकर यूपी को देश भर में दूसरी बार एक लाख से अधिक नल कनेक्शन देने में नंबर एक पर पहुंचाया।

उप्र में अभी तक नमामि गंगे और ग्रामीण जलापूर्ति विभाग की ओर से 4843733 घरों तक नल कनेक्शन देकर शुद्ध पेयजल पहुंचाया जा चुका है। उड़ीसा 4651759, केरल 3057249, राजस्थान 2928134, असम 2500622, अरुणांचल प्रदेश 153009, झांरखंड 1439077, उत्तराखंड 992206, त्रिपुरा 402413, मणिपुर 334864, मेघालय में 257794 घरों तक नल से शुद्ध पेयजल की आपूर्ति की जा रही है।

प्रधानमंत्री के जन्मदिन पर दिया गया था 1 लाख से अधिक कनेक्शन

बता दें कि इससे पहले 17 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिन पर भी नमामि गंगे और ग्रामीण जलापूर्ति विभाग ने यूपी में 1 लाख 20 हजार 821 कनेक्शन देकर देश में रिकॉर्ड स्थापित किया था।

उप्र ने गांधी जयंती पर प्रदेश में 75 हजार नल कनेक्शन दिये जाने का लक्ष्य रखा था। नमामि गंगे और ग्रामीण जलापूर्ति विभग ने युद्ध स्तर पर काम को पूरा करते हुए गांधी जयंती के दिन 107774 गरीब परिवारों को नल से जल देने का काम पूरा किया है।

उत्तर प्रदेश

प्रदेश की नारी शक्ति को सशक्त बनाने में जुटी योगी सरकार

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लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश महिला सशक्तिकरण और आत्मनिर्भरता के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित कर रहा है। केंद्र सरकार की योजनाओं को मिशन मोड में लागू करते हुए राज्य सरकार ने ग्रामीण और शहरी महिलाओं के जीवनस्तर को सुधारने और उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाने की दिशा में कई महत्वपूर्ण पहल की हैं। लखपति दीदी योजना भी इन्हीं में से एक है।

लखपति दीदी योजना : महिलाओं के लिए खुले आर्थिक क्रांति के द्वार

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की महत्वाकांक्षी लखपति दीदी कार्यक्रम के अंतर्गत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश सरकार ने अगले तीन वर्षों में 28.92 लाख महिला स्वयं सहायता समूह (एसएचजी) सदस्यों को लखपति बनाने का लक्ष्य रखा है। अब तक 13.28 लाख सदस्यों की आय को आजीविका रजिस्टर में अपडेट भी किया जा चुका है, जिनमें से 1.37 लाख से अधिक महिलाएं लखपति बन चुकी हैं। इस योजना के तहत कृषि, दुग्ध विकास, रेशम उत्पादन, और मत्स्य पालन जैसे विभिन्न विभागों के साथ समन्वय स्थापित कर महिलाओं को कम से कम दो या अधिक आय स्रोतों से जोड़ा जा रहा है।

योगी सरकार दे रही सब्सिडी और प्रशिक्षण

योगी सरकार द्वारा प्रदेश में महिलाओं की आय बढ़ाने के लिए कस्टम हायरिंग सेंटर, फार्म मशीनरी बैंक, पॉली हाउस/नेट हाउस, रेशम उत्पादन, और मत्स्य पालन जैसे कार्यों के लिए सब्सिडी प्रदान की जा रही है। इस कार्यक्रम के लिए 4,274 सामुदायिक रिसोर्स पर्सन को प्रशिक्षण देकर नियुक्त किया गया है। इन प्रशिक्षित रिसोर्स पर्सन द्वारा महिलाओं को सतत प्रशिक्षण और आजीविका के नए स्रोतों की जानकारी दी जा रही है।

वित्तीय समावेशन से मिली नई ताकत

योगी सरकार ने वित्तीय समावेशन के माध्यम से महिलाओं को स्वावलंबी बनाने की दिशा में विशेष प्रयास किए हैं। प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के तहत 2 लाख से अधिक महिलाएं उत्तर प्रदेश में लाभान्वित हो चुकी हैं। इसके साथ ही, महिला स्वयं सहायता समूहों को 2,510 उचित मूल्य की दुकानें आवंटित की गई हैं। इससे न केवल उनकी आय में वृद्धि हुई है, बल्कि उनके परिवारों को भी स्थिर आर्थिक सहायता मिली है।

महिला पेंशन और मातृत्व सहायता ने बनाया समर्थ

उत्तर प्रदेश में महिलाओं को सामाजिक सुरक्षा प्रदान करने के लिए निराश्रित महिला पेंशन योजना के तहत 32.71 लाख महिलाओं को लाभान्वित किया गया है। वहीं, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के तहत 60 लाख माताओं को सहायता प्रदान की गई है। ये योजनाएं महिलाओं को बेहतर स्वास्थ्य, शिक्षा, और आर्थिक सुरक्षा देने में कारगर साबित हो रही हैं।

ग्राम स्तर पर मजबूत संगठनों का निर्माण

उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत 95 लाख से अधिक महिलाओं को 8,54,266 स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से जोड़ा गया है। ग्राम संगठनों और संकुल स्तरीय संघों के जरिए ग्रामीण महिलाओं को सामूहिक रूप से सशक्त किया जा रहा है।

समृद्ध समाज की ओर बढ़ते कदम

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रयासों से उत्तर प्रदेश महिलाओं के सशक्तिकरण और समृद्धि की दिशा में अग्रसर है। मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना के तहत 19.34 लाख लाभार्थियों को सहायता प्रदान की गई है। यह योजना न केवल महिलाओं को सशक्त बना रही है, बल्कि समाज में बालिकाओं के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण भी विकसित कर रही है।

यूपी में नारी शक्ति का नया युग

योगी आदित्यनाथ के कुशल नेतृत्व और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की योजनाओं के प्रभावी कार्यान्वयन से उत्तर प्रदेश में महिलाओं के आर्थिक और सामाजिक जीवन में क्रांतिकारी बदलाव आया है। प्रदेश आज महिला सशक्तिकरण का आदर्श उदाहरण बनता जा रहा है। आने वाले वर्षों में ये प्रयास न केवल महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाएंगे, बल्कि राज्य को समृद्धि और प्रगति के नए पथ पर अग्रसर करेंगे।

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