Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

उत्तर प्रदेश

ऐतिहासिक और अभूतपूर्व होगा इस वर्ष का अयोध्या दीपोत्सव: योगी आदित्यनाथ

Published

on

morphed picture of CM Yogi

Loading

अयोध्या दीपोत्सव (Ayodhya Deepotsav) को ऐतिहासिक बनाने मुख्यमंत्री ने की तैयारियों समीक्षा

अयोध्या/लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने शुक्रवार देर रात अयोध्या दीपोत्सव (Ayodhya Deepotsav) के भव्य आयोजन की तैयारियों की समीक्षा की। बैठक में शासन स्तर के उच्चाधिकारी उपस्थित रहे, जबकि अयोध्या जिला प्रशासन के अधिकारियों ने वर्चुअल माध्यम से सहभाग किया।

बैठक में मुख्यमंत्री जी द्वारा दिए गए प्रमुख दिशा-निर्देश

प्रधानमंत्री जी की गरिमामयी उपस्थिति से नई ऊंचाइयों तक पहुंचेगा अयोध्या दीपोत्सव

● यह हम सभी के लिए गर्व और उल्लास का अवसर है कि इस वर्ष अयोध्या दीपोत्सव में आदरणीय प्रधानमंत्री जी की गरिमामयी उपस्थिति हो रही है। इस वर्ष का दीपोत्सव ऐतिहासिक होगा। विगत पांच वर्ष से लगातार भव्य-दिव्य अयोध्या दीपोत्सव का आयोजन हो रहा है। हर वर्ष रिकॉर्ड दीपों का प्रज्ज्वलन कर यह आयोजन वैश्विक मंच पर नई ऊंचाइयों को स्पर्श कर रहा है। इस वर्ष हम अपने ही पिछले रिकॉर्ड को तोड़कर एक नया कीर्तिमान रचेंगे।

महिलाओं, बच्चों और विदेशी कलाकारों को सुरक्षित घर तक पहुंचाने की व्यवस्था हो

● दीपोत्सव उल्लास और उत्साह का अवसर है। बड़ी संख्या में स्थानीय जनता और देश-विदेश से पर्यटक इसमें सहभागिता के उत्सुक होंगे। ऐसे में जनता की भावनाओं का पूरा सम्मान किया जाए। आमजन के आवागमन, बैठने की समुचित व्यवस्था होनी चाहिए। भीड़ नियंत्रण में लगे पुलिस बल का व्यवहार सरल और सहयोगी हो। किसी भी श्रद्धालु अथवा पर्यटक को अनावश्यक परेशानी न उठानी पड़े।

पूरे कार्यक्रम का करें पूर्वाभ्यास

● अयोध्या दीपोत्सव का कार्यक्रम अपनी भव्यता के लिए आज पूरी दुनिया में पहचान बना रहा है। ऐसे में समारोह की गरिमा का पूरा ध्यान रखते हुए सभी तैयारियां की जानी चाहिए। 23 अक्टूबर के मुख्य समारोह से पूर्व पूरे कार्यक्रम का एक बार पूर्वाभ्यास कर लिया जाए। मुख्य समारोह से पूर्व पूरे जनपद में स्वच्छता व सैनिटाइजेशन का विशेष अभियान चलाया जाए।

दीपोत्सव उल्लास का अवसर, आम जन की भावनाओं का ध्यान रखते हुए सहयोग करे पुलिस

● दीपोत्सव हमारी सनातन परंपरा का अभिन्न हिस्सा है। यह मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम, माता सीता और लक्ष्मण जी के 14 वर्ष के वन प्रवास के उपरांत अयोध्या लौटने की पावन स्मृति स्वरूप है। अयोध्या दीपोत्सव में भगवान श्रीराम की अयोध्या वापसी, भरत मिलाप, श्रीराम राज्याभिषेक आदि प्रसंगों का प्रतीकात्मक चित्रण भी होगा। प्रधानमंत्री जी द्वारा सरयू मइया की आरती भी उतारी जाएगी। इन विशिष्ट अवसरों पर समयानुकूल सुमधुर भजन/आरती/मानस की चौपाइयां व दोहा आदि का गायन होना चाहिए। इससे समारोह और अधिक शोभायमान और अविस्मरणीय होगा।

चाक-चौबंद हों सुरक्षा इंतज़ाम, गलती की गुंजाइश नहीं

● दीपोत्सव की भव्यता निहारने बड़ी संख्या में श्रद्धालुजन की सहभागिता होगी। आदरणीय प्रधानमंत्री जी, राज्यपाल महोदया, मंत्रीगण सहित अनेक गणमान्य जनों की उपस्थिति भी होगी। ऐसे में सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम होने चाहिए। प्रधानमंत्री जी की सुरक्षा व्यवस्था के मानकों का अक्षरश: अनुपालन कराया जाना सुनिश्चित करें। गलती की कोई गुंजाइश नहीं होनी चाहिए।

● अयोध्या जिले की सीमा से लगे बस्ती, रायबरेली, गोंडा, बाराबंकी आदि जिलों को अलर्ट पर रहना होगा। 22 अक्टूबर से प्रभावी किये जा रहे रुट डायवर्जन के संबंध में आम जनमानस को विधिवत जानकारी दी जानी चाहिए। अयोध्या जनपद की सभी सीमा पर एडिशनल एसपी स्तर के अधिकारियों की तैनाती की जाए।

● सुरक्षा व्यवस्था के दृष्टिगत अयोध्या जनपद के सभी होटलों/धर्मशालाओं से संपर्क बनाए रखें। यहां प्रवास कर रहे लोगों की पूरी जानकारी रखी जाए।

● दीपोत्सव के दौरान दीप प्रज्ज्वलित करने के बाद जब तक दीये की बाती स्वतः नहीं बुझती उसकी देखरेख की जानी चाहिए। समारोह संपन्न होने के उपरांत दीपकों को इकट्ठा करने के लिए वालंटियर तैयार रखे जाएं।

● अयोध्या जनपद में जगह-जगह पर समारोह का सीधा प्रसारण किया जाना चाहिए, ताकि अधिकाधिक जन दीपोत्सव से जुड़ सकें। मुख्य समारोह संपन्न होने के बाद लोग आसानी से अपने गंतव्य तक पहुंच सकें, इसके लिए समुचित प्लानिंग कर ली जाए। महिलाओं, बच्चों और विदेशी कलाकारों को सुरक्षित घर तक पहुंचाने की व्यवस्था हो।भगदड़ की स्थिति न बने, पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती की जानी चाहिए। मंदिरों में भीड़ के सम्भावना के दृष्टिगत 24×7 पुलिस बल की तैनाती की जाए।

● दीपोत्सव के सुचारु आयोजन के लिए जनपद अयोध्या में निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित की जाए।

Ayodhya Deepotsav, Ayodhya Deepotsav news, Ayodhya Deepotsav latest news,

उत्तर प्रदेश

राम नगरी अयोध्या के बाद भगवान श्री राम से जुड़ी एक और नगरी को भव्य स्वरूप दे रही योगी सरकार

Published

on

Loading

प्रयागराज। योगी सरकार प्रयागराज महाकुंभ को दिव्य और भव्य स्वरूप प्रदान कर रही है। प्रयागराज नगरी के साथ ही जिले में गंगा किनारे स्थित निषादराज गुह्य की राजधानी रहे श्रृंगवेरपुर धाम का भी कायाकल्प सरकार कर रही है। श्रृंगवेरपुर धाम में धार्मिक और आध्यात्मिक पर्यटन के साथ रूरल टूरिज्म की भी संभावनाएं विकसित हो रही हैं।

मिल रहा है भव्य स्वरूप
राम नगरी अयोध्या में भगवान श्री राम के मंदिर के भव्य निर्माण और गर्भ ग्रह में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद अब प्रभु राम के अनन्य भक्त निषादराज की राजधानी श्रृंगवेरपुर को भी भव्य स्वरूप दिया जा रहा है। यूपी की पूर्व की सरकारों में उपेक्षित रहे प्रयागराज के श्रृंगवेरपुर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नई पहचान दी है। सामाजिक समरसता के प्रतीक इस स्थान को धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन के साथ अब रूरल टूरिज्म के साथ भी जोड़ कर विकसित किया जा रहा है।
प्रयागराज की क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी अपराजिता सिंह बताती हैं कि श्रृंगवेरपुर धाम का कायाकल्प का कार्य समापन के चरण में है। इसके अंतर्गत यहां ₹3732.90 लाख की लागत से निषादराज पर्यटन पार्क स्थल का निर्माण कार्य दो फेज में किया गया है। निषादराज पार्क (फेज-1) के निर्माण हेतु ₹ 1963.01 लाख के बजट से निषादराज एवं भगवान श्रीराम मिलन की मूर्ति की स्थापना व मूर्ति के पैडेस्टल का कार्य, पोडियम का कार्य, ओवर हेड टैंक, बाउण्ड्रीवाल, प्रवेश द्वार का निर्माण, गार्ड रूम आदि कार्य कराया गया। इसी तरह श्रृंगवेरपुर धाम में निषादराज पार्क (फेज-2) के ₹ 1818.90 लाख के बजट से इस भगवान श्रीराम के निषादराज मिलन से सम्बन्धित गैलरी , चित्रांकन, ध्यान केन्द्र, केयर टेकर रूम, कैफेटेरिया, पॉथ-वे, पेयजल व टॉयलेट ब्लॉक, कियास्क, पार्किंग, लैंड स्केपिंग, हॉर्टिकल्चर,आउटर रोड, सोलर पैनल, मुक्ताकाशी मंच आदि कार्य कराए गए हैं। 6 हेक्टेयर में बनाए गए इस भव्य पार्क का लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे।

रूरल टूरिज्म का हब बनेगी निषादराज की नगरी
धार्मिक और आध्यत्मिक पर्यटन के साथ श्रृंगवेरपुर धाम को ग्रामीण पर्यटन के साथ जोड़कर विकसित करने का रोड मैप तैयार किया गया है ।अपराजिता सिंह के मुताबिक रूरल टूरिज्म के अन्तर्गत श्रृंगवेरपुर धाम को विकसित किये जाने के लिए सबसे पहले यहां ग्रामीण क्षेत्र में होम स्टे की व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है। इसके लिए यहां स्थानीय लोगों को अपने यहां मड हाउस या हट बनाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है ताकि पर्यटकों को कुछ अलग अनुभव हो सके। इन सभी स्थानों पर थीमेटिक पेंटिंग होगी, स्थानीय खानपान और स्थानीय संस्कृति को भी यहां संरक्षित किया जाएगा । पर्यटक भी यहां स्टे करने के दौरान स्थानीय ग्रामीण क्राफ्ट का हिस्सा बन सके ऐसी उनकी कोशिश है।

Continue Reading

Trending