उत्तर प्रदेश
गोरखपुर में होगा देश का सबसे बड़ा ड्रोन शो, जीवंत होगी जंगे आजादी की गाथा
गोरखपुर। इतिहास के पन्नों पर स्वर्णाक्षरों में दर्ज काकोरी ट्रेन एक्शन के बलिदानियों की याद में देश का सबसे बड़ा ड्रोन शो गोरखपुर में होने जा रहा है। 750 ड्रोन की रंग-बिरंगी आभा में जंगे आजादी की गाथा जीवंत होगी। आजादी के अमृत वर्ष के कार्यक्रमों की कड़ी में यह आयोजन 19 दिसंबर की शाम पांच बजे रामगढ़ताल के सामने स्थित महंत दिग्विजयनाथ स्मृति पार्क में होगा।
इसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ केंद्रीय संस्कृति एवं विदेश राज्यमंत्री मीनाक्षी लेखी और प्रदेश सरकार के पर्यटन व संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह भी मौजूद रहेंगे। काकोरी ट्रेन एक्शन के नायकों की याद में प्रदेश सरकार 15 से 19 दिसंबर तक काकोरी बलिदान दिवस समारोह मना रही है। 19 दिसंबर को ही अमर सेनानी पंडित राम प्रसाद बिस्मिल का बलिदान दिवस है। 1927 में इसी तिथि को उन्होंने गोरखपुर जेल में हंसते-हंसते फांसी के फंदे को चूमा था।
750 ड्रोन से होने वाले शो में उनकी शौर्य गाथा स्मरित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी जाएगी। ड्रोन शो में गुरु गोरक्षनाथ की तपोभूमि पर प्रथम स्वातंत्र्य समर 1857 से लेकर आजादी की तारीख 15 अगस्त 1947 तक के विभिन्न घटनाक्रमों तथा इससे जुड़े क्रांतिवीरों का चित्रमय वर्णन किया जाएगा। इसमें आकाश में एक साथ 750 ड्रोन के माध्यम से संगीत, लेजर लाइट तथा रंग बिरंगी कलाबाजियों को प्रस्तुत किया जाएगा।
अमर शहीद बंधू सिंह, पंडित राम प्रसाद बिस्मिल, अशफाक उल्लाह खान, ठाकुर रोशन सिंह, चौरीचौरा प्रतिशोध के शताब्दी वर्ष समेत देश को स्वतंत्र कराने में बलिदान देने वाले भारत मां के सपूतों की गाथा से पूरा आसमान रोशन हो उठेगा।
गोरखपुर में होने वाला ड्रोन शो देश का अबतक का सबसे बड़ा शो होगा। इसके पहले 20 दिसंबर 2021 को लखनऊ के रेजीडेंसी में 500 ड्रोन के शो से अमर बलिदानियों की शौर्य गाथा का प्रदर्शन किया गया था।
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IANS News
सोलर पैनल से सशक्त हो रहे यूपी के किसान, यूपी बना ऊर्जा का मजबूत केंद्र- सीएम योगी
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश में आयोजित “पार्टनरशिप कॉन्क्लेव” में प्रदेश के सतत विकास और कृषि क्षेत्र में सुधार की दिशा में प्रौद्योगिकी, सरकारी योजनाओं और निजी क्षेत्र की भागीदारी को आवश्यक बताया। वर्ल्ड बैंक और गेट्स फाउंडेशन के सहयोग से आयोजित इस कार्यक्रम में विभिन्न राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय संस्थानों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।
सीएम योगी ने प्रदेश की चुनौतियों और उपलब्धियों को रेखांकित करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में किसानों और कृषि क्षेत्र को नई तकनीकों और संसाधनों से जोड़ने के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने राज्य सरकार की उन उपलब्धियों को साझा किया जिनसे पिछले कुछ वर्षों में बड़े बदलाव आए हैं। सीएम योगी ने कहा कि सोलर पैनल से आज प्रदेश के किसान सशक्त हो रहे हैं, प्रदेश ऊर्जा का मजबूत केंद्र बनकर उभरा है।
इंसेफेलाइटिस से मुक्ति एक प्रेरणादायक सफलता है- सीएम
सीएम योगी ने उत्तर प्रदेश में कभी “मौत का कारण” मानी जाने वाली इंसेफेलाइटिस बीमारी के उन्मूलन को प्रदेश की एक बड़ी सफलता बताते हुए कहा कि 2017 से पहले हर साल इस बीमारी से 1500 से 2000 बच्चों की मौत होती थी, लेकिन राज्य सरकार ने WHO, गेट्स फाउंडेशन, यूनिसेफ और अन्य संस्थाओं के सहयोग से मात्र तीन वर्षों में इस समस्या को पूरी तरह समाप्त कर दिया। उन्होंने कहा कि यह शासन, तकनीक और जनसहभागिता का परिणाम है कि आज यूपी में इंसेफेलाइटिस से कोई मौत नहीं होती।
कृषि क्षेत्र में प्रौद्योगिकी और नवाचार की आवश्यकता- सीएम योगी
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश के पास देश की सबसे उपजाऊ भूमि और जल संसाधन हैं, जो कृषि क्षेत्र में बड़ी संभावनाएं प्रदान करते हैं। उन्होंने बताया कि राज्य में वर्तमान में 89 कृषि विज्ञान केंद्र और 6 कृषि विश्वविद्यालय कार्यरत हैं, जो किसानों को प्रोत्साहित करने और उन्हें नई तकनीकों से जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने कहा कि अब तक लगभग 1 लाख किसानों को सोलर पैनल उपलब्ध कराए गए हैं, जिससे सिंचाई और बिजली की समस्याओं को हल करने में मदद मिली है। राज्य सरकार ने किसानों को सस्ती बिजली उपलब्ध कराने के लिए भी महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।
टेक्नोलॉजी से किसान को जोड़ने पर सीएम योगी का जोर
सीएम योगी ने कहा कि जब तक किसान नई तकनीकों को अपनाएंगे नहीं, तब तक कृषि क्षेत्र में अपेक्षित वृद्धि नहीं होगी। टेक्नोलॉजी को किसानों तक पहुंचाने के लिए जागरूकता अभियान और एक्सटेंशन प्रोग्राम जरूरी हैं। कृषि विज्ञान केंद्रों और सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के माध्यम से किसानों को प्रायोगिक रूप से दिखाया जाए कि नई तकनीकों से खेती में कैसे बदलाव लाया जा सकता है।
सरकारी योजनाओं के साथ-साथ निजी क्षेत्र की भागीदारी भी जरूरी- मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सरकारी योजनाओं के साथ-साथ निजी क्षेत्र की भागीदारी भी जरूरी है। साझेदारी से ही कृषि उत्पादकता को 3-4 गुना तक बढ़ाया जा सकता है। निजी क्षेत्र को इस दिशा में प्रोत्साहित किया जा रहा है कि वे राज्य के विकास में अपना योगदान दें। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों को समय पर गुणवत्तापूर्ण बीज उपलब्ध कराना, जल संसाधनों का सही उपयोग करना और कृषि से जुड़े स्टार्टअप्स को बढ़ावा देना राज्य सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सही योजनाओं और उनके प्रभावी क्रियान्वयन से कृषि क्षेत्र में अभूतपूर्व परिवर्तन लाया जा सकता है।
साझा दृष्टिकोण से सतत विकास के मिलेगी गति- योगी
मुख्यमंत्री ने गेट्स फाउंडेशन, वर्ल्ड बैंक और अन्य अंतरराष्ट्रीय संस्थानों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में उनके अनुभव और सहयोग से बदलाव की गति तेज हुई है। उन्होंने कहा कि हमारे लिए यह साझेदारी विकास का आधार है और इससे उत्तर प्रदेश के किसानों और जनता को बेहतर भविष्य मिल सकेगा। पार्टनरशिप कॉन्क्लेव के माध्यम से मुख्यमंत्री ने कृषि और अन्य क्षेत्रों में तकनीक, जागरूकता और नवाचार को बढ़ावा देने की अपील की।
कॉन्क्लेव में कैबिनेट मंत्री सूर्य प्रताप शाही, अनिल राजभर, राज्य मंत्री दिनेश प्रताप सिंह, मुख्य सचिव मनोज सिंह समेत संबंधित विभागों के अधिकारी और गणमान्य मौजूद रहे।
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