नई दिल्ली। दिनभर बैठकर डेस्क वर्क करने से कंधे, कमर व पीठ में दर्द की शिकायत हो जाती है, साथ ही शरीर का पोस्चर भी बिगड़ जाता है। कई बार गलत तरीके से सो जाने के कारण भी सुबह उठने पर कंधे व हाथों में दर्द होने लगता है।
अक्सर कंधे पर भारी सामान उठाने, ज्यादा एक्सरसाइज करने से कंधे पर अत्यधिक खिंचाव के कारण मसल्स में तनाव बढ़ जाता है। उम्र बढ़ने के कारण हड्डियां कमजोर हो जाती हैं। कंधों में दर्द के कारण उठने बैठने और कई कार्य करने में समस्या होती है। इस दर्द से निजात पाने के लिए योगासन रामबाण इलाज हो सकता है।
कंधों के दर्द से छुटकारा चाहते हैं तो हलासन योग का अभ्यास नियमित तौर से करें। हलासन के अभ्यास से कमर व छाती के हिस्से में रक्त प्रवाह बढ़ाता है और गले व गर्दन के तनाव को कम किया जा सकता है।
हलासन के अभ्यास का तरीका
स्टेप 1- हलासन के अभ्यास के लिए मैट पर पीठ के बल लेटकर हथेलियो को शरीर से सटा लें।
स्टेप 2- अब पैरों को कमर से 90 डिग्री का कोण बनाते हुए ऊपर उठाएं। इस दौरान हाथों से कमर को सहारा दे सकते हैं।
स्टेप 3- सांस अंदर की ओर खींचते हुए टांगों को सीधा रखें और सिर की तरफ झुकाएं। ऐसा करने से पैर सिर के पीछे हो जाएंगे।
स्टेप 4- पैर सिर के उतना पीछे ले जाने का प्रयास करें, जिससे पैरों के अंगूठे जमीन को छू सकें।
इस पोजिशन में कुछ देर स्थिर रहते हुए श्वास पर ध्यान केंद्रित करें।
हलासन योग के फायदे
इस आसन को करने से थायरॉयड ग्रंथि से संबंधित समस्याओं से निजात मिलता है।
कमर दर्द, सिर दर्द और इंसोम्निया की समस्या को कम किया जा सकता है।
रीढ़ की हड्डी और कंधों को खिंचाव मिलता है और दर्द कम होता है।
हलासन का अभ्यास तनाव और थकान को कम करने में सहायक है।
जिन लोगों को वजन कम करना है, उनके लिए हलासन का अभ्यास फायदेमंद है।
मेटाबॉलिज्म बढ़ाने और पाचन क्रिया को दुरुस्त रखने के लिए भी हलासन लाभकारी है।
डिसक्लेमर: उपरोक्त जानकारी के पूर्णतया सटीक होने का हमारा दावा नहीं है। आसन की सही स्थिति के बारे में जानने के लिए किसी योगगुरु से संपर्क कर सकते हैं।