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उत्तराखंड

केदारनाथ मंदिर में सोने की परत को लेकर कांग्रेस का सवाल- मंदिर समिति व सरकार दे जवाब

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Congress

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देहरादून। केदारनाथ मंदिर में सोने की परत के बारे में बैठाई गई जांच को लेकर कांग्रेस ने प्रदेश सरकार और मंदिर समिति के अध्यक्ष पर निशाना साधा है। पौड़ी लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी रहे मनीष खंडूड़ी ने कहा कि सरकार की जांच समिति क्या रिपोर्ट देगी यह सब पहले से जानते हैं। यह उत्तराखंड ही नहीं देश और दुनिया के करोड़ों लोगों की आस्था से जुड़ा मामला है।

कांग्रेस भवन में मीडिया से वार्ता में उन्होंने कहा कि पूरे प्रकरण की जांच हाईकोर्ट की निगरानी में न्यायिक समिति से कराई जाए। इस प्रकरण को लेकर सरकार ने जो जांच बैठाई है उसमें कौन अधिकारी शामिल हैं, अब तक यह स्पष्ट नहीं है। जांच का परिणाम क्या होगा यह सब पहले से जानते हैं।

कांग्रेस नेता ने कहा वर्ष 2022 में श्री बदरी-केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष ने समाचार पत्रों के माध्यम से 230 किलो सोने के चढ़ावे की बात कही थी। उनकी ओर से अब तक इसका खंडन नहीं किया गया। मंदिर समिति के अध्यक्ष ने उस समय यह भी कहा था कि इसकी सुरक्षा के लिए 18 खच्चर और 19 कर्मचारियों की जरूरत है। उन्होंने कहा मंदिर में 23 किलो सोना है, इसका प्रमाण कैसे और किसने दिया।

उन्होंने कहा केदारनाथ में जो कुछ हुआ जब तक वह बाहर नहीं आएगा राज्य और देश की जनता इस संबंध में जवाब मांगती रहेगी। उन्होंने चौबट्टाखाल विधानसभा क्षेत्र की समस्याओं को भी उठाया। कहा- क्षेत्र में बैंक, सड़क और पेयजल की समस्या बनी है।

मार्ग चौड़ीकरण के नाम पर सतपुली, चौबट्टाखाल में सड़क किनारे से दुकानें हटाई जा रही हैं। दुकानें तोड़े जाने के बाद इसके लिए कोई विकल्प नहीं निकाला तो लोग कहां जाएंगे।

नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दें

कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता गरिमा माहरा दसौनी ने आरोप लगाया श्री बदरी-केदार मंदिर समिति की सांठगांठ से यह सब हुआ है। मंदिर समिति अध्यक्ष नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दें। मीडिया से वार्ता के दौरान केसर सिंह नेगी, कविंद्र इष्टवाल, विकास नेगी, अजय रावत आदि मौजूद रहे।

कांग्रेस के आरोपों पर श्री बदरी-केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने कहा हम पहले ही सबकुछ स्पष्ट कर चुके हैं, मनीष ऊपर से राजनीति में टपके हैं, उन्हें थोड़ा पढ़ लिखकर आना चाहिए। मंदिर समिति ने 230 किलो सोना चढ़ा, यह बात कहीं और किसी भी स्तर पर नहीं कही।

क्या कहा मदिर समिति ने?

अजेंद्र अजय ने बताया गर्भ गृह में सोना चढ़ने से पहले वहां 230 किलो वजन की चांदी की प्लेटें लगी थी, यह प्लेटें उतरी तो कुछ मीडिया कर्मियों ने अनुमान लगाया इतना चांदी था तो सोना भी इतना लगेगा। मंदिर समिति को सोने के वजन का तब पता लगा जब दानदाता ने बिल बाउचर दिया। इसमें 23 किलो सोना और एक हजार किलो तांबा है।

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उत्तराखंड

केदारनाथ विधानसभा के उपचुनाव में भाजपा को मिली जीत, सीएम पुष्कर सिंह धामी ने जनता का किया धन्यवाद

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देहरादून: केदारनाथ विधानसभा के उपचुनाव में भाजपा को मिली जीत से साबित हो गया है कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पर जनता का विश्वास बढ़ता जा रहा है। ब्रांड मोदी के साथ साथ ब्रांड धामी तेजी से लोगों के दिलों में जगह बना रहे हैं। इस उपचुनाव में विरोधियों ने मुख्यमंत्री धामी के खिलाफ कुप्रचार करके निगेटिव नेरेटिव क्रिएट किया और पूरे चुनाव को धाम बनाम धामी बना दिया। कांग्रेस के शीर्ष नेता और तमाम विरोधी एकजुट होकर मुख्यमंत्री पर हमलावर रहे। बावजूद इसके धामी सरकार की उपलब्धियों और चुनावी कौशल से विपक्ष के मंसूबे कामयाब नहीं हो पाए। धामी के कामकाज पर जनता ने दिल खोलकर मुहर लगाई।

आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी केवल नाम भर नहीं है, बल्कि एक ब्रांड हैं। मोदी के हर क्रियाकलाप का प्रभाव जनता के बड़े हिस्से को प्रभावित करता है इसलिए पिछले दो दशकों से वह देश के सबसे भरोसेमंद ब्रांड बने हुए हैं। ब्रांड मोदी की बदौलत केन्द्र ही नहीं राज्यों में भी भाजपा चुनाव जीतती चली आ रही है। उनके साथ ही राज्यों में भी भजपा के कुछ नेता हैं जो एक ब्रांड के रूप में अपनी पार्टी के लिए फयादेमंद साबित हो रहे हैं। तेजी से उभर रहे ऐसे नेताओं में से एक हैं उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी। सादगी, सरल स्वभाव, संवेदनशीलता और सख्त निर्णय लेने की क्षमता, ये वो तमाम गुण हैं जिनकी बदौलत पुष्कर सिंह धामी लोकप्रिय बनते जा रहे हैं। धामी ने उत्तराखण्ड में अपने कम समय के कार्यकाल में कई बड़े और कड़े फैसले लिए, जिससे देशभर में उनकी लोकप्रियता में इजाफा हुआ। खासकर यूसीसी, नकलरोधी कानून, लैंड जिहाद, दंगारोधी कानून, महिला आरक्षण आदि निर्णयों से वह देश में नजीर पेश की चुके हैं। उनकी लोकप्रियता का दायरा उत्तराखण्ड तक ही सीमित नहीं है वह पूरे देश में उनकी छवि एक ‘डायनेमिक लीडर’ की बन चुकी है।

 

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