उत्तर प्रदेश
साढ़े छह वर्ष में नहीं हुआ एक भी दंगा, हर प्रकृति के अपराध में आई कमी: CM योगी
लखनऊ। उप्र के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पिछले साढ़े छह वर्ष में प्रदेश में एक भी दंगा नहीं हुआ। आज यहां सुरक्षा का माहौल है। एनसीआरबी के आंकड़े इस बात के गवाह हैं कि उत्तर प्रदेश में हर प्रकृति के अपराध में कमी आई है। उन्होंने कहा कि 2022 में हम कानून व्यवस्था को आधार बनाकर चुनाव के मैदान के गए थे और यह बहुत बड़ी बात है कि कानून व्यवस्था के मामले पर कोई सरकार दो तिहाई बहुमत के साथ रिपीट हो जाए।
इसमें बड़ी भूमिका आधी आबादी ने निभाई, जिन्हें सुरक्षा का बेहतर वातावरण मिला। आज महिलाएं प्रदेश में कहीं भी बिना भय के अकेले यात्रा कर सकती हैं। हमारी सरकार आधी आबादी के विश्वास को जीतने में सफल रही। सीएम योगी सोमवार को होटल ताज में आयोजित एक समाचार पत्र के कार्यक्रम ‘यूपी राइजिंग 10 साल 10 बदलाव’ को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि 2017 के पहले उत्तर प्रदेश को लेकर लोगों का परसेप्शन था कि यूपी का कुछ नहीं हो सकता, यूपी नहीं सुधर सकता, यूपी एक बीमारू राज्य है जो देश को बीमार कर रहा है। पिछले साढ़े छह वर्षों में हमारी सरकार देश और दुनिया में उत्तर प्रदेश के प्रति व्याप्त इस धारणा को बदलने में सफल रही।
आज उत्तर प्रदेश को लेकर लोगों में नकारात्मक सोच नहीं है। आज उत्तर प्रदेश सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ रहा है और यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की वजह से संभव हो पाया, जिन्होंने एक प्रकाश पुंज के रूप में उत्तर प्रदेश को नई दृष्टि दी। सीएम योगी ने कहा कि 2014 के पहले भारत के बारे में दुनिया की धारणा बहुत नकारात्मक थी। दुनिया का कोई भी देश भारत को गंभीरता से नहीं लेता था। देश की बागडोर प्रधानमंत्री मोदी के हाथों में आने के बाद भारत के प्रति दुनिया की धारणा बदली है।
उन्होंने कहा कि अब दुनिया भारत को सकारात्मक दृष्टि से देखती है और गंभीरता से लेती है। आज दुनिया में जब कोई संकट आता है तो भारत और प्रधानमंत्री मोदी संकट मोचक के रूप में दुनिया को संकट से निकालने में मदद करते हैं। आज उत्तर से दक्षिण और पूर्व से पश्चिम तक देश के अंदर एक विश्वास का माहौल उत्पन्न हुआ है कि देश का राजनैतिक नेतृत्व जो फैसला लेगा वो जनता और देश के हित में होगा।
सीएम योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में आज देश के लोगों में बाह्य, आंतरिक और आर्थिक सुरक्षा के मामले में एक विश्वास पैदा हुआ है। उन्होंने कहा कि आज कोई भी दुश्मन भारत की तरफ टेढ़ी नजरों से नहीं देख सकता है, क्योंकि उसको मालूम है कि अगर हम घुसपैठ करेंगे तो भारत के बहादुर जवान पूरी मुस्तैदी के साथ उसका जवाब देंगे। आज भारत के दुश्मनों को पता है कि भारत की सीमा में अतिक्रमण करने के क्या दुष्परिणाम हो सकते हैं।
आंतरिक सुरक्षा के मुद्दे पर सीएम योगी ने कहा कि एक समय देश के 120 जनपद नक्सलवाद और माओवाद की चपेट में थे। आज यह छत्तीसगढ़ के बस्तर और उसके तीन-चार जनपदों तक सीमित रह गया है और जिस तरह से भारत सरकार कार्य कर रही है शीघ्र ही यह पूरी तरह से समाप्त हो जाएगा।
सीएम योगी ने कहा पिछले 9 वर्ष के अंदर हमने बहुत ही शानदार तरीके से भारत को बदलते देखा है। भारत ने ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में एक लंबी छलांग लगाई है। आज भारत दुनिया की 10वीं बड़ी अर्थव्यवस्था से छलांग लगाकर दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है।
यही नहीं प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में 2027 आते-आते भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश ने भी पिछले साढ़े छह वर्ष के अंदर प्रति व्यक्ति आय को दोगुना करने में सफलता प्राप्त की है।
उत्तर प्रदेश जो देश की छठी बड़ी अर्थव्यवस्था हुआ करता था। आज वह नंबर तीन की अर्थव्यवस्था बन चुका है। बहुत शीघ्र ही यूपी देश की दूसरे नंबर की अर्थव्यवस्था वाला राज्य होगा। इसकी घोषणा कभी भी हो सकती है।
सीएम योगी ने कहा कि लोकतंत्र का सबसे सशक्त माध्यम संवाद है। इससे बड़ी से बड़ी समस्या का समाधान निकाला जा सकता है। वहीं जहां संवाद का अभाव होता है, वहां संघर्ष प्रारंभ हो जाता है।
उन्होंने कहा कि विधायिका, न्यायपालिका और कार्यपालिका लोकतंत्र के तीन प्रमुख स्तंभ है। वहीं मीडिया को चौथे स्तंभ के तौर पर स्वीकार्य किया गया है। लोकतंत्र में इसकी अपनी सशक्त भूमिका है और निर्विवाद रूप से इसने अपनी इस भूमिका का निर्वहन किया है।
सीएम योगी ने कहा कि लोकतंत्र के इन चारों स्तंभों की अपनी लक्ष्मण रेखा है और जब भी कोई अपने लक्ष्मण रेखा का अतिक्रमण करेगा, उसके सामने विश्वास का संकट खड़ा हो जाएगा। जानता उसे सिरे से खारिज करने में देर नहीं लगाएगी।
IANS News
वसुधैव कुटुंबकम’ भारत का शाश्वत संदेश : योगी आदित्यनाथ
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के आदर्श वाक्य के महत्व पर जोर देते हुए इसे भारत की वैश्विक मानवता के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया है। उन्होंने इसे भारत का शाश्वत संदेश बताते हुए कहा कि हमने हमेशा से शांति, सौहार्द और सह-अस्तित्व को प्राथमिकता दी है। सीएम योगी ने यह बात शुक्रवार को एलडीए कॉलोनी, कानपुर रोड स्थित सिटी मॉन्टेसरी स्कूल (सीएमएस) के वर्ल्ड यूनिटी कन्वेंशन सेंटर में विश्व के मुख्य न्यायाधीशों के 25वें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करने के दौरान अपने संबोधन में कही। कार्यक्रम में 56 देशों के 178 मुख्य न्यायाधीश और डेलिगेट्स ने भाग लिया।
‘अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक’
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने भारत के संविधान के अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक बताया। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद सम्मानजनक अंतरराष्ट्रीय संबंधों को विकसित करने और संघर्षों को शांतिपूर्ण ढंग से हल करने के लिए नैतिक मार्ग का अनुसरण करने के लिए हम सभी को प्रेरित करता है। उन्होंने समारोह को प्रेरणादायक बताते हुए कहा कि 26 नवंबर 2024 को संविधान अंगीकरण के 75 वर्ष पूरे होंगे। यह संविधान के अंगीकृत होने के अमृत महोत्सव वर्ष की शुरुआत के दौरान आयोजित हो रहा है।
‘युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है’
योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संयुक्त राष्ट्र के ‘समिट ऑफ दि फ्यूचर’ में दिये गये संबोधन की चर्चा करते हुए कहा कि युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है। युद्ध ने दुनिया के ढाई अरब बच्चों के भविष्य को खतरे में डाला है। उन्होंने दुनिया के नेताओं से आग्रह किया कि वे एकजुट होकर आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ, सुरक्षित और भयमुक्त समाज का निर्माण करें। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सम्मेलन को वैश्विक संवाद और सहयोग का मंच बताते हुए विश्वास व्यक्त किया कि अनुच्छेद 51 की भावना के अनुरूप यह आयोजन विश्व कल्याण के मार्ग को प्रशस्त करेगा। उन्होंने दुनिया भर के न्यायाधीशों से इस दिशा में सक्रिय योगदान देने का भी आह्वान किया।
‘भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध’
मुख्यमंत्री ने संविधान के अनुच्छेद 51 की चर्चा करते हुए कहा कि यह वैश्विक शांति और सौहार्द की दिशा में भारत की सोच को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद संघर्षों के शांतिपूर्ण समाधान और सभी देशों के बीच सम्मानजनक संबंधों को बढ़ावा देने का संदेश देता है। मुख्यमंत्री ने भारत की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की सक्रिय भागीदारी से यह स्पष्ट होता है कि भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध है।
सीएमएस के संस्थापक को दी श्रद्धांजलि
सीएमएस के संस्थापक डॉ. जगदीश गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी दूरदृष्टि और प्रयासों से यह सम्मेलन एक महत्वपूर्ण मंच बना है। उन्होंने डॉ. भारती गांधी और गीता गांधी को इस कार्यक्रम को अनवरत जारी रखने के लिए धन्यवाद दिया।
इस अवसर पर हंगरी की पूर्व राष्ट्रपति, हैती रिपब्लिक के पूर्व प्रधानमंत्री सहित दुनिया के 56 देशों से आए हुए न्यायमूर्तिगण, सीएमएस की संस्थापक निदेशक डॉ भारती गांधी, प्रबंधक गीता गांधी किंगडन समेत स्कूली बच्चे और अभिभावकगण मौजूद रहे।
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