Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

उत्तर प्रदेश

छेड़छाड़ से परेशान छात्रा ने दी जान, पुलिस ने अंतिम संस्कार रोक कब्जे में लिया शव; FIR दर्ज

Published

on

death

Loading

हापुड़। उप्र के गढ़मुक्तेश्वर कोतवाली क्षेत्र के एक मोहल्ला निवासी नाबालिग छात्रा ने पड़ोसी युवक द्वारा छेड़छाड़ से परेशान होकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मौके पर पहुंची पुलिस ने अंतिम संस्कार करने जा रहे परिजनों को रोककर शव को कब्जे में ले लिया। सुबह मृतका के भाई ने युवक के खिलाफ छेड़छाड़ की तहरीर दी, जिसके आधार पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है।

पुलिस आरोपी की तलाश कर रही है। गढ़ कोतवाली पुलिस को बृहस्पतिवार रात मोहल्ले के ही किसी व्यक्ति ने फोन कर सूचना दी थी कि मोहल्ले में एक कक्षा दस में पढऩे वाली एक छात्रा की संदिग्ध परिस्थितियों में फांसी लगने से मौत हो गई है। कोतवाली प्रभारी निरीक्षक महेंद्र सिंह ने बताया कि जिस समय पुलिस मौके पर पहुंची उस समय परिजन शव को अंतिम संस्कार के लिए ले जा रहे थे।

पुलिस को देखकर परिजन शव को मौके पर छोडक़र फरार हो गए। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा था। बाद में पता चला कि परिजन दहशत के कारण भाग गए थे। सुबह मृतका के भाई ने कोतवाली में तहरीर देते हुए बताया कि उसकी 16 वर्षीय बहन नगर के एक स्कूल में पढ़ाई करती थी। उसके साथ स्कूल आने-जाने के दौरान नगर निवासी एक युवक छेड़छाड़ करता था।

पीड़ित पक्ष का आरोप है कि इसको लेकर कई बार उसकी बहन ने शर्म करते हुए नजर अंदाज कर दिया, लेकिन आरोपी उसका फायदा उठाने लगा और उसकी हरकतें और बढ़ गईं। पीड़िता ने इसको लेकर भाइयों से शिकायत की। जानकारी मिलने पर उसने आरोपी युवक को फोन पर समझाया और अपनी हरकतों से बाज आने के लिए कहा, उस समय तो आरोपी कुछ दिन के लिए शांत हो गया।

पीड़ित ने बताया कि एक बार फिर कई दिनों से आरोपी उसकी बहन के साथ छेड़छाड़ करने लगा। उसने मना किया तो आरोपी ने उसको अंजाम भुगताने की धमकी दे डाली। इसी बात से आहत होकर उसकी बहन ने गुरुवार की रात फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। छात्रा की मौत के बाद परिजनों में कोहराम मच गया। मृतका के भाई ने फोन पर आरोपी युवक और बहन की ओर से छेड़छाड़ को लेकर की गई शिकायत की रिकॉर्डिंग भी पुलिस को सौंपकर आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

एएसपी राजकुमार अग्रवाल का कहना है कि मामले में तहरीर के आधार पर आरोपी युवक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। आरोपी युवक की तलाश की जा रही है। हालांकि पूर्व में पीड़ित पक्ष की ओर से इस मामले में किसी प्रकार की कोई शिकायत दर्ज नहीं की गई। आरोपी को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।

Continue Reading

IANS News

वसुधैव कुटुंबकम’ भारत का शाश्वत संदेश : योगी आदित्यनाथ

Published

on

Loading

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के आदर्श वाक्य के महत्व पर जोर देते हुए इसे भारत की वैश्विक मानवता के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया है। उन्होंने इसे भारत का शाश्वत संदेश बताते हुए कहा कि हमने हमेशा से शांति, सौहार्द और सह-अस्तित्व को प्राथमिकता दी है। सीएम योगी ने यह बात शुक्रवार को एलडीए कॉलोनी, कानपुर रोड स्थित सिटी मॉन्टेसरी स्कूल (सीएमएस) के वर्ल्ड यूनिटी कन्वेंशन सेंटर में विश्व के मुख्य न्यायाधीशों के 25वें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करने के दौरान अपने संबोधन में कही। कार्यक्रम में 56 देशों के 178 मुख्य न्यायाधीश और डेलिगेट्स ने भाग लिया।

‘अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक’
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने भारत के संविधान के अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक बताया। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद सम्मानजनक अंतरराष्ट्रीय संबंधों को विकसित करने और संघर्षों को शांतिपूर्ण ढंग से हल करने के लिए नैतिक मार्ग का अनुसरण करने के लिए हम सभी को प्रेरित करता है। उन्होंने समारोह को प्रेरणादायक बताते हुए कहा कि 26 नवंबर 2024 को संविधान अंगीकरण के 75 वर्ष पूरे होंगे। यह संविधान के अंगीकृत होने के अमृत महोत्सव वर्ष की शुरुआत के दौरान आयोजित हो रहा है।

‘युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है’
योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संयुक्त राष्ट्र के ‘समिट ऑफ दि फ्यूचर’ में दिये गये संबोधन की चर्चा करते हुए कहा कि युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है। युद्ध ने दुनिया के ढाई अरब बच्चों के भविष्य को खतरे में डाला है। उन्होंने दुनिया के नेताओं से आग्रह किया कि वे एकजुट होकर आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ, सुरक्षित और भयमुक्त समाज का निर्माण करें। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सम्मेलन को वैश्विक संवाद और सहयोग का मंच बताते हुए विश्वास व्यक्त किया कि अनुच्छेद 51 की भावना के अनुरूप यह आयोजन विश्व कल्याण के मार्ग को प्रशस्त करेगा। उन्होंने दुनिया भर के न्यायाधीशों से इस दिशा में सक्रिय योगदान देने का भी आह्वान किया।

‘भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध’
मुख्यमंत्री ने संविधान के अनुच्छेद 51 की चर्चा करते हुए कहा कि यह वैश्विक शांति और सौहार्द की दिशा में भारत की सोच को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद संघर्षों के शांतिपूर्ण समाधान और सभी देशों के बीच सम्मानजनक संबंधों को बढ़ावा देने का संदेश देता है। मुख्यमंत्री ने भारत की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की सक्रिय भागीदारी से यह स्पष्ट होता है कि भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध है।

सीएमएस के संस्थापक को दी श्रद्धांजलि
सीएमएस के संस्थापक डॉ. जगदीश गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी दूरदृष्टि और प्रयासों से यह सम्मेलन एक महत्वपूर्ण मंच बना है। उन्होंने डॉ. भारती गांधी और गीता गांधी को इस कार्यक्रम को अनवरत जारी रखने के लिए धन्यवाद दिया।

इस अवसर पर हंगरी की पूर्व राष्ट्रपति, हैती रिपब्लिक के पूर्व प्रधानमंत्री सहित दुनिया के 56 देशों से आए हुए न्यायमूर्तिगण, सीएमएस की संस्थापक निदेशक डॉ भारती गांधी, प्रबंधक गीता गांधी किंगडन समेत स्कूली बच्चे और अभिभावकगण मौजूद रहे।

Continue Reading

Trending