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प्रादेशिक

प्रोयागात्मक परीक्षा देने से वंचित रहे इंटरमीडिएट के छात्रों को मिला एक और मौका

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लखनऊ/प्रयागराज। नकलविहीन बोर्ड परीक्षाएं संपन्न कराने के साथ ही प्रदेश के सभी छात्रों को आगे बढ़ने के अनेक अवसर दिलाने के लिए प्रतिबद्ध योगी सरकार ने एक और पहल की है। इसके तहत सरकार माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा आयोजित प्रयोगात्मक परीक्षाओं में छूटे और वंचित छात्रों के लिए 16 फरवरी को एक और अवसर उपलब्ध करा रही है। इस दिन छात्र प्रयोगात्मक परीक्षाओं में सम्मिलित होकर अपने भविष्य को बेहतर दिशा प्रदान कर सकेंगे। उल्लेखनीय है कि प्रदेश में 22 फरवरी से 9 मार्च तक बोर्ड परीक्षाओं का आयोजन होगा। उससे पहले सरकार सुनिश्चित करना चाहती है कि प्रत्येक छात्र अपनी प्रयोगात्मक परीक्षाएं संपन्न कर खुले मन से प्रमुख परीक्षाओं में हिस्सा ले सकें।

सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में होगी परीक्षा

माध्यमिक शिक्षा परिषद् के सचिव दिव्यकांत शुक्ल ने बताया कि 25 जनवरी 2024 से 09 फरवरी के मध्य आयोजित की गई वर्ष 2024 की इण्टरमीडिएट प्रयोगात्मक परीक्षाओं के छूटे हुए, वंचित रह गए छात्र/छात्राओं को अंतिम अवसर प्रदान करते हुए उनकी प्रयोगात्मक परीक्षाएं 16 फरवरी, 2024 को पुनः आयोजित कराई जाएंगी। यह प्रयोगात्मक परीक्षा मुख्य परीक्षा की भांति ही सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में परिषद के क्षेत्रीय कार्यालयों द्वारा नियुक्त परीक्षकों द्वारा सम्पादित कराई जाएंगी।

बोर्ड परीक्षा से पहले अंतिम अवसर

सचिव दिव्यकांत शुक्ल ने बताया कि किसी विद्यालय के सभी परीक्षार्थियों की छूटी हुई परीक्षा उनके ही विद्यालय में तथा एकल रूप से कहीं-कहीं छूटे हुए परीक्षार्थियों की परीक्षा जिला विद्यालय निरीक्षक / क्षेत्रीय कार्यालयों द्वारा जनपद मुख्यालय स्तर पर निर्धारित किए गए केन्द्र पर कराई जाएगी। इस सन्दर्भ में छूटे हुए छात्र/छात्राएं अपने पंजीकृत विद्यालय/जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय से सम्पर्क स्थापित कर प्रयोगात्मक परीक्षाओं के सम्बन्ध में उनके अपने जनपद में निर्धारित किए गए केन्द्र/विद्यालय की सूचना प्राप्त कर निर्धारित तिथि को परीक्षा में सम्मिलित हों। इसके बाद प्रयोगात्मक परीक्षा हेतु कोई अवसर प्रदान नहीं किया जाएगा।

 

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झारखण्ड

जयराम महतो “टाइगर” ने लगाया विजयी तिलक, झारखंड मुक्ति मोर्चा की बेबी देवी को 10,945 वोटों से हराया

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झारखंड। जयराम महतो की पार्टी झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा (जेएलकेएम) ने झारखंड विधानसभा चुनाव में आखिरकार कैंची चला ही दी. जेएलकेएम सुप्रीमो जयराम महतो को छोड़कर कोई दूसरा उम्मीदवार जीत तो नहीं दर्ज कर पाया, लेकिन इस पार्टी ने कई सीटों पर एनडीए और इंडिया गठबंधन का खेल खराब कर दिया.

चुनाव आयोक के आंकड़ों के मुताबिक, जयराम महतो ने झारखंड मुक्ति मोर्चा की बेबी देवी को 10,945 वोटों से हराया. जयराम कुमार महतो को 94,496 तो वहीं, बेबी देवी को 83,551 वोट मिले. झारखंड की गिरिडीह जिले की डुमरी विधानसभा सीट पर दूसरे चरण में 20 नवंबर को वोट डाले गए थे. 30 साल के जयराम महतो को ‘टाइगर’ के नाम से भी जाना जाता है. जयराम महतोने अपनी पार्टी झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा (JKLM) के साथ चुनावी मैदान में कदम रखा था. डुमरी विधानसभा सीट पर इस बार त्रिकोणीय मुकाबला था, लेकिन जयराम महतो ने सबको पीछे छोड़ दिया.

डुमरी सीट पर पिछले विधानसभा चुनावों के नतीजे

JMM के दिग्गज नेता जगरनाथ महतो के निधन के कारण 2023 में इस सीट पर उपचुनाव हुआ था. जिसमें उनकी पत्नी बेबी देवी ने जेेएमएम की टिकट पर जीत दर्ज की थी. उन्होंने आजसू की यशोदा देवी को 17,153 वोटों से हराया था.

झारखंड में 2005 में पहली बार चुनाव हुए थे. इस चुनाव में जगरनाथ महतो ने जीत दर्ज की थी. इसके बाद हुए 2009, 2014 और 2019 के चुनावों में भी जगरनाथ महतो ने इस सीट से जीत हासिल की थी. इस सीट से वो लगातार चार बार विधायक चुने गए थे. जयराम महतो को उनके प्रशंसक ‘टाइगर’ नाम से बुलाते हैं. उनके पहले ‘जगरनाथ महतो’ को भी टाइगर उपनाम से जाना जाता था.

 

 

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