उत्तर प्रदेश
पीएम ने सिटी को भी ‘स्मार्ट’ बना दियाः सीएम योगी
लखनऊ| मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह नए भारत का नया उत्तर प्रदेश है, जो विकास भी करता है और विरासत को संरक्षित भी करता है। युवाओं के आजीविका की व्यवस्था करता है और आमजन की आस्था को सम्मान भी देता है। प्रदेश में सुरक्षा का बेहतर माहौल देता है तो प्रदेश को समृद्धि के नित नए सोपान की ओर से अग्रसर करने के लिए प्रतिबद्धता से कार्य भी करता है। नए भारत के नए उत्तर प्रदेश की इस गति में जब प्रदेश का हर नागरिक सहभागी बनता है, तब पीएम मोदी के विकसित भारत के संकल्प की प्रतिपूर्ति होती है। हर भारतवासी का संकल्प होना चाहिए कि हमारा देश विकसित भारत बने। 2017 में 24 फीसदी आबादी नगरीय क्षेत्रों में रहती थी, आज यह आबादी 30 फीसदी है और आने वाले पांच वर्ष में उप्र में यह आबादी 40 फीसदी पहुंचने वाली है। सीएम ने कहा कि पहले लोग केवल मनुष्य को कहते थे कि बड़ा स्मार्ट बन रहा है, लेकिन प्रधानमंत्री ने सिटी को भी ‘स्मार्ट’ बना दिया।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में नगर विकास विभाग की 11 हजार करोड़ रुपये की 3419 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण-शिलान्यास किया। सीएम ने यहां प्रदर्शनी-स्टॉल का अवलोकन कर नगर विकास विभाग की मार्गदर्शिका का भी विमोचन किया। मुख्यमंत्री ने विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को सम्मानित भी किया। सीएम ने कहा कि पहली बार नगर विकास विभाग की ओर से इतने बड़े पैमाने पर योजनाओं का लोकार्पण-शिलान्यास हो रहा है। सात साल पहले नगर विकास विभाग का जितना बजट था, उसका तीन गुना केवल एक साथ लोकार्पित-शिलान्यास हो रहा है।
नए निकायों का गठन हुआ, क्षेत्रफल भी बढ़ाए गए
सीएम ने बताया कि 112 नए नगर निकायों का गठन हुआ। तीन नए नगर निगम भी बनाए गए। नगर पालिका परिषद व नई नगर पंचायतें गठित हुईं। उनके क्षेत्रफल को बढ़ाया गया। स्मार्ट सिटी व अमृत मिशन के साथ ही ऐसी तमाम स्कीमें लाई गईं, जिनकी ईज ऑफ लिविंग के लक्ष्य को प्राप्त करने में बड़ी भूमिका है। पहले लोग केवल मनुष्य को कहते थे कि बड़ा स्मार्ट बन रहा है, लेकिन प्रधानमंत्री ने सिटी को भी ‘स्मार्ट’ बना दिया। भारत सरकार के सहयोग से 10 और राज्य स्मार्ट सिटी मिशन के अंतर्गत सात नगर निगम समेत यूपी के कुल 17 नगर निगम स्मार्ट सिटी बन रहे हैं। उप्र देश का पहला राज्य है, जो सभी नगर निगमों को स्मार्ट सिटी मिशन के साथ जोड़कर काम कर रहा है।
दूधिया लाइट से आज सभी नगर निकाय क्षेत्र चमकते हैं
सीएम ने कहा कि हमारा पहला संकल्प क्या होना चाहिए। जब हम चुनते हैं तो बिना किसी खर्चे, अतिरिक्त प्रयास के चेयरमैन-पार्षद के रूप में हर वार्ड में स्वच्छता समिति का गठन करके उनके माध्यम से सुबह-शाम आधा-एक घंटे घूम लें तो स्वच्छता के लक्ष्य को हासिल कर सकते हैं। डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन की कार्रवाई हो, सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट के लिए किए जाने प्रयासों में सहभागी बन जाएं। सीएम ने कहा कि 2017 के पहले जब नगरों में निकलते थे तो बिजली आती नहीं थी। यदि आती भी थी तो स्ट्रीट लाइट आधी-अधूरी जलती थी, कोई पीली तो कोई सफेद जलती थी। लाइट इतनी कम रहती थी कि स्ट्रीट लाइट ठीक ढंग से काम नहीं करती थी। हम लोगों ने प्रदेश में फ्री में 16 लाख एलईडी स्ट्रीट लाइट लगाई। दूधिया लाइट से आज सभी नगर निकाय क्षेत्र चमकते हैं। स्ट्रीट लाइट के परिणामस्वरूप कार्बन उत्सर्जन व बिजली के खपत को कम किया गया। एक जैसी स्ट्रीट लाइट होने के कारण स्मार्ट सिटी के मिशन को पूरा करने व पीएम के विजन के अनुरूप कम से कम कार्बन उत्सर्जन के लक्ष्य को प्राप्त करने में नगर निकाय योगदान दे रहे हैं।
पहले की तुलना में आज सफाई बहुत अच्छी हुई है
सीएम ने कहा कि पहले शहरी क्षेत्र कूड़े से लदे होते थे। आज पहले की तुलना में सफाई बहुत अच्छी हुई है, फिर भी अच्छे कार्य को और अच्छा करना चाहिए। शहर में जलजमाव न हो, सड़कें अच्छी हों, अभी से पांच वर्ष की कार्ययोजना बनाकर काम करें, हमारा नगर निकाय आत्मनिर्भर बने। इसके लिए निकाय की आय को भी बढ़ाएं। सात वर्ष में केंद्र व राज्य सरकारों ने काफी बड़े लक्ष्य को हासिल किया। नगर विकास के अंदर आज प्रदेश में 15 लाख गरीबों को 3500 करोड़ से अधिक की राशि वितरित हो चुकी है और प्रदेश में 56 लाख गरीबों को पीएम आवास मिला। तीन करोड़ लोगों को शौचालय मिला। 15 करोड़ लोग फ्री राशन की सुविधा पा रहे, 19 लाख स्ट्रीट वेंडर्स पीएम स्वनिधि योजना का लाभ पा रहे। 762 नगर निकायों में बिना भेदभाव के साथ शासन की योजनाओं का लाभ प्राप्त हो रहा है। सीएम ने कहा कि पीएम की मंशा के अनुरूप एक्सप्रेशनल विकास खंड की तर्ज पर नए व पिछड़े नगर निकायों को आकांक्षात्मक नगर निकाय के रूप में चिह्नित करके वहां सीएम अर्बन फेलो की तैनाती करें। 100 अर्बन फेलोज को आज टैबलेट दिया गया। इंडीकेटर तय किए गए हैं, टैबलेट के माध्यम से ऑनलाइन फीडिंग होगी, यहां से मॉनीटरिंग व फिजिकल वेरीफिकेशन होगा। फिर हम उनकी रैंकिंग तैयार करेंगे। अच्छा कार्य करने वाले को इंसेंटिव देंगे। कार्य न कर पाने वाले को प्रोत्साहित करेंगे। 100 प्रतिशत सेच्युरेशन के लक्ष्य को प्राप्त करने में हम सभी सहभागी बनें।
यूपी ने अलग-अलग वर्गों में अनेक पुरस्कार प्राप्त किए हैं
सीएम ने कहा कि यूपी देश का पहला राज्य है, जिसने अलग-अलग वर्गों में अनेक पुरस्कार प्राप्त किए। यूपी देश का पहला राज्य है, जिसके छह नगरों में मेट्रो प्रारंभ हुई। वाराणसी में रोपवे की सुविधा प्रारंभ हो रही है। शाहजहांपुर में भी रोपवे की सुविधा प्रारंभ करने के इच्छुक हैं। इलेक्ट्रिक बस सेवा की भी काफी डिमांड है, नगर विकास ने इस कार्य को तेजी से बढ़ाया है। मुख्यमंत्री नगर सृजन योजना, वंदन योजना, मुख्यमंत्री ग्रीन रोड इंफ्रास्ट्रक्चर डवलपमेंट स्कीम के साथ ही दीनदयाल उपाध्याय राष्ट्रीय शहरी आजीविका योजना के अंतर्गत महिला स्वयंसेवी समूह को भी प्रोत्साहित करने का कार्य हुआ है।
नगर विकास के कार्यों को सबने माना लोहा
सीएम ने कहा कि अयोध्याधाम में प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम में नगर विकास के कार्यों का सबने लोहा माना है। अगले वर्ष प्रयागराज कुंभ होना है, 2025 महाकुंभ में नगर विकास विभाग ने अपना कार्य शुरू कर दिया है। भारत की अध्यक्षता में जी-20 के सफल आयोजन में नगर विकास की महत्वपूर्ण भूमिका थी। नगर विकास नए इनोवेशन के साथ प्रदेश में अलग तस्वीर प्रस्तुत कर रहा है, यह देश के लिए नजीर बन सकता है। सीएम ने कहा कि 11 हजार करोड़ की यह परियोजना पीएम के विकसित भारत के संकल्प की दिशा में बढ़ाया गया महत्वपूर्ण कदम है। विकसित भारत के लिए विकसित उप्र और विकसित उप्र के लिए हर नगर निकाय आत्मनिर्भरता व ईज ऑफ लिविंग के लक्ष्य को प्राप्त करे। विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए 2024 में फिर एक बार मोदी सरकार चाहिए।
इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर, कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना, एके शर्मा, राज्यमंत्री राकेश राठौर ‘गुरु’, महापौर सुषमा खर्कवाल, राज्यसभा सांसद बृजलाल, विधान परिषद सदस्य मुकेश शर्मा, रामचंद्र प्रधान, उमेश द्विवेदी, मोहसिन रजा, विधायक नीरज बोरा, योगेश शुक्ला, मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र आदि मौजूद रहे।
उत्तर प्रदेश
योगी सरकार के प्रयासों से दिव्य, भव्य अयोध्या में फिर से लौटने लगा ‘राम राज्य’
अयोध्या। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार के प्रयासों से दिव्य और भव्य अयोध्या में एक बार फिर से रामराज्य लौटने लगा है। इसे भवगान श्रीराम की विशेष कृपा ही कहेंगे कि अयोध्या में ऑनलाइन की जाने वाली शिकायतों का समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण ढंग से निस्तारण हो रहा है। हर शिकायतों का प्राथमिकता के आधार पर समाधान किया जा रहा है। ऐसा हम नहीं कह रहे बल्कि मुख्यमंत्री कार्यालय से आई एक अक्टूबर की रिपोर्ट बता रही है, जिसमें जिले के 19 में से 18 थाने प्रदेश में पहली रैंक पर आए हैं। इसमें कोतवाली नगर टॉप पर है।
जनपद पुलिस ने आईजीआरएस यानि एकीकृत शिकायत निवारण प्रणाली पोर्टल पर ऑनलाइन आने वाली जन शिकायतों के समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण निस्तारण में पहली रैंक प्राप्त की है। पिछले कई महीनों बाद यह मौका आया है, जब अयोध्या पुलिस को यह सफलता मिली है। एसएसपी ने बेहतर प्रदर्शन करने वाले थानेदारों को सराहते हुए फेहरिस्त में निचले पायदान पर मौजूद थाने को बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रेरित किया है। प्रदेश सरकार ने जनता की शिकायतों के निस्तारण के लिए आईजीआरएस पोर्टल की व्यवस्था तैयार की है। नियमानुसार, इस पोर्टल पर आने वाली ऑनलाइन शिकायत का 30 दिन के भीतर गुणवत्तापरक तरीके से निस्तारण करना होता है। समय समय पर इन शिकायतों से जुड़ा फीडबैक लखनऊ में बैठे आला अफसर लेते हैं। डिफाल्टर या असंतोष की स्थिति में शिकायतों को वापस लौटाया जाता है, ताकि उनका निस्तारण हो सके। जनपद में अक्टूबर माह में 19 थानों में तकरीबन 2700 शिकायतें आईजीआरएस पर हुई हैं। 100 फीसदी शिकायतों का निस्तारण हो चुका है।
नगर कोतवाली नंबर वन
एसपी ग्रामीण बलवंत चौधरी ने बताया कि आईजीआरएस के पोर्टल पर दर्ज शिकायतों के निस्तारण के मामले में कोतवाली नगर ने बाजी मारी है। इसके बाद सर्वाधिक शिकायतों को हल कर दूसरे नम्बर पर स्थान बनाने वाला थाना इनायतनगर है। बताया जाता है कि पुलिस में आई सभी ऑनलाइन शिकायतों के निस्तारण के लिए एक दारोगा मौके पर अवश्य जाता है। वहां से जीपीएस की तस्वीरें आती हैं, जिससे पता चलता है मामले को निपटाने में पुलिस दिलचस्पी दिखाती है।
रैंक वार थाना – प्राप्त शिकायतें व निस्तारण
1- कोतवाली नगर- 354
2- इनायतनगर- 297
3- अयोध्या कोतवाली- 272
4- कोतवाली बीकापुर- 243
5- महराजगंज- 241
6- रौनाही- 227
7- रुदौली- 209
8- गोसाईगंज- 160
9- तारुन- 156
10- खंडासा- 140
11- हैदरगंज- 133
12- कैंट- 112
13- कुमारगंज- 89
14- रामजन्मभूमि- 85
15- पटरंगा- 66
16- बाबा बाजार- 61
17- मवई- 59
18- थाना महिला- 48
19- पूराकलंदर- 324
नोट- थाना पूराकलंदर ने ऑनलाइन शिकायत पत्र देखने में देरी लगाई। इस कारण उसकी रैंक बहुत गिर गई है।
क्या है आइजीआरएस
एसएसपी राजकरण नैयर ने बताया कि आईजीआरएस जनसुनवाई के लिये एक आनलाइन माध्यम है। इस माध्यम से किसी भी व्यक्ति को शिकायत करने के लिये कहीं चक्कर लगाने की जरूरत नहीं पड़ती है। पीड़ित व्यक्ति इसके पोर्टल पर आनलाइन शिकयत दर्ज कराता है। संबंधित विभाग उसकी जांच कराकर निस्तारण कराने का प्रयास करता है। इस माध्यम से दर्ज कराई गई शिकायत पर जवाबदेही भी रहती है। शिकायत की हर स्थित से शिकायतकर्ता को जानकारी भी मिलती है।
प्रत्येक माह होती है शासन स्तर पर समीक्षा
आईजी प्रवीण कुमार ने बताया कि जनसुनवाई के इस पोर्टल पर दर्ज कराई गई शिकायतों के निस्तारण की प्रत्येक माह शासन स्तर पर समीक्षा होती है। आईजीआरएस पर दर्ज कराई गई शिकायतों के निस्तारण का फीडबैक लेते हुए शासन के मानकों के हिसाब से पीड़ित संतुष्ट है या असंतुष्ट, इसकी समीक्षा करके रैंक जारी की जाती है। उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश रहेगी अयोध्या के सभी थाने हमेशा अग्रणी रहें।
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