Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

भूकंप के झटकों से दहला ताइवान, सुनामी की चेतावनी

Published

on

Loading

नई दिल्ली। ताइवान बुधवार को आए भूकंप के तेज झटकों से दहल उठा। ताइवान के फायर डिपार्टमेंट के मुताबिक, 7 लोगों की मौत हुई है। 730 से ज्यादा लोग घायल हैं। मरने वालों का आंकड़ा बढ़ने की आशंका जताई जा रही है। ताइवान में भूकंप के बाद दक्षिणी जापान के कुछ हिस्सों में सुनामी की चेतावनी जारी की गई।

मौसम विभाग के मुताबिक भूकंप ईस्ट ताइवान के हुलिएन शहर में आया। इसका केंद्र धरती से 34 किलोमीटर नीचे था। भारतीय समय के मुताबिक सुबह 5:30 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए। कई इमारतें जमींदोज हो गईं, लैंड स्लाइड भी हुई है। वहीं, 77 लोग इमारतों-मलबे में फंसे होने की खबर है। रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।

ताइवान में आया भूकंप इतना जोरदार था कि इससे जापान के दक्षिणी द्वीप बुरी तरह हिल गए। इस भूंकप से जापान के दक्षिणी द्वीप पर बड़ी तबाही हुई है। यहां कई इमारतें ध्वस्त हो गई। हालांकि प्रभावित लोगों को घर नहीं छोड़ने की चेतावनी दी गई है। एनएचके पर एक एंकर ने कहा, “सुनामी आ रही है, कृपया तुरंत खाली कर दें। मत रुको, वापस मत जाओ। ताइवान में अक्सर भूकंप आते रहते हैं क्योंकि यह द्वीप दो टेक्टोनिक प्लेटों के जंक्शन के पास स्थित है।

सितंबर 1999 में ताइवान में 7.6 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसमें द्वीप के इतिहास की सबसे घातक प्राकृतिक आपदा में लगभग 2,400 लोग मारे गए। जापान में हर साल लगभग 1,500 झटके महसूस होते हैं। विशेष निर्माण तकनीकों और सख्त भवन नियमों के कारण जापान और ताइवान में आमतौर पर बड़े भूकंपों से भी कम नुकसान होता है। वहीं जापान ने जरूरत पड़ने पर लोगों को सचेत करने और निकालने के लिए तकनीक भी विकसित की है। जापान का अब तक का सबसे बड़ा भूकंप मार्च 2011 में जापान के उत्तर-पूर्वी तट पर आया था, जिसके कारण सुनामी आई और लगभग 18,500 लोग मारे गए या लापता हो गए।

Continue Reading

अन्तर्राष्ट्रीय

पीएम मोदी को मिलेगा ‘विश्व शांति पुरस्कार’

Published

on

Loading

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को विश्व शांति पुरस्कार देने की घोषणा की गई है। यह पुरस्कार उन्हें अमेरिका में प्रदान किया जाएगा। इंडियन अमेरिकन माइनॉरटीज एसोसिएशन (एआइएएम) ने मैरीलैंड के स्लिगो सेवंथ डे एडवेंटिस्ट चर्च ने यह ऐलान किया है। यह एक गैर सरकारी संगठन है। यह कदम उठाने का मकसद अमेरिका में भारतीय अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के कल्याण को प्रोत्साहित करने के लिए उन्हें एकजुट करना है। पीएम मोदी को यह पुरस्कार विश्व शांति के लिए उनके द्वारा किए जा रहे प्रयासों और समाज को एकजुट करने के लिए दिया जाएगा।

इसी कार्यक्रम के दौरान अल्पसंख्यकों का उत्थान करने के लिए वाशिंगटन में पीएम मोदी को मार्टिन लूथर किंग जूनियर ग्लोबल पीस अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा। इस पुरस्कार को वाशिंगटन एडवेंटिस्ट यूनिवर्सिटी और एआइएएम द्वारा संयुक्त रूप से दिया जाएगा। जिसका मकसद अस्पसंख्यकों के कल्याण के साथ उनका समावेशी विकास करना भी है।

जाने माने परोपकारी जसदीप सिंह एआइएम के संस्थापक और चेयरमैन नियुक्त किए गए हैं। इसमें अल्पसंख्यक समुदाय को प्रोत्साहित करने के लिए 7 सदस्यीय बोर्ड डायरेक्टर भी हैं। इसमें बलजिंदर सिंह, डॉ. सुखपाल धनोआ (सिख), पवन बेजवाडा और एलिशा पुलिवार्ती (ईसाई), दीपक ठक्कर (हिंदू), जुनेद काजी (मुस्लिम) और भारतीय जुलाहे निस्सिम रिव्बेन शाल है।

Continue Reading

Trending