Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

सीएम मोहन यादव ने जबलपुर में किया रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव का उद्घाटन

Published

on

Loading

जबलपुर। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने शनिवार को जबलपुर जिले में आयोजित रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव सम्मेलन का उद्घाटन किया। रीजनल इंडस्ट्री समिट ‘इन्वेस्ट ग्लोबल इन्वेस्टर समिट-2025’ के पूर्व-कार्यक्रम के रूप में आयोजित किया जा रहा है। GIS-2025 का आयोजन अगले साल 7 और 8 फरवरी को भोपाल में होना है।

सीएम यादव ने राज्य के कैबिनेट मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल, राकेश सिंह और चेतन्य कश्यप के साथ दीप प्रज्ज्वलित कर सम्मेलन का उद्घाटन किया। राज्य में निवेश को आमंत्रित करने के लिए यह राज्य में आयोजित होने वाला दूसरा रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव है।

रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव की सीरीज़ में पहला आयोजन इस साल 1 और 2 मार्च को उज्जैन में किया गया था। कॉन्क्लेव के दौरान राज्य के लिए सैकड़ों करोड़ रुपये का निवेश प्राप्त हुआ। आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, जबलपुर रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में प्रमुख उद्योगपतियों, विभिन्न उद्योग संघों के प्रतिनिधियों और प्रमुख विदेशी प्रतिनिधियों सहित 3500 से अधिक उद्योग जगत के नेता शामिल हुए।

इसके अलावा, सीएम यादव लगभग 60 इकाइयों का वर्चुअल उद्घाटन करेंगे और इस अवसर पर उद्योगपतियों के साथ आमने-सामने चर्चा भी करेंगे। इससे पहले मुख्यमंत्री मोहन यादव ने छिंदवाड़ा और जबलपुर सहित अन्य क्षेत्रों के उद्योगपतियों के साथ बैठक की और औद्योगिक निवेश को प्रोत्साहित किया। सम्मेलन का उद्देश्य प्रमुख बाज़ारों के निवेशकों को एक मंच पर लाकर और सार्थक चर्चा करके सहयोग को बढ़ावा देना है।

सम्मेलन का उद्देश्य क्षेत्रीय संभावनाओं का दोहन कर औद्योगिक विकास में क्षेत्रीय असमानताओं को दूर करना है। विज्ञप्ति में कहा गया है कि इसका उद्देश्य निवेशकों को जबलपुर क्षेत्र की औद्योगिक क्षमताओं और अवसरों से परिचित कराकर क्षेत्रीय विकास को बढ़ावा देना है.

Continue Reading

उत्तर प्रदेश

राम नगरी अयोध्या के बाद भगवान श्री राम से जुड़ी एक और नगरी को भव्य स्वरूप दे रही योगी सरकार

Published

on

Loading

प्रयागराज। योगी सरकार प्रयागराज महाकुंभ को दिव्य और भव्य स्वरूप प्रदान कर रही है। प्रयागराज नगरी के साथ ही जिले में गंगा किनारे स्थित निषादराज गुह्य की राजधानी रहे श्रृंगवेरपुर धाम का भी कायाकल्प सरकार कर रही है। श्रृंगवेरपुर धाम में धार्मिक और आध्यात्मिक पर्यटन के साथ रूरल टूरिज्म की भी संभावनाएं विकसित हो रही हैं।

मिल रहा है भव्य स्वरूप
राम नगरी अयोध्या में भगवान श्री राम के मंदिर के भव्य निर्माण और गर्भ ग्रह में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद अब प्रभु राम के अनन्य भक्त निषादराज की राजधानी श्रृंगवेरपुर को भी भव्य स्वरूप दिया जा रहा है। यूपी की पूर्व की सरकारों में उपेक्षित रहे प्रयागराज के श्रृंगवेरपुर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नई पहचान दी है। सामाजिक समरसता के प्रतीक इस स्थान को धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन के साथ अब रूरल टूरिज्म के साथ भी जोड़ कर विकसित किया जा रहा है।
प्रयागराज की क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी अपराजिता सिंह बताती हैं कि श्रृंगवेरपुर धाम का कायाकल्प का कार्य समापन के चरण में है। इसके अंतर्गत यहां ₹3732.90 लाख की लागत से निषादराज पर्यटन पार्क स्थल का निर्माण कार्य दो फेज में किया गया है। निषादराज पार्क (फेज-1) के निर्माण हेतु ₹ 1963.01 लाख के बजट से निषादराज एवं भगवान श्रीराम मिलन की मूर्ति की स्थापना व मूर्ति के पैडेस्टल का कार्य, पोडियम का कार्य, ओवर हेड टैंक, बाउण्ड्रीवाल, प्रवेश द्वार का निर्माण, गार्ड रूम आदि कार्य कराया गया। इसी तरह श्रृंगवेरपुर धाम में निषादराज पार्क (फेज-2) के ₹ 1818.90 लाख के बजट से इस भगवान श्रीराम के निषादराज मिलन से सम्बन्धित गैलरी , चित्रांकन, ध्यान केन्द्र, केयर टेकर रूम, कैफेटेरिया, पॉथ-वे, पेयजल व टॉयलेट ब्लॉक, कियास्क, पार्किंग, लैंड स्केपिंग, हॉर्टिकल्चर,आउटर रोड, सोलर पैनल, मुक्ताकाशी मंच आदि कार्य कराए गए हैं। 6 हेक्टेयर में बनाए गए इस भव्य पार्क का लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे।

रूरल टूरिज्म का हब बनेगी निषादराज की नगरी
धार्मिक और आध्यत्मिक पर्यटन के साथ श्रृंगवेरपुर धाम को ग्रामीण पर्यटन के साथ जोड़कर विकसित करने का रोड मैप तैयार किया गया है ।अपराजिता सिंह के मुताबिक रूरल टूरिज्म के अन्तर्गत श्रृंगवेरपुर धाम को विकसित किये जाने के लिए सबसे पहले यहां ग्रामीण क्षेत्र में होम स्टे की व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है। इसके लिए यहां स्थानीय लोगों को अपने यहां मड हाउस या हट बनाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है ताकि पर्यटकों को कुछ अलग अनुभव हो सके। इन सभी स्थानों पर थीमेटिक पेंटिंग होगी, स्थानीय खानपान और स्थानीय संस्कृति को भी यहां संरक्षित किया जाएगा । पर्यटक भी यहां स्टे करने के दौरान स्थानीय ग्रामीण क्राफ्ट का हिस्सा बन सके ऐसी उनकी कोशिश है।

Continue Reading

Trending