उत्तर प्रदेश
सीएम की अपील पर बाढ़ प्रभावितों की मदद को आगे आए व्यापारी और सामाजिक संगठन
लखनऊ/लखीमपुर खीरी, : आपदा के वक्त सीएम योगी हमेशा सामाजिक और व्यापारिक संगठनों से आगे आकर सहयोग की अपील करते हैं। उनकी इस अपील का असर भी होता है। इसका उत्कृष्ट उदाहरण बाढ़ प्रभावित लखीमपुर खीरी में देखने को मिल रहा है। यहां सीएम योगी की मंशा के अनुरूप डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल ने बाढ़ प्रभावित परिवारों को मदद पहुंचाने के लिए अभिनव पहल की। कॉरपोरेट सेक्टर, उद्यमियों, स्वयंसेवी संस्थाओं के सहयोग से 10 हजार स्पेशल राहत किट तैयार की जा रही है, जिसकी कीमत करीब 45 लाख रुपए है। इसका वितरण बाढ़ प्रभावित परिवारों के बीच किया जाएगा। मालूम हो कि मुश्किल समय में सरकारी एजेंसियां अपने दायित्वों के निर्वहन का हर संभव प्रयास करती हैं, बावजूद इसके कभी कभी कुछ कमियां रह जाती हैं। ऐसे में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सबका साथ, सबका विकास के मंत्र को आत्मसात करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सामाजिक उत्तरदायित्व से जुड़े प्रयासों में जनसहभागिता को बढ़ाने पर हमेशा बल दिया है।
इन व्यापारी और सामाजिक संगठनों ने बढ़ाया मदद का हाथ
डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल ने बताया कि बाढ़ को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ की संवेदनशीलता को देखते हुए उन्होंने बाढ़ प्रभावित लोगों की मदद के लिए सभी सामाजिक और व्यापारिक संगठनों से अपील की। सभी संगठनों ने इसमें बढ़-चढ़कर योगदान दिया। इनसे प्राप्त होने वाली स्पेशल राहत किट में मच्छरदानी, छाता, बैटरी सहित टॉर्च, सेनेटरी पैड (2 पैकेट) और गर्म पानी रखने के लिए 2 लीटर की थर्मस शामिल है। इसमें गणेश प्लाइवुड ने 300 किट, राइस मिलर्स एसोसिएशन लखीमपुर ने 125, राइस मिलर्स एसोसिएशन गोला ने 125, प्लाईवुड संगठन लखीमपुर ने 250, एनसीसी लिमिटेड हैदराबाद ने 1000, विभिन्न शुगर मिलों ने 1500, मैसर्स बृजमोहन कांट्रेक्टर अलीगढ, मैसर्स वैष्णो कंस्ट्रक्शन – आगरा, मेसर्स विंध्यवासिनी ट्रेडर्स-गोरखपुर ने 500 किट, जिले की विभिन्न स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा 6200 किट उपलब्ध कराई गई है। प्रत्येक स्पेशल राहत किट का मूल्य करीब 450 रुपए है।
बाढ़ प्रभावितों में वितरित किये जा रहे 1 हजार तिरपाल
जिलाधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल के अनुसार इन 10 हजार स्पेशल राहत किट के जरिए कॉरपोरेट सेक्टर, स्वयंसेवी संस्थाओं और उद्यमियों ने बाढ़ प्रभावितों को 45 लाख की मदद की है। इसके अलावा इंडियन मेडिकल एसोसिएशन लखीमपुर इकाई द्वारा करीब एक हजार तिरपाल भी बाढ़ पीड़ितों को वितरण के लिए उपलब्ध कराए हैं। बताते चलें कि प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बाढ़ प्रबंधन और जन-जीवन की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए प्रदेश के सभी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जिलाधिकारियों को सरकारी खाद्यान्न किट के वितरण के अलावा उद्यमियों, स्वयंसेवी संस्थाओं (एनजीओ) की मदद लेने के लिए निर्देशित किया था। इस पर लखीमपुर खीरी की डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल ने पहल करते हुए जिले के उद्यमियों, स्वयंसेवी संस्थाओं से बाढ़ प्रभावितों की मदद के लिए आह्वान किया। इसके बाद संस्थाएं और उद्यमी बढ़-चढ़कर आपदा में प्रभावित लोगों की मदद को आगे आ रहे हैं। इन किट के अलावा भी बाढ़ पीड़ितों में स्पेशल किट और तिरपाल वितरण के प्रयास किये जा रहे हैं।
उत्तर प्रदेश
संभल हिंसा: 2500 लोगों पर केस, शहर में बाहरी की एंट्री पर रोक, इंटरनेट कल तक बंद
संभल। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।
इसके अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति, अन्य सामाजिक संगठन अथवा जनप्रतिनिधि जनपद संभल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना एक दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के अंतर्गत दंडनीय अपराध होगा। इसके अलावा संभल और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी किया गया है। हिंसा मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस की तरफ से दुकानों को बंद नहीं किया गया है।
इसके साथ ही संभल पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर एफआईआर दर्ज की है। दोनों नेताओं पर संभल में हिंसा भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि रविवार (24 नवंबर) की सुबह संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। इस दौरान मस्जिद के पास अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते माहौल बिगड़ता चला गया। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े और अराजक तत्वों को चेतावनी भी दी। हालांकि, हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई।
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