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उत्तर प्रदेश

काकोरी व स्वतंत्रता सेनानियों की शौर्यगाथा के जरिए युवाओं में राष्ट्रभक्ति की भावना का संचार करेगी योगी सरकार

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लखनऊ, योगी सरकार काकोरी ट्रेन एक्शन की 100 वर्षगांठ पर ‘काकोरी ट्रेन एक्शन शताब्दी महोत्सव’ का आयोजन कराएगी। सीएम योगी आदित्यनाथ की पहल पर वर्तमान व भावी पीढ़ी को काकोरी व स्वतंत्रता सेनानियों की शौर्यगाथा के जरिए प्रेरित किया जाएगा। इसके लिए स्कूली बच्चों, किशोर-युवाओं की सहभागिता से कार्यक्रम भी होंगे। इनमें सामान्य ज्ञान, चित्रकला-पेंटिंग, सुलेख-निबंध, भाषण व वाद-विवाद आदि प्रतियोगिताएं होंगी। इनके विजेताओं को जनपद व राज्य स्तर पर 15 अगस्त के कार्यक्रम में नकद पुरस्कार व प्रमाण पत्र से सम्मानित किया जाएगा।

9 अगस्त से प्रारंभ होंगे कार्यक्रम

काकोरी ट्रेन एक्शन की 100वीं वर्षगांठ का शुभारंभ 9 अगस्त से प्रारंभ होगा। शताब्दी महोत्सव संपूर्ण प्रदेश में विभिन्न गतिविधियों के साथ वर्षपर्यंत मनाया जाएगा। व्यापक स्तर पर इस आयोजन के लिए बेसिक शिक्षा, माध्यमिक शिक्षा, उच्च शिक्षा, तकनीकी-प्राविधिक शिक्षा, व्यावसायिक शिक्षा व चिकित्सा शिक्षा से जुड़े सरकारी व निजी संस्थानों के शिक्षकों, विद्यार्थियों की भी सहभागिता व सहयोग लिया जाएगा। इसके लिए जनपद व राज्य स्तर पर अनेक प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा।

प्रभातफेरी व काकोरी ट्रेन एक्शन की घटनाओं से कराया जाएगा अवगत

शनिवार को हुई बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिया था कि काकोरी ट्रेन एक्शन शताब्दी महोत्सव के तहत शैक्षणिक संस्थानों के बच्चों की प्रभातफेरी निकाली जाए। इसकी दूरी आधा किमी. से लेकर एक किमी. ही रहे, लेकिन बच्चे इसके जरिए आजादी के नायकों के चित्र, देशभक्ति के नारे लिखी पट्टियां लेकर चलें। उनके भीतर राष्ट्रभक्ति की भावना का संचार हो। साथ ही विद्यालयों की प्रार्थना सभा में भी प्रधानाध्यापक व शिक्षकों द्वारा बच्चों को इन नायकों के वृतांत से अवगत कराया जाए।

स्वतंत्रता संग्राम नायकों, घटनाओं व स्थलों पर ही आधारित होंगी प्रतियोगिताएं

सीएम योगी ने निर्देश दिया था कि कई प्रतियोगिताओं का आयोजन कर युवाओं को भारत के गौरवशाली अतीत से भी अवगत कराया जाए। इसके लिए अनेक प्रतियोगिताएं भी कराई जाएं। संस्कृति विभाग काकोरी ट्रेन एक्शन, मैनपुरी षडयंत्र केस, 1857 से 1947 तक के स्वतंत्रता संग्राम की घटनाओं, स्थानों व आजादी के नायकों पर आधारित सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता आयोजित करेगी। किशोर व युवा वर्ग के लिए इसी पर आधारित चित्रकला प्रतियोगिता होगी। उत्कृष्ट व पुरस्कार प्राप्त कृतियों को विभिन्न स्मारकों, सभागारों, जिलाधिकारी व अन्य सरकारी कार्यालयों में लगाया जाएगा। पांच से 12 वर्ष तक के बच्चों के लिए सुलेख व किशोरवय के लिए निबंध प्रतियोगिता होगी। इनका विषय भी स्वतंत्रता संग्राम से जुड़े नायकों, घटनाओं व स्थलों पर ही आधारित होगा। काकोरी ट्रेन एक्शन के प्रेरणादायी घटनाक्रम व काकोरी के नायकों पर आधारित भाषण व वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन महाविद्यालय, उच्च शिक्षा संस्थान व विश्वविद्यालय स्तर पर कराया जाएगा।

यह प्रतियोगिताएं जनपद व राज्य स्तर पर होंगी। जनपद स्तर पर विजेताओं के चयन के लिए डीएम के द्वारा चयन समिति का गठन किया जाएगा। 15 अगस्त (स्वतंत्रता दिवस) के कार्यक्रम में विजेताओं को नकद पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। साथ ही विजेताओं को प्रणाम पत्र भी प्रदान किया जाएगा।

स्थान जनपद स्तर राज्य स्तर
प्रथम 10, 000 51000
द्वितीय 7500 21000
तृतीय 5000 11000
सांत्वना (सात) 1000 प्रति पुरस्कार 5000 रुपये प्रति पुरस्कार

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उत्तर प्रदेश

योगी सरकार टीबी रोगियों के करीबियों की हर तीन माह में कराएगी जांच

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लखनऊ |  योगी सरकार ने टीबी रोगियों के संपर्क में रहने वाले व्यक्तियों एवं पूर्व टीबी रोगियों की स्क्रीनिंग कराने का निर्णय लिया है। यह स्क्रीनिंग हर तीन महीने पर होगी। वहीं साल के खत्म होने में 42 दिन शेष हैं, ऐसे में वर्ष के अंत तक हर जिलों को प्रिजेंम्टिव टीबी परीक्षण दर के कम से कम तीन हजार के लक्ष्य को हासिल करने के निर्देश दिये हैं। इसको लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य ने सभी जिला क्षय रोग अधिकारियों (डीटीओ) को पत्र जारी किया है।

लक्ष्य को पूरा करने के लिए रणनीति को किया जा रहा और अधिक सुदृढ़

प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य पार्थ सारथी सेन शर्मा ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश को वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त करने का लक्ष्य रखा गया है। ऐसे मेें टीबी रोगियों की युद्धस्तर पर स्क्रीनिंग की जा रही है। इसी क्रम में सभी डीटीओ डेटा की नियमित माॅनीटरिंग और कमजोर क्षेत्रों पर ध्यान देने के निर्देश दिये गये हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम (एनटीईपी) का लक्ष्य टीबी मामलों, उससे होने वाली मौतों में कमी लाना और टीबी रोगियों के लिए परिणामों में सुधार करना है। ऐसे में इस दिशा में प्रदेश भर में काफी तेजी से काम हो रहा है। इसी का परिणाम है कि इस साल अब तक प्रदेश में टीबी रोगियों का सर्वाधिक नोटिफिकेशन हुआ है। तय समय पर इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए रणनीति को और अधिक सुदृढ़ किया गया है।

कांटेक्ट ट्रेसिंग और स्क्रीनिंग से टीबी मरीजों की तेजी से होगी पहचान

राज्य क्षय रोग अधिकारी डाॅ. शैलेन्द्र भटनागर ने बताया कि टीबी के संभावित लक्षण वाले रोगियों की कांटेक्ट ट्रेसिंग और स्क्रीनिंग को बढ़ाते हुए फेफड़ों की टीबी (पल्मोनरी टीबी) से संक्रमित सभी लोगों के परिवार के सदस्यों और कार्यस्थल पर लोगों की बलगम की जांच को बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। कांटेक्ट ट्रेसिंग और स्क्रीनिंग जितनी ज्यादा होगी, उतने ही अधिक संख्या में टीबी मरीजों की पहचान हो पाएगी और उनका इलाज शुरू हो पाएगा। इसी क्रम में उच्च जोखिम वाले लोगों जैसे 60 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों, डायबिटीज रोगियों, धूम्रपान एवं नशा करने वाले व्यक्तियों, 18 से कम बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) वाले व्यक्तियों, एचआईवी ग्रसित व्यक्तियों और वर्तमान में टीबी का इलाज करा रहे रोगियों के सम्पर्क में आए व्यक्तियों की हर तीन माह में टीबी की स्क्रीनिंग करने के निर्देश दिये गये हैं।

हर माह जिलों का भ्रमण कर स्थिति का जायजा लेने के निर्देश

टीबी को जड़ से खत्म करने के लिए नैट मशीनों का वितरण सभी ब्लाॅकों पर टीबी की जांच को ध्यान रखने में रखते हुए करने के निर्देश दिये गये हैं। साथ ही उन टीबी इकाइयों की पहचान करने जो आशा के अनुरूप काम नहीं कर रहे हैं उनमें सुधार करने के लिए जरूरी कदम उठाने का आदेश दिया गया है। क्षेत्रीय टीबी कार्यक्रम प्रबन्धन इकाई (आरटीपीएमयू) द्वारा हर माह में जनपदों का भ्रमण करते हुए वहां की स्थिति का जायजा लेने के भी निर्देश दिए हैं।

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