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उत्तर प्रदेश

महाकुंभ में प्लास्टिक बैन, लगेंगे दोने,पत्तल और कुल्हड़ के स्टॉल

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प्रयागराज। महाकुंभ 2025 को योगी सरकार स्वच्छ और ग्रीन महाकुंभ बनाने के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। इसी क्रम में महाकुंभ 2025 को पूरी तरह प्लास्टिक फ्री बनाने का लक्ष्य रखा गया है। सीएम योगी की आकांक्षा के मुताबिक महाकुंभ के दौरान पूरे प्रयागराज को प्लास्टिक मुक्त बनाने के लिए मिशन मोड में कार्य किया जा रहा है। महाकुंभ में सिंगल यूज्ड प्लास्टिक को पूरी तरह बैन करने के साथ ही प्राकृतिक उत्पाद दोना, पत्तल, कुल्हड़ और जूट व कपड़े के थैलों के प्रयोग को बढ़ावा दिया जा रहा है। इसके लिए मेला क्षेत्र में ही जूट व कपड़े के थैले, दोने,पत्तल और कुल्हड़ के स्टॉल खोले जाएंगे। इसके लिए निविदा भी जारी की गई है।

पूरे मेला क्षेत्र में होगी सप्लाई

प्रयागराज मेला प्राधिकरण की ओर महाकुंभ के दौरान प्लास्टिक के सामनों के विकल्प के तौर पर प्राकृतिक उत्पादों का प्रयोग करने के स्टॉल लगाने की योजना है। इसके लिए महाकुंभ में दोने, पत्तल, कुल्हड़ व कपड़े या जूट के थैलों के स्टॉल लगाने की निविदा जारी की गई है। इन स्टॉल से महाकुंभ के दौरान प्राकृतिक उत्पादों की सप्लाई पूरे मेला क्षेत्र में की जाएगी। साथ ही महाकुंभ के दौरान दुकानदारों को भी प्राकृतिक उत्पादों का ही प्रयोग करने का निर्देश जारी किया गया है। महाकुंभ के दौरान किसी भी तरह की सिंगल यूज्ड प्लास्टिक के उत्पादों के प्रयोग पर पूरी तरह प्रतिबंध रहेगा।

प्लास्टिक फ्री महाकुंभ बनाने का अभियान शुरू

प्लास्टिक फ्री महाकुंभ अभियान में तेजीनलने के लिए प्रयागराज के मण्डलायुक्त विजय विश्वास पंत ने शहर को विभिन्न जोन में बांटते हुए हर जोन के लिए एक नोडल अधिकारी नियुक्त करने का निर्देश दिया है, जो अपने जोन को स्वच्छ और प्लास्टिक फ्री बनाने के लिए कार्ययोजना के तहत काम करेंगें। उनके कार्यों की प्रगति की समीक्षा साप्ताहिक तौर पर की जाएगी। साथ ही उन्होंने शहर में सभी पॉलीथीन बैग के थोक विक्रेताओं को शहर में पॉलीथीन की सप्लाई रोकने के भी निर्देश जारी किये हैं। इसके अलावा, प्रयागराज को प्लास्टिक मुक्त बनाने का जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है। पूरे शहर में स्वच्छ महाकुंभ, स्वच्छ प्रयागराज के तहत नो प्लास्टिक यूज व पॉलिथीन का प्रयोग न करें के पोस्टर, होर्डिंग लगाए जाएंगे। शहर में जगह-जगह नुक्कड़ नाटकों का भी मंचन किया जाएगा। मण्डलायुक्त ने जिलाधिकारी के साथ संगम तट पर “से नो प्लास्टिक“ का प्लेज लेते हुए शहरवासियों से भी प्लेज लेने के लिए प्रोत्साहित किया है।

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उत्तर प्रदेश

महाकुम्भ 2025 के सफल आयोजन के लिए 07 हजार बसों के अलावा 550 शटल बसें संचालित करेगा परिवहन निगम

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लखनऊ/प्रयागराज। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशन में उ0प्र0 परिवहन निगम दिव्य, भव्य एवं ग्रीन महाकुम्भ मेला-2025 के सफल आयोजन के लिए 07 हजार बसों को संचालित करेगा। परिवहन निगम प्रदेश के सभी महत्वपूर्ण स्थानों से सुगम, सस्ती एवं आरामदायक सुविधायें उपलब्ध कराने के लिए कटिबद्ध है।

महाकुम्भ मेला में सड़क मार्ग से पूर्वाचल से अधिक संख्या में तीर्थयात्री आते हैं। इसके दृष्टिगत पूर्वांचल के छोटे-छोटे कस्बों से मेला स्थल को जोड़ते हुए बसों के संचालन की योजना परिवहन निगम ने तैयार की है। महिला एवं वृद्ध तीर्थयात्रियों को विशेष सुविधा प्रदान करने की योजना बनाई गयी है।

3 चरणों में संचालन

एमडी परिवहन निगम मासूम अली सरवर ने बताया कि महाकुम्भ मेला 2025 के दौरान मुख्य स्नान 13 जनवरी से 26 फरवरी, 2025 के बीच पड़ रहे, जिसमें मौनी अमावस्या का शाही स्नान 29 जनवरी एवं बसंत पंचमी का शाही स्नान 03 फरवरी, 2025 को है। महाकुम्भ 2025 के दौरान लगभग 6800 परिवहन बसें एवं लगभग 200 वातानुकूलित बसों का संचालन किये जाने की योजना है।

प्रथम चरण में 12 जनवरी से 23 जनवरी तक द्वितीय चरण में 24 जनवरी से 07 फरवरी तक एवं तीसरे चरण में 08 फरवरी से 27 फरवरी तक तीन चरणों में महाकुम्भ मेले में संचालन को बाटा गया है। निगम के कुल 19 क्षेत्रों से लगभग 165 मार्गों पर निगम की बसों का संचालन किया जायेगा।

550 शटल बसें चलाई जाएंगी

एमडी परिवहन निगम ने बताया कि बसों के अतिरिक्त 550 शटल बसें विभिन्न स्थाई एवं अस्थाई बस स्टेशनों एवं विभिन्न मार्गों पर निर्धारित वाहन पार्किंग स्थलों से संगम तट के निकट स्थित भारद्वाज पार्क एवं भारत स्काउट गाइड कालेज बैक रोड तक तथा लेप्रोसी बस स्टेशन व अंधावा बस स्टेशन तक संचालित किये जाने की योजना है।

उन्होंने बताया कि मुख्य स्नान पर्व पर शश्रद्धालुओं की अत्यधिक भीड़ बढ़ने के कारण शास्त्रीपुल, फाफामऊ पुल एवं यमुना पुल यातायात हेतु प्रतिबंधित रहने की स्थिति में शहर के बाहर कुल 08 अस्थाई बस स्टेशन गठित किये जायेंगे, जिसमें झूसी बस स्टेशन, दुर्जनपुर बस स्टेशन, सरस्वतीगेट बस स्टेशन, नेहरू पार्क बस स्टेशन, बेली कछार बस स्टेशन, बेला कछार बस स्टेशन, सरस्वती हाइटेक सिटी मेनू एवं लेप्रोसी मिशन बस स्टेशन हैं।

इन मार्गों प्रभाग संचालन

एमडी ने बताया कि झूसी बस स्टेशन से दोहरी घाट, बड़हलगंज, गोला, उरूवा, खजनी, सीकरीगंज, गोरखपुर मार्ग, आजमगढ़-बलिया-मऊ व सम्बद्ध मार्ग के लिए बसों का संचालन किया जायेगा। दुर्जनपुर बस स्टेशन का उपयोग झूसी बस स्टेशन की बसों का संचालन मेला प्रशासन द्वारा रोके जाने पर किया जायेगा।

इसी प्रकार सरस्वतीगेट बस स्टेशन से बदलापुर, शाहगंज, टांडा व सम्बद्ध मार्ग एवं वाराणसी एवं संबद्ध मार्ग के लिए बसों का संचालन किया जायेगा, नेहरू पार्क बस स्टेशन से कानपुर एवं कौशाम्बी को संबद्ध मार्ग के लिए, बेला कछार बस स्टेशन से रायबरेली लखनऊ व संबद्ध मार्ग एवं फैजाबाद, अयोध्या, गोण्डा, बस्ती, बहराइच व संबद्ध मार्ग के लिए, सरस्वती हाइटेक सिटी नैनी से विन्ध्यांचल, मिर्जापुर, शक्तिनगर व संबद्ध मार्ग के लिए, लैप्रोसी मिशन बस स्टेशन से बांदा-चित्रकूट व संबद्ध मार्ग एवं रीवा-सीधी व संबद्ध मार्ग के लिए संचालन किया जायेगा।
नेहरू पार्क बस स्टेशन पर बसों का संचालन मेला प्रशासन द्वारा रोके जाने पर बसों का संचालन बेली कछार बस स्टेशन से किया जायेगा।

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