नई दिल्ली। पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक का 5 अगस्त 2025 को दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में निधन हो गया। वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे और अस्पताल में उनका इलाज जारी था। यह जानकारी उनके निजी सचिव केएस राणा ने दी। सत्यपाल मलिक के निधन की सूचना उनके सोशल मीडिया अकाउंट ‘एक्स’ पर भी साझा की गई।
सत्यपाल मलिक ने जम्मू-कश्मीर, गोवा, बिहार और मेघालय जैसे राज्यों में राज्यपाल की भूमिका निभाई थी। वे अपने बेबाक बयानों और किसान आंदोलन, भ्रष्टाचार व राष्ट्रीय मुद्दों पर मुखर राय के लिए लगातार सुर्खियों में रहे।
अनुच्छेद 370 हटने के समय थे जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल
जब अगस्त 2019 में जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 35A हटाया गया और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांटा गया, उस समय सत्यपाल मलिक ही राज्यपाल थे। इसके बाद वे केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के पहले उपराज्यपाल भी बने।
राजनीतिक करियर और साथियों की प्रतिक्रिया
उनके निधन पर जेडीयू नेता केसी त्यागी ने गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा, “यह मेरे लिए निजी क्षति है। जब मेरठ एक ही जिला हुआ करता था, तब हमने साथ में राजनीतिक जीवन की शुरुआत की। हम दोनों ने चौधरी चरण सिंह के नेतृत्व वाले लोकदल में लंबे समय तक साथ काम किया। फिर वीपी सिंह सरकार में साथ सांसद बने। उनके चले जाने से पश्चिमी उत्तर प्रदेश की एक मजबूत आवाज अब खामोश हो गई है।”