नई दिल्ली। भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के अध्यक्ष द्वारा पहलवानों के खिलाफ दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका दायर करने की खबर को खुद WFI अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने फर्जी बताया है।
इस संबंध में बृजभूषण शरण सिंह ने ट्वीट कर कहा, “मेरे या मुझसे सम्बद्ध किसी अधिकृत व्यक्ति द्वारा दिल्ली सरकार, धरना देने वाले पहलवानों और न्यूज़ चैनलों के विरुद्ध कोई याचिका प्रस्तुत नहीं की गई है। मैंने किसी अधिवक्ता, लॉ एजेंसी या प्रतिनिधि को किसी न्यायालय में याचिका प्रस्तुत करने की अनुमति या अधिकार प्रदान नहीं किया है।
अतः मीडिया के सभी माध्यमों से आग्रह है कि कोई भी अपुष्ट और अप्रमाणिक ख़बर प्रसारित न करें। वर्तमान समय में विषय की संवेदनशीलता और गंभीरता को देखते हुए सभी से अनुरोध है कि किसी अफवाह या भ्रमात्मक तथ्यों को बढ़ावा देकर अव्यवस्था न बढ़ावें।”
मेरे या मुझसे सम्बद्ध किसी अधिकृत व्यक्ति द्वारा दिल्ली सरकार, धरना देने वाले पहलवानों और न्यूज़ चैनलों के विरुद्ध कोई याचिका प्रस्तुत नहीं की गई है
मैंने किसी अधिवक्ता, लॉ एजेंसी या प्रतिनिधि को किसी न्यायालय में याचिका प्रस्तुत करने की अनुमति या अधिकार प्रदान नहीं किया है@ANI— BrijBhushan Sharan Singh (Modi ka Parivar) (@b_bhushansharan) January 23, 2023
अतः मीडिया के सभी माध्यमों से आग्रह है कि कोई भी अपुष्ट और अप्रमाणिक ख़बर प्रसारित न करें
वर्तमान समय में विषय की संवेदनशीलता और गंभीरता को देखते हुए सभी से अनुरोध है कि किसी अफवाह या भ्रमात्मक तथ्यों को बढ़ावा देकर अव्यवस्था न बढ़ावें@aajtak @Republic_Bharat @Zee— BrijBhushan Sharan Singh (Modi ka Parivar) (@b_bhushansharan) January 23, 2023
महिला खिलाड़ियों ने लगाए गंभीर आरोप
बता दें कि हाल ही में ओलंपिक पदक विजेता साक्षी मलिक, विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया सहित कई नमी गिरामी पहलवानों ने दिल्ली के जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन करते हुए बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न सहित अन्य कई आरोप लगाए थे।
खिलाड़ियों के प्रदर्शन को देखते हुए शुक्रवार देर रात, सरकार से आश्वासन दिए जाने के बाद खिलाड़ियों ने अपना विरोध प्रदर्शन बंद कर दिया और बृजभूषण को चार हफ्तों के लिए इस मामले से दूरी बनाकर रखने के लिए कहा गया है।
समिति करेगी आरोपों की जांच
सरकार की ओर से कहा गया है कि इस दौरान एक जांच कमेटी बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न और वित्तीय अनियमितता के आरोपों की जांच करेगी।