नई दिल्ली। इंसानों के आत्महत्या करने की खबरें हमें हमेशा समाचार में पढ़ने या सुनने को मिल जाती हैं। लेकिन क्या आपने कभी सुना है कि पक्षियां भी आत्महत्या कर लेते हैं? रह गए न हैरान? दरअसल, असम में एक ऐसा रहस्यमय गांव हैं जहां पक्षियां आत्महत्या कर लेते हैं।
यहां के दिमा हासो जिले की पहाड़ी में स्थित जतिंगा घाटी पक्षियों का सुसाइड पॉइंट के तौर पर काफी मशहूर है। हर साल सितंबर महीने में जतिंगा गांव पक्षियों की आत्महत्या के कारण सुर्खियों में आ जाता है। इस जगह पर ना केवल स्थानीय पक्षी बल्कि प्रवासी पक्षी भी पहुंच कर सुसाइड कर लेते हैं। इस वजह से जतिंगा गांव काफी रहस्यमय माना जाता है।
इस गांव में हजारों पक्षी तेजी से उड़ते हुए किसी इमारत या पेड़ से टकरा जाते हैं, जिससे उनकी मौत हो जाती है। हैरानी की बात तो ये है कि ये घटना शाम 7 से रात 10 बजे के बीच ही होती है।
पक्षी विशेषज्ञों के मुताबिक चुंबकीय ताकतों की वजह से ऐसी घटना होती है। नम और कोहरे-भरे मौसम में हवाएं तेजी से बहती हैं, तो रात के अंधेरे में पक्षी रोशनी के आसपास उड़ने लगते हैं। रोशनी कम होने के कारण उन्हें साफ दिखाई नहीं देता है, जिसके कारण वे किसी इमारत या पेड़ या वाहनों से टकरा जाते हैं।
वहीं स्थानीय लोग इसके पीछे रहस्यमय ताकत का हाथ मानते हैं। उनका ये भी मानना है कि इस दौरान इंसानी आबादी का भी बाहर आना खतरनाक हो सकता है। सितंबर-अक्तूबर के दौरान जतिंगा की सड़कें शाम के समय एकदम सुनसान हो जाती हैं। देश-विदेश के कई वैज्ञानिक इस घटना पर रिसर्च कर चुके हैं, लेकिन अभी तक सही वजह का पता नहीं चल पाया है।