चेन्नई। भारत के दक्षिणी राज्य कोयंबटूर (Coimbatore) में एक मंदिर के सामने कार में हुए विस्फोट में मारा गया 29 वर्षीय इंजीनियर ग्रैजुएट मुबीन संभवत: एक आत्मघाती हमलावर था। जांच एजेंसी एनआईए ने इसका खुलासा किया है। एनआईए का कहना है कि बम संभालने में अनुभवहीनता के कारण कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ। बता दें कि इस मामले की जांच एनआईए कर रही है।
यह भी पढ़ें
भाजपा ने संविधान को कुचल दिया, सेक्युलरिज्म खत्म हो गया: महबूबा मुफ्ती
कल से प्रारंभ है लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा, जाने शुभ मुहूर्त
एक प्रत्यक्षदर्शी ने पुलिस को बताया कि दीवाली की पूर्व संध्या पर सुबह 4 बजे कोट्टैमेडु में संगमेश्वर मंदिर के सामने कार रुकी। मुबीन आग की लपटों में घिरी गाड़ी से कुछ फुट दूर जमीन पर गिरने से पहले बाहर निकला। उसका शरीर जल चुका था।
जांचकर्ताओं ने कहा कि अगर कार में दो एलपीजी सिलेंडरों में से एक के कारण विस्फोट हुआ होता तो मंदिर की ओर जाने वाली सड़क के किनारे की घरें भी प्रभावित हो सकती थीं।
एनआईए के सूत्रों के मुताबिक, आईएस की कट्टरपंथी विचारधारा ने मुबीन को कट्टरपंथी बना दिया था, लेकिन उसे आतंकवादी का ठीक ढंग से प्रशिक्षण नहीं मिला था। उसने विस्फोटकों को संभालने के बारे में जानकारी इंटरनेट से इकट्ठा किया था।
इस मामले में अब तक छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है। सभी आईएस से सहानुभूति रखते हैं। इन सभी से पूछताछ के आधार पर जांच एजेंसी ने कहा कि मुबीन ने सोचा कि उसका आत्मघाती बम विस्फोट 50 से 100 मीटर के दायरे में मंदिर और उसके आसपास के भवनों को नुकसान पहुंचाएगा। हालांकि ऐसा नहीं हुआ।
शनिवार की देर शाम मुबीन और उसके दो सहयोगियों (मोहम्मद अज़रूद्दीन और के अफसर खान) ने दो एलपीजी सिलेंडरों के साथ कार में पोटेशियम नाइट्रेट, एल्यूमीनियम पाउडर, सल्फर, चारकोल, कील और बॉल बेयरिंग से भरे स्टील के तीन ड्रम रखे। एक अधिकारी ने कहा कि सीसीटीवी कैमरों ने इस कृत्य को कैद कर लिया।
अन्य कैमरों के फुटेज में विस्फोट से पहले मुबीन और उसके कथित सहयोगियों की गतिविधियों को कथित तौर पर दिखाया गया है। अधिकारी ने बताया कि तीनों ने बिग बाजार स्ट्रीट पर स्थित कोनियाम्मन मंदिर और पुलियाकुलम मुंडी विनयगर मंदिर की रेकी की थी।
मुबीन और गिरफ्तार किए गए दोनों सहयोगियों ने गांधी पार्क में एक एलपीजी बुकिंग केंद्र का भी दौरा किया। उन्होंने वहां से दो सिलेंडरों की खरीद की। बुकिंग केंद्र ने उनकी खरीद के खिलाफ चालान जारी किया।
इसके बाद तीनों ने लॉरीपेट के पुराने बाजार क्षेत्र का दौरा किया, जहां उन्होंने तीन स्टील ड्रम खरीदे। एनआईए के पूर्व अधिकारी शिवकुमार ने उन सूचनाओं के टुकड़ों को एक साथ जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिससे जांचकर्ताओं को आतंकी साजिश का पता चला।
एक सूत्र ने कहा, “एनआईए के पूर्व अधिकारी ने 2019 में मुबीन से कट्टरपंथी तत्वों के साथ उसके संदिग्ध संबंधों के बारे में पूछताछ की थी। उन्होंने मुबीन के घर की तलाशी शुरू की, जिससे विस्फोटक बनाने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली 75 किलोग्राम मिश्रित सामग्री जब्त की गई।”
Coimbatore blast, Coimbatore blast news, Coimbatore blast latest news,