कर्नाटक से शुरू हुआ हिजाब विवाद अब भारत की सीमा से बहार भी पहुंचता दिख रहा है। पाकिस्तान के साथ ही अब अमेरिका भी इस मामले में अमेरिका भी कूद गया है। जो बाइडेन एडमिनिस्ट्रेशन में अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता मामले के राजदूत राशद हुसैन ने कहा है कि कर्नाटक सरकार को इस पर फैसला नहीं करना चाहिए कि कोई मजहबी पोशाक पहने या नहीं।
Religious freedom includes the ability to choose one's religious attire. The Indian state of Karnataka should not determine permissibility of religious clothing. Hijab bans in schools violate religious freedom and stigmatize and marginalize women and girls.
— US Ambassador at Large for Int'l Religious Freedom (@IRF_Ambassador) February 11, 2022
भारतीय मूल के हुसैन ने अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा, ‘किसी व्यक्ति की मजहबी आजादी सुनिश्चित करने के लिए उसे उसके मजहब की पोशाक पहनने की आजादी दी जानी चाहिए।’
अमेरिका के इस अधिकारी ने लिखा, ‘अपनी मजहबी पोशाक पहनना भी धार्मिक स्वतंत्रता का हिस्सा है। भारतीय प्रदेश कर्नाटक को मजहबी पहनावे की अनुमति निर्धारित नहीं करनी चाहिए। स्कूलों में हिजाब पर पाबंदी मजहबी आजादी का हनन है और महिलाओं एवं लड़कियों के लिए खास धारणा बनाती है और उन्हें हाशिये पर धकेलती है।’