नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एक बार फिर पाकिस्तान प्रेम में डूबे दिखाई दे रहे हैं। हाल ही में व्हाइट हाउस में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और फील्ड मार्शल असीम मुनीर से मुलाकात के बाद ट्रंप लगातार पाकिस्तान की तारीफों के पुल बांध रहे हैं। सिर्फ दो दिनों में ही वे दो बार सार्वजनिक मंच से पाकिस्तान की प्रशंसा कर चुके हैं।
ट्रंप ने दावा किया कि उनकी पहल से भारत और पाकिस्तान के बीच हुआ युद्ध थमा था, जिसमें सात लड़ाकू विमान मार गिराए गए थे। उन्होंने यह भी कहा कि अगर उन्होंने हस्तक्षेप न किया होता तो हालात और बिगड़ जाते। भारत ने उनके इस दावे को पूरी तरह खारिज कर दिया है, लेकिन ट्रंप अब तक करीब 50 बार इसी बयान को दोहरा चुके हैं।
पाकिस्तान को सराहते हुए ट्रंप ने कहा कि फील्ड मार्शल असीम मुनीर ने वैश्विक मंच पर उन्हें “शांति दूत” के रूप में प्रस्तुत किया और यह बात उन्हें बेहद अच्छी लगी। ट्रंप ने असीम मुनीर को “बेहद अहम और प्रभावशाली शख्सियत” बताया। उन्होंने यह भी दावा किया कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के नेताओं को फोन कर कहा था कि अगर युद्ध तुरंत नहीं रोका गया तो किसी भी तरह का व्यापारिक समझौता नहीं होगा।
संयुक्त राष्ट्र महासभा के दौरान, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने भी ट्रंप को “शांति पुरुष” कहते हुए उन्हें नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामांकित किया था। लेकिन ट्रंप ने इस बात पर निराशा जताई कि उन्हें अब तक यह सम्मान नहीं मिला। उनकी टिप्पणी थी—”नोबेल पुरस्कार ऐसे लोगों को भी मिल सकता है, जिन्होंने कुछ खास किया ही न हो। मैं यह सम्मान अपने लिए नहीं, बल्कि अमेरिका के लिए चाहता हूं।”