नई दिल्ली। केन्द्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर सरकार को आदेश जारी करते हुए कहा है कि अलगाववादी नीतियों वाले गुटों की सम्पत्ति जब्त की जाए। पाकिस्तान के इशारों पर नाचने वाले लोगों के ठिकाने पर ताले लगाने का आदेश जारी किया गया है। इस लिहाज से अब अलगाववादियों के ठिकाने बंद होंगे।
जानकारी के अनुसार केंद्रीय गृह मंत्रालय ने एक आदेश जारी किया और कहा कि जम्मू-कश्मीर तहरीक-ए-हुर्रियत और मुस्लिम लीग (दोनो अलगाववादी संगठन) पर प्रतिबंध लगाया जाय और इनकी सारी संपत्ति जब्त की जाय।
इससे पहले केंद्र सरकार ने दोनो संगठनों को देश विरुद्ध गतिविधियों में शामिल होने के साबित होने के बाद इनके लेनदेन के भुगतान पर प्रतिबंध लगा दिया था। हालांकि NIA ने इनपर पूरा शिकंजा कसा हुआ है। अब आतंकी और अलगाववादियों की खैर नहीं, किसी भी देशद्रोही को अब बख्शा नहीं जा रहा है। UAPA के अंतर्गत यह सारी कार्रवाई अंजाम दी जा रही है।
बता दें कि जम्मू कश्मीर हुर्रियत कॉन्फ़्रेंस को सैयद अली शाह गिलानी और मुस्लिम लीग को मसर्रत आलम भट्ट ने बनाया था। मसर्रत आलम अभी जेल में है, 2016 आंदोलन के बाद मसर्रत को हिरासत में लिया गया था। मसर्रत आलम अभी भी पीएसए के तहत जेल में है। जांच एजेंसियां उसके कई ठिकानों को अब तक सीज कर चुकी हैं।
2019 के बाद हुर्रियत कांफ्रेंस और आतंकी संस्थानों को केंद्रीय सरकार ने देश विरुद्ध गतिविधियों के चलते प्रतिबंध लगा दिया था और कई सारे समर्थकों को पकड़ भी लिया गया।