नई दिल्ली। राष्ट्रपति चुनाव में उम्मीदवारी को लेकर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के प्रमुख शरद पवार ने साफ कर दिया है कि वह राष्ट्रपति पद के लिए विपक्ष का चेहरा नहीं हैं। सोमवार को एनसीपी के कैबिनेट सदस्यों के साथ पवार की हुई इस बैठक से यह जानकारी निकलकर आई है।
माना जा रहा था कि शरद पवार राष्ट्रपति पद की इस दौड़ में सबसे आगे चल रहे हैं। हाल ही में खबर आई थी कि कई छोटे-बड़े कई सियासी दलों ने उनकी उम्मीदवारी का समर्थन किया है। बताया जा रहा है कि बैठक में उन्होंने कहा था, ‘मैं दौड़ में नहीं हूं, मैं राष्ट्रपति पद के लिए विपक्ष का उम्मीदवार नहीं बनूंगा।’
खास बात है कि इससे एक दिन पहले ही महाराष्ट्र कांग्रेस ने भी पवार के नाम पर समर्थन जताया था। जबकि, रविवार को आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने उनसे मुलाकात की थी।
अब किन नामों पर हो सकता है विचार
मीडिया रिपोर्ट्स में सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है कि पवार के इनकार करने की स्थिति में जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला के नाम पर विचार किया जा सकता है। इसके अलावा पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा और G-23 समूह के नेता गुलाम नबी आजाद का नाम भी सामने आ रहा है।
ममता बनर्जी की बैठक का क्या?
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राष्ट्रपति चुनाव को लेकर 15 जून को बैठक बुलाई है। एनसीपी के सूत्र ने बताया, ‘अगर जरूरत पड़ी तो भाजपा के खिलाफ ताकतवर उम्मीदवार उतारने की कोशिश कर रहीं बनर्जी के प्रयासों को मजबूत करेंगे। वह बड़े विपक्षी दलों के साथ समन्वय करना चाहते हैं, ताकि बीजेपी के लिए राह आसान न हो।’