सपा प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को विधान मंडल और विधायक दल का नेता चुना गया है। इसके साथ तय हो गया है कि वह विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष होंगे। विधायक दल का नेता बनाने का प्रस्ताव अवधेश प्रसाद ने रखा और विधान मंडल दल का नेता चुनने का प्रस्ताव लालजी वर्मा ने रखा। अखिलेश को सर्वसम्मति ने नेता चुना गया।
अखिलेश ने करहल विधानसभा सीट से चुनाव लड़कर जीत हासिल की थी। इसके बाद उन्होंने लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने कहा था कि वह विधानसभा में यूपी की जनता के मुद्दे उठाएंगे।
शनिवार को लखनऊ में हुए विधायक दल की बैठक के बाद प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने कहा कि नवनिर्वाचित विधायकों और विधान परिषद सदस्यों की बैठक हुई। बैठक में अखिलेश यादव को विधायक दल का नेता चुना गया है। विधान मंडल दल का नेता अखिलेश यादव ही रहेंगे। सपा के नेताओं ने अखिलेश यादव का स्वागत अभिनंदन किया।
अखिलेश सदन में जनहित के मुद्दों को उठाएंगे और सरकार की ग़लत नीतियों का विरोध करेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार की ग़लतियों को उजागर किया जाएगा। उन्होंने शिवपाल को बुलाए जाने के सवाल पर कहा कि सहयोगी दलो की बैठक 28 मार्च को बुलाई गई है। इसमें सभी सहयोगी दलों के विधायकों को बुलाया जाएगा।