पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने 1 नवंबर 2025 को म्युनिसिपल भवन में 858 चयनित उम्मीदवारों को नियुक्ति पत्र सौंपे और उन्हें राज्य सरकार के परिवार में स्वागत किया। सीएम मान ने नव नियुक्त कर्मचारियों से ईमानदारी और मेहनत के साथ अपने कर्तव्यों का पालन करने की अपील की। उन्होंने कहा कि पंजाब में उनकी सरकार ने अब तक 56,856 युवाओं को सरकारी नौकरी दी है, जिससे राज्य में रोजगार की नई उम्मीद जगी है।
युवाओं को अपने राज्य में नई उम्मीद
मुख्यमंत्री मान ने बताया कि पहले युवा सरकारी नौकरी की उम्मीद छोड़ देते थे और पढ़े-लिखे युवा विदेशों की ओर रुख करते थे। अब पंजाब में बड़े पैमाने पर नौकरियां उपलब्ध कराई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूलों के छात्र अब JEE Main, JEE Advanced और NEET जैसे राष्ट्रीय स्तर के एग्जाम पास कर रहे हैं।
सीएम ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके बच्चों में टैलेंट की कमी है और उन्होंने कभी गरीबी या मुश्किलें नहीं देखी। उन्होंने पंजाब को गुरुओं और पीरों की पवित्र धरती बताते हुए कहा कि पिछले 8-10 सालों से युवाओं की नौकरियां अटकी थीं, लेकिन अब यह दौर समाप्त हो गया है।
रोजगार क्रांति और मेरिट आधारित भर्ती
मुख्यमंत्री मान ने कहा कि उनकी सरकार ने युवाओं को रोजगार देने और उनकी ऊर्जा को सही दिशा देने के लिए अभूतपूर्व कदम उठाए हैं। उन्होंने इसे सरकार का मिशन बताते हुए कहा कि सरकारी नौकरियां पूरी तरह मेरिट आधारित और सिफारिश मुक्त दी जा रही हैं।
2022 से 2025 के बीच सबसे अधिक भर्ती शिक्षा, स्वास्थ्य, पुलिस और ऊर्जा विभागों में हुई। सीएम मान ने कहा कि अब पंजाब में न रिश्वत चलेगी और न पैरवी, केवल मेहनत और योग्यता की कद्र होगी।
उन्होंने इस अवसर पर कहा कि यह रोजगार क्रांति ईमानदारी, आत्मनिर्भरता और विकास के नए युग की नींव रख रही है, जिससे पंजाब के युवाओं को अपने राज्य में रोजगार की नई उम्मीद मिली है।