चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने अमृतसर हवाई अड्डे पर अवैध भारतीय प्रवासियों को लेकर आए अमेरिकी विमानों के उतरने को लेकर केंद्र पर हमला तेज करते हुए शनिवार को कहा कि इस पवित्र शहर को निर्वासन केंद्र न बनाया जाए। अमेरिका से 119 निर्वासित भारतीयों को लेकर दूसरा विमान शनिवार रात को अमृतसर हवाई अड्डे पर उतरा। इससे पहले पांच फरवरी को 104 अवैध भारतीय प्रवासियों को लेकर एक अमेरिकी सैन्य विमान अमृतसर हवाई अड्डे पर उतरा था । इनमें से 33-33 हरियाणा और गुजरात से थे, जबकि 30 पंजाब से थे। मुख्यमंत्री ने शनिवार को अमृतसर हवाई अड्डे का दौरा किया और कहा कि उनकी सरकार ने निर्वासितों के दूसरे जत्थे में शामिल पंजाब के लोगों को उनके गृहनगर ले जाने की व्यवस्था की है।
मान ने कहा कि अन्य राज्यों से आये निर्वासित लोग रविवार सुबह एक उड़ान से अमृतसर से दिल्ली पहुंचेंगे और फिर उन्हें उनके संबंधित स्थानों पर ले जाया जाएगा। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार अमेरिका से निर्वासितों को लेकर दूसरे विमान के शनिवार रात करीब 10 बजे अमृतसर हवाई अड्डे पर उतरने की उम्मीद है।
मान ने हवाई अड्डे पर संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमारे पवित्र शहर (अमृतसर) को निर्वासन केंद्र मत बनाओ।’’ पंजाब के मुख्यमंत्री ने कहा कि देश में कई हवाई अड्डे हैं और विमान को उनमें से किसी पर भी उतारा जा सकता है। यह पूछे जाने पर कि क्या निर्वासित लोगों का दूसरा जत्था भी बेड़ियों में होगा, उन्होंने कहा कि इस बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है। मान ने कहा कि केंद्र को अवैध रूप से निर्वासित भारतीयों को लाने के लिए अपना विमान भेजना चाहिए था।