लखनऊ। उत्तर प्रदेश आतंकवाद निरोधक दस्ता (ATS) ने 29 सितंबर 2025 को बड़ी कार्रवाई करते हुए चार कट्टरपंथियों को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि ये सभी पाकिस्तान के कट्टरपंथी संगठनों से प्रभावित होकर भारत में शरिया कानून लागू करने और लोकतांत्रिक सरकार को हिंसक जिहाद के जरिए गिराने की साजिश रच रहे थे।
कैसे चल रहा था नेटवर्क?
एटीएस के मुताबिक, ये आरोपी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर सक्रिय थे और ऑडियो-वीडियो संदेशों के जरिए लोगों को उकसाने का काम कर रहे थे। इनकी योजना गैर-मुस्लिम धार्मिक नेताओं को निशाना बनाकर टारगेट किलिंग करने की थी। इसके लिए ये धन जुटा रहे थे, हथियारों की व्यवस्था कर रहे थे और गुप्त बैठकों का आयोजन भी कर रहे थे।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचानएटीएस ने जिन चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है, उनकी पहचान इस प्रकार है:
अकमल रजा, निवासी सुल्तानपुर
सफील सलमानी, निवासी रॉबर्ट्सगंज, सोनभद्र
मो. तौसीफ, निवासी सुजातगंज, घाटमपुर, कानपुर
कासिम अली, निवासी सराय कदीम, थाना-खजुरिया, रामपुर
इनके खिलाफ एटीएस थाना, लखनऊ में धारा 148/152 बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया गया है।
प्रारंभिक पूछताछ में चौंकाने वाले खुलासे
पूछताछ में आरोपियों ने स्वीकार किया कि वे भारत में शरिया कानून लागू करने के लिए जंग-ए-जिहाद की योजना बना रहे थे। ये लोग मुसलमानों पर कथित अत्याचारों का हवाला देकर युवाओं को कट्टरपंथ की ओर धकेल रहे थे। इसके लिए हिंसक जिहादी साहित्य का संकलन, लेखन और प्रसार कर रहे थे। साथ ही, ये लोग एक मुजाहिद्दीन आर्मी बनाने की कोशिश में थे और समान विचारधारा वाले युवाओं को अपने नेटवर्क में शामिल कर रहे थे।
ATS की सख्त निगरानी
एटीएस का कहना है कि इस नेटवर्क से जुड़े और लोगों की पहचान की जा रही है। एजेंसी ने साफ किया कि राज्य में कट्टरपंथ और आतंक की किसी भी साजिश को नाकाम किया जाएगा और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होगी।