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बिजनेस

हरे निशान पर खुले भारतीय शेयर मार्केट, सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में तेजी

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नई दिल्ली। ग्लोबल बाजारों से मिले-जुले संकेतों के बीच सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिवस आज शुक्रवार को भारतीय शेयर मार्केट में सेंसेक्स और निफ्टी हरे निशान पर खुले हैं।

सेंसेक्स पिछले दिन की तुलना में 526 अंक ऊपर चढ़कर 52855 पर कारोबार कर रहा है तो निफ्टी भी 15700 के ऊपर कारोबार कर रहा है। शुक्रवार को सुबह 9 बजकर 44 मिनट पर सेंसेक्स 52689 जबकि निफ्टी 15685 अंकों पर कारोबार कर रहा है।

SGX NIFTY में 100 प्वाइंट की तेजी से भारतीय बाजार के हरे निशान में रहने का अनुमान है। इस बीच, अमेरिकी बाजार में भी कल अच्छी रिकवरी देखने को मिली है। ज्यादातर एशियाई बाजार भी हरे निशान में बंद हुए हैं। गुरुवार को वायदा कारोबार के एक्सपायरी के दिन बाजार उतार-चढ़ाव के बाद हरे निशान में बंद हुआ था।

शेयर बाजार में आज दमदार तेजी तेखने को मिल रही है। सेंसेक्स पिछले दिन की तुलना में 526.66 अंक बढ़कर मतलब 1.01 प्रतिशत की तेजी के साथ 52792.38 के स्तर पर खुला है जबकि निफ्टी 50 इंडेक्स भी 1.05 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 163.50 अंक ऊपर चढ़कर 15720.20 पर खुला।

शुक्रवार के शुरूआती बाजार में 1346 शेयरों में खरीदारी जबकि 272 शेयरों में बिकवाली देखने को मिल रही है। 60 शेयरों के भाव अब भी स्थिर बने हुए हैं। जिन शेयरों के भावों में बढ़त बनी हुई है उनमें इंडसइंड बैंक, ओएनजीसी, आईसीआईसीआई, टाटा कंज्यूमर, कोटक महिंद्रा बैंक प्रमुख हैं।

आज के बाजार में टू व्हीलर बनाने वाली कंपनी हीरो मोटरकॉर्प पर सबकी नजरें बनी हुई है। कंपनी ने अपनी ओर से बताया है कि वह अपने वाहनों की कीमत 3000 रुपये तक बढ़ाने जा रही है।

बिजनेस

जेट एयरवेज की संपत्तियों की होगी बिक्री

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नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने राष्ट्रीय कंपनी कानून अपीलीय न्यायाधिकरण (एनसीएलएटी) के आदेश को रद्द करते हुए दिवाला और दिवालियापन संहिता (आईबीसी) के अनुसार निष्क्रिय जेट एयरवेज के परिसमापन का आदेश दिया। एनसीएलएटी ने पहले कॉरपोरेट दिवालियापन समाधान प्रक्रिया (सीआईआरपी) के हिस्से के रूप में जालान कालरॉक कंसोर्टियम (जेकेसी) को एयरलाइन के स्वामित्व के हस्तांतरण को बरकरार रखा था। सुप्रीम कोर्ट ने एक आदेश जारी करते हुए कहा कि जेकेसी संकल्प का पालन करने में विफल रहा क्योंकि वह 150 करोड़ रुपये देने में विफल रहा, जो श्रमिकों के बकाया और अन्य आवश्यक लागतों के बीच हवाई अड्डे के बकाया को चुकाने के लिए 350 करोड़ रुपये की पहली राशि थी। नवीनतम निर्णय एयरलाइन के खुद को पुनर्जीवित करने के संघर्ष के अंत का प्रतीक है।

NCLT को लगाई फटकार

पीठ की ओर से फैसला सुनाते हुए न्यायमूर्ति पारदीवाला ने एनसीएलएटी के फैसले के खिलाफ एसबीआई तथा अन्य ऋणदाताओं की याचिका को स्वीकार कर लिया। याचिका में जेकेसी के पक्ष में जेट एयरवेज की समाधान योजना को बरकरार रखने के फैसले का विरोध किया गया है। न्यायालय ने कहा कि विमानन कंपनी का परिसमापन लेनदारों, श्रमिकों और अन्य हितधारकों के हित में है। परिसमापन की प्रक्रिया में कंपनी की संपत्तियों को बेचकर प्राप्त धन से ऋणों का भुगतान किया जाता है। पीठ ने एनसीएलएटी को, उसके फैसले के लिए फटकार भी लगाई।

शीर्ष अदालत ने संविधान के अनुच्छेद 142 के तहत अपनी विशेष शक्तियों का इस्तेमाल किया, जो उसे अपने समक्ष लंबित किसी भी मामले या मामले में पूर्ण न्याय सुनिश्चित करने के लिए आदेश तथा डिक्री जारी करने का अधिकार देता है। एनसीएलएटी ने बंद हो चुकी विमानन कंपनी की समाधान योजना को 12 मार्च को बरकरार रखा था और इसके स्वामित्व को जेकेसी को हस्तांतरित करने की मंजूरी दी थी। भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई), पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) और जेसी फ्लावर्स एसेट रिकंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड ने एनसीएलएटी के फैसले के खिलाफ अदालत का रुख किया था।

 

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