बिजनेस
आईटीआर का वैरिफिकेशन किया जाना जरूरी, अपनाएं ये पांच इलेक्ट्रॉनिक तरीके
नई दिल्ली। आयकर रिटर्न्स (आईटीआर) फाइल करने की अंतिम तारीख 31 जुलाई है और अभी इसके बढ़ने के कोई आसार नजर नहीं आ रहे। ऐसे में अब आपके पास केवल 6 दिन बचे हैं। अगर आप आयकर रिटर्न (आईटीआर) दाखिल करने जा रहे हैं तो इस बात का ध्यान रखें कि इसका सत्यापन (वैरिफिकेशन) किया जाना जरूरी है।
आयकर कानूनों के अनुसार, यदि आईटीआर को दाखिल करने की तारीख से 120 दिनों के भीतर सत्यापित नहीं किया जाता है तो इसे वैध नहीं माना जाएगा। कोई भी करदाता आईटीआर को छह तरीकों से सत्यापित कर सकता है। इसमें पांच तरीके इलेक्ट्रॉनिक हैं।
जब आईटीआर के ऑडिट की आवश्यकता नहीं होती है तब इन छह तरीकों से सत्यापन किया जा सकता है। आमतौर पर आईटीआर-1, आईटीआर-2 और आईटीआर-4 के ऑडिट की आवश्यकता नहीं होती है। आईए जानते हैं कि किन-किन तरीकों से आईटीआर को सत्यापित किया जा सकता है।
1- आधार आधारित ओटीपी
आधार आधारित वन-टाइम पासवर्ड (ओटीपी) का उपयोग करके आईटीआर को सत्यापित किया जा सकता है। इसके लिए मोबाइल नंबर आधार से जुड़ा होना चाहिए। साथ ही आधार और पैन कार्ड भी एक-दूसरे से जुड़े होने चाहिए।
आईटीआर सत्यापन के लिए आयकर विभाग की वेबसाइट के ‘ई-वेरिफाई’पेज पर जाकर ‘मैं आधार के साथ पंजीकृत मोबाइल नंबर पर ओटीपी का उपयोग करके सत्यापित करना चाहता हूं’का चयन करें और ‘कंटीन्यू’पर क्लिक कर सत्यापित करें।
2- हस्ताक्षर किया हुआ आईटीआर-वी भेजें
अगर आप किसी इलेक्ट्रॉनिक तरीके से आईटीआर सत्यापित नहीं करा पा रहे हैं तो आप आयकर विभाग को अपने आईटीआर-वी (एक्नॉलेजमेंट रिसिप्ट) की हस्ताक्षर की गई कॉपी भेज सकते हैं। इसे स्पीड पोस्ट या सामान्य पोस्ट से भेजें। कुरियर मान्य नहीं होगा। आईटीआर प्राप्त होने के बाद विभाग आपको मैसेज और ईमेल के जरिए सूचित कर देगा।
3- नेट-बैंकिंग
‘ई-वेरिफाई’ पेज पर ‘थ्रू नेट बैंकिंग’ का चयन करें और ‘कंटिन्यू’ पर क्लिक करें। अब उस बैंक का चयन करें जिसके जरिए आप आईटीआर वेरिफाई कराना चाहते हैं और ‘कंटिन्यू’ पर क्लिक करें। आगे जैसे निर्देश मिलें करते जाएं।
4- बैंक खाते से
इसमें बैंक खाते से इलेक्ट्रॉनिक सत्यापन कोड (ईवीसी) जेनरेट करके आईटीआर वेरिफाई करना होगा। ‘ई-वेरिफाई’ पेज पर जाकर ‘थ्रू बैंक अकाउंट’ विकल्प चुनकर ‘कंटिन्यू’ पर क्लिक करें। रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर और ईमेल पर ईवीसी जारी होगा। इसे दर्ज करके ‘ई-वेरिफीई’ पर क्लिक करें।
5- डीमैट खाता
इसकी प्रक्रिया बैंक खाते से आईटीआर वेरिफाई करने के समान है। ‘ई-वेरिफाई’ पेज पर जाकर ‘थ्रू डीमैट अकाउंट’ विकल्प चुनकर ‘कंटिन्यू’ पर क्लिक करें। रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर और ईमेल पर इलेक्ट्रॉनिक सत्यापन कोड (ईवीसी) जारी होगा। इसे दर्ज करके ‘ई-वेरिफीई’ पर क्लिक करें।
6- बैंक एटीएम
बैंक के एटीएम कार्ड के जरिए भी ईवीसी जारी किया जा सकता है। हालांकि, कुछ सीमित बैंक में ही यह सुविधा उपलब्ध है। अपने बैंक के एटीएम पर जाएं और एटीएम कार्ड स्वाइप करें। एटीएम पिन दर्ज करें और जनरेट ईवीसी फॉर इनकम टैक्स फाइलिंग का चयन करें।
मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी पर ईवीसी भेजा जाएगा। इस बात का ख्याल रखें कि पैन नंबर बैंक के साथ रजिस्टर्ड हो। ‘ई-वेरिफाई रिटर्न’ ऑप्शन पर जाएं। आईटीआर सलेक्ट करें। इसके बाद ‘आई ऑलरेडी हैव एन ईवीसी’ का चयन करें। ईवीसी कोड को दर्ज करके ‘ई-वेरिफाई’ पर क्लिक करें।
बिजनेस
जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई
नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।
बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।
बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।
ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।
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