लखनऊ। यूपी में इस बार औसत से कम बारिश हुई है, जिसका सबसे ज्यादा असर धान की रोपाई पर पड़ा है। इसी के चलते प्रदेश में सूखे जैसे हालात बन रहे है। जिसके मद्देनजर लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बड़ी बैठक करने वाले हैं। जानकारी के मुताबिक आज शनिवार शाम 6 बजे सीएम आवास पर होने वाली इस बैठक में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और बृजेश पाठक भी शामिल होंगे। साथ ही, कृषि मंत्री, जलशक्ति मंत्री और इनके विभागों के सभी अपर मुख्य सचिव और प्रमुख सचिव शामिल होंगे।
औसत से 44% कम बारिश हुई
गौरतलब है कि यूपी में इस बार औसत से 44% कम बारिश हुई है। यूपी सरकार के मुताबिक, अगस्त तक 45% धान का रकबा ही कवर हो सका है। यूपी में करीब 3.8 लाख हेक्टेयर धान का रकबा है। यानी, अगस्त तक आधे से भी कम रकबा में बुआई हो पाई है।
विधायकों और सांसदों ने भी CM को लिखा लेटर
प्रदेश के लगभग 30 जिलों में औसत से कम बारिश होने के कारण सूखे के हालात पैदा हो गए हैं। इसको लेकर कई सांसदों और विधायकों ने सीएम योगी को पत्र लिखा है। जिसमें किसानों की समस्या के निवारण के लिए आवश्यक कदम उठाए जाने की बात कही गई है।
पूर्वांचल में सबसे ज्यादा सूखा
सूखे का असर पूर्वांचल के जिलों पर सबसे अधिक पड़ा है। पूर्वांचल के कई जिले सूखे की चपेट में है। जौनपुर, कुशीनगर, गोरखपुर, बहराइच, आजमगढ़, अमेठी, मऊ समेत 16 जिलों में 45% से कम बारिश हुई है।
सूखे से किसानों की समस्या को एक तरफ सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव मुद्दा बना रहे हैं। दूसरी तरफ सीएम योगी आदित्यनाथ ने पूरी मशीनरी को वैकल्पिक व्यवस्था की तैयारी में लगा दिया है।