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जुर्म

कंझावला हादसा: सच हुई सहेली की बात, अत्यधिक शराब के नशे में थी अंजलि

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Kanjhawala Case

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नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के सुल्तानपुरी थाना क्षेत्र के कंझावला इलाके में 31 दिसंबर और एक जनवरी की दरम्यानी रात को सड़क हादसे की शिकार युवती अंजलि की मौत मामले में एक बड़ी जानकारी सामने आ रही है।

दिल्ली पुलिस मुख्यालय के सूत्र के मुताबिक जिस वक्त अंजलि हादसे की शिकार हुई थी,उस वक्त वो ‘हाइली ड्रंक’ यानि अत्यधिक शराब के नशे में थी। दरअसल, दिल्ली पुलिस ने अंजली की मौत के बाद हुए पोस्टमार्टम के बाद उसके विसरा को सुरक्षित रख लिया था। उस विसरा को बाद में जांच के लिए रोहिणी स्थित फोरेंसिक साइंस लैब को दिया गया था।

लैब ने अंजलि की विसरा रिपोर्ट दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी को 24 जनवरी को सौंप दी थी। उसी रिपोर्ट में ये खुलासा हुआ है कि हादसे के वक्त अंजली शराब के नशे में थी।

इस मामले में प्रमुख चश्मदीद रही अंजलि की दोस्त निधि ने पहले ही पुलिस के सामने इस मामले में बयान देकर बताया था कि वह और अंजली दोनों नए साल के पहले वाली रात को एक पार्टी में गए थे। जहां अंजलि ने शराब पी थी और वह हादसे के वक्त नशे में थी।

वो दोनों एक पार्टी से एक ही स्कूटी से लौट रही थीं, उसी दौरान एक बलेनो कार के द्वारा एक्सीडेंट के दौरान निधि बच गई लेकिन अंजलि की मौत हो गई।

यह हादसा जब हुआ उसके बाद से कई बार पुलिस ने अपने बयान बदले। कई दिन तक तो पुलिस मामले में पांच आरोपियों के लिप्त होने की बात कहती रही, फिर बताया कि हादसे के वक्त कार में सिर्फ चार लोग थे। पांचवें शख्स को बाद में बुलाया गया था। इसी तरह हादसे के कई तथ्यों को लेकर पुलिस ने अपने बयान बदले।

जानिए पुलिस ने कब-कब क्या कहा

एक जनवरी को पुलिस ने बताया कि एक कार हादसा से हुआ है, जिसमें पांच लोग सवार थे। मामला दर्ज कर पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। धाराएं सड़क दुर्घटना की लगाई गईं।

दूसरे दिन पुलिस ने 13 किमी तक घसीटने की बात कही और धाराएं सख्त कीं। इसमें गैर-इरादतन हत्या की धारा जोड़ी गई थी।

तीसरे दिन पुलिस ने खुलासा किया कि हादसे के वक्त अंजलि की दोस्त भी निधि स्कूटी पर सवार थी। पूरे मामले की जांच के लिए विशेष पुलिस आयुक्त के निगरानी में कमेटी गठित की गई।

चौथे दिन हादसे के दौरान पुलिसकर्मियों की लापरवाही की बात सामने आई।

पांचवें दिन पलिस ने खुलासा किया कि मामले में दो अन्य आरोपी भी शामिल हैं। यही नहीं, कार चालक आरोपी दीपक नहीं, अमित है।

छठवें दिन पुलिस ने फिर अपनी थ्योरी बदली और बताया कि कार में सिर्फ चार लोग सवार थे। कार चलाने वाले जिस पांचवें आरोपी की बात कही जा रही थी, वह उस वक्त अपने घर पर मौजूद था।

अन्य राज्य

ब्राउन शुगर तस्कर रुकसाना बीबी उर्फ ‘स्कूटी दीदी’ को पुलिस ने किया गिरफ्तार

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ओडिशा। ओडिशा के बालासोर जिले के जलेश्वर थाना क्षेत्र में पुलिस ने मादक पदार्थों के तस्करों पर बड़ी कार्रवाई की है. पुलिस ने कुख्यात ब्राउन शुगर तस्कर रुकसाना बीबी उर्फ ‘स्कूटी दीदी’ को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने यह गिरफ्तारी शेख बागड़ बस्ती में मिली गुप्त सूचना के आधार पर हुई छापेमारी के दौरान की गई.

कोलकाता पुलिस ने ‘स्कूटी दीदी’ के पति को किया था अरेस्ट : सूत्रों के अनुसार, करीब 20 महीने पहले कोलकाता पुलिस ने ‘स्कूटी दीदी’ के पति को गिरफ्तार किया था. आरोप है कि इसके बाद रुखसाना ने ही पति के अवैध ड्रग्स के कारोबार को संभाल लिया. वह कथित तौर पर पश्चिम बंगाल में ड्रग्स कारोबारियों से मादक पदार्थ की खेप मंगवाती थी. इस काम में उसके एक रिश्तेदार के भी शामिल होने की आशंका जतायी गयी है. इसके अलावा आरोपी महिला के राजपुर गांव के एक अन्य तस्कर से ब्राउन शुगर खरीदने की भी जानकारी मिली है. पुलिस उसके सभी साथियों का पता लगाने की कोशिश में जुटी है.

पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक,

दो साल पहले पश्चिम बंगाल एसटीएफ ने एस.के.रशीद को कोलकाता से गिरफ्तार किया था। उस समय उसके पास से बड़ी मात्रा में हेरोइन और 10 लाख रुपये नकद और एक कार जब्त की गई थी। एसडीपीओ ने बताया कि रुकसाना के बहनोई और पति दोनों इस तस्करी नेटवर्क का हिस्सा थे। जलेश्वर पुलिस ने रुकसाना के माता-पिता को भी गिरफ्तार किया है। जो इस काम में उसकी मदद कर रहे थे। छापेमारी के दौरान पुलिस ने आरोपियों के ठिकानों से अहम सुराग भी जुटाए हैं। जलेश्वर एसडीपीओ ने कहा, ‘ब्राउन शुगर माफिया के खिलाफ हमारी कार्रवाई जारी रहेगी। यह गिरफ्तारी इस नेटवर्क को ध्वस्त करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।’

 

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