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बिजनेस

राहत: कमर्शियल सिलेंडर की कीमतों में फिर कटौती, 171.50 रुपये घटे दाम

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Commercial cylinder price cut again

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नई दिल्ली। व्यावसायिक गैस सिलेंडर के दामों में एक बार फिर कटौती हुई है। खबरों के अनुसार, 19 किलोग्राम वाले कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में 171.50 रुपये की कटौती की गई है। इस कटौती के बाद दिल्ली में 19 किलो के कमर्शियल सिलेंडर का दाम 1856.50 रुपये हो गया है।

पिछले कुछ महीनों में गैस सिलेंडर के दामों में काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिला। इसमें सबसे ज्यादा असर कमर्शियल गैस सिलेंडरों में देखने को मिला। हाल ही में, दिल्ली में 19 किलो के व्यावसायिक एलपीजी सिलेंडर के दाम में 91.50 रुपये की कमी की गई थी। यह सिलेंडर 2,028 रुपये में मिलने लगे थे। हालांकि तब भी घरेलू सिलेंडर के दाम में कोई बदलाव नहीं हुआ था।

देश की गैस कंपनियां हर माह की पहली तारीख को गैस सिलेंडरों के दाम तय करती हैं। पेट्रोलियम और तेल कंपनियों ने इस साल मार्च में व्यावसायिक सिलेंडर की कीमत में 350.50 प्रति यूनिट की दर से इजाफा हुआ था और घरेलू सिलेंडर की कीमत भी 50 रुपये प्रति की दर से बढ़ी थी।

इस साल एक जनवरी को भी व्यावसायिक सिलेंडर में 25 रुपये प्रति यूनिट की वृद्धि हुई थी। व्यावसायिक सिलेंडर के दाम बीते साल सितंबर माह में आखिरी बार 91.50 रुपये प्रति यूनिट के हिसाब से घटे थे।

एक अगस्त 2022 को भी सिलिंडर के दाम में 36 रुपये प्रति यूनिट की दर से गिरावट आई थी। वहीं 6 जुलाई को व्यावसायिक सिलिंडर के दाम में 8.5 प्रति यूनिट की दर से कमी की गई थी।

बिजनेस

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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