Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

उत्तर प्रदेश

गोरखपुर: माफिया विनोद उपाध्याय का आलीशान आशियाना होगा ध्वस्त, बुलडोजर लेकर पहुंचे अधिकारी

Published

on

Mafia Vinod Upadhyay luxurious house will be demolished in Gorakhpur

Loading

गोरखपुर। फरार चल रहे गोरखपुर जनपद के 50 हजार के इनामी माफिया विनोद उपाध्याय का गुलरिहा के मोगलहा में स्थित आलीशान आशियाना ध्वस्त होगा। बिना नक्शा पास कराए निर्माण कराने पर गोरखपुर विकास प्राधिकरण (GDA) ने माफिया को नोटिस भेजा था। तय समय सीमा के भीतर जवाब न देने पर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई हो रही है। मौके पर जीडीए के अधिकारियों के अलावा गुलरिहा थाना पुलिस व पीएसी के साथ एसपी सिटी कृष्ण कुमार बिश्नोई मौजूद हैं।

500 वर्ग मीटर पर बनवाया है आलीशान मकान

माफिया विनोद उपाध्याय ने गुलरिहा के सलेमपुर उर्फ मोगलहा में स्थित 500 वर्ग मीटर में बिना मानचित्र स्वीकृत कराए अवैध निर्माण कराया था।शिकायत पर 27 अप्रैल को जीडीए की टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच की। मकान में रह रहे लोगों से मानचित्र के बारे में पूछा तो उन्होंने कुछ नहीं बताया।

जिसके बाद जीडीए के अधिकारियों ने वाद दायर करते हुए 12 मई तक कार्यालय में प्रस्तुत होकर अपना पक्ष रखने के लिए माफिया को नोटिस दिया था लेकिन वह प्रस्तुत नहीं हुआ।

30 मई को जीडीए के पीठासीन अधिकारी ने माफिया के अवैध निर्माण को 15 दिन में ध्वस्त करने का आदेश पारित किया था, जिसके अनुपालन में शनिवार की सुबह जीडीए की टीम बुलडोजर लेकर सलेमपुर उर्फ मोगलहा स्थित माफिया के मकान पर पहुंची तो ताला बंद था। मजिस्ट्रेट को बुलाकर उनकी मौजूदगी में ताला तोड़ने के बाद मकान को खाली कराया जा रहा है। मौके पर एसपी सिटी के अलावा जीडीए व प्रशासन के अधिकारी फोर्स के साथ मौजूद हैं।

पांच करोड़ बताई जा रही कीमत

जीडीए के अधिकारियों ने अवैध तरीके से बना माफिया विनोद उपाध्याय के घर का मूल्यांकन किया है। बताया जा रहा है करीब पांच करोड़ रुपये की लागत से उसका यह मकान बना है। सलेमपुर मोगलहा के अलावा शाहपुर व गोरखनाथ के धर्मशाला बाजार में भी माफिया का ठिकाना चिन्हित है जिसके बारे में नगर निगम व जीडीए की टीम जानकारी जुटा रही है।

जिले के टाप 10 में शामिल है विनोद

जबरिया वसूली, धमकी, कूटरचित दस्तावेज तैयार कर जालसाजी करने के मामले में फरार विनोद पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित है। गुलरिहा, शाहपुर थाना पुलिस के साथ ही क्राइम ब्रांच व एसटीएएफ की टीम गोरखपुर, लखनऊ, देवरिया के साथ ही आसपास के जिलों में पिछले 20 दिन से छापेमारी कर रही है। विनोद जिले के टाप 10 व प्रदेश के 61 माफिया की सूची में शामिल है।

उत्तर प्रदेश

महाकुम्भ 2025 के सफल आयोजन के लिए 07 हजार बसों के अलावा 550 शटल बसें संचालित करेगा परिवहन निगम

Published

on

Loading

लखनऊ/प्रयागराज। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशन में उ0प्र0 परिवहन निगम दिव्य, भव्य एवं ग्रीन महाकुम्भ मेला-2025 के सफल आयोजन के लिए 07 हजार बसों को संचालित करेगा। परिवहन निगम प्रदेश के सभी महत्वपूर्ण स्थानों से सुगम, सस्ती एवं आरामदायक सुविधायें उपलब्ध कराने के लिए कटिबद्ध है।

महाकुम्भ मेला में सड़क मार्ग से पूर्वाचल से अधिक संख्या में तीर्थयात्री आते हैं। इसके दृष्टिगत पूर्वांचल के छोटे-छोटे कस्बों से मेला स्थल को जोड़ते हुए बसों के संचालन की योजना परिवहन निगम ने तैयार की है। महिला एवं वृद्ध तीर्थयात्रियों को विशेष सुविधा प्रदान करने की योजना बनाई गयी है।

3 चरणों में संचालन

एमडी परिवहन निगम मासूम अली सरवर ने बताया कि महाकुम्भ मेला 2025 के दौरान मुख्य स्नान 13 जनवरी से 26 फरवरी, 2025 के बीच पड़ रहे, जिसमें मौनी अमावस्या का शाही स्नान 29 जनवरी एवं बसंत पंचमी का शाही स्नान 03 फरवरी, 2025 को है। महाकुम्भ 2025 के दौरान लगभग 6800 परिवहन बसें एवं लगभग 200 वातानुकूलित बसों का संचालन किये जाने की योजना है।

प्रथम चरण में 12 जनवरी से 23 जनवरी तक द्वितीय चरण में 24 जनवरी से 07 फरवरी तक एवं तीसरे चरण में 08 फरवरी से 27 फरवरी तक तीन चरणों में महाकुम्भ मेले में संचालन को बाटा गया है। निगम के कुल 19 क्षेत्रों से लगभग 165 मार्गों पर निगम की बसों का संचालन किया जायेगा।

550 शटल बसें चलाई जाएंगी

एमडी परिवहन निगम ने बताया कि बसों के अतिरिक्त 550 शटल बसें विभिन्न स्थाई एवं अस्थाई बस स्टेशनों एवं विभिन्न मार्गों पर निर्धारित वाहन पार्किंग स्थलों से संगम तट के निकट स्थित भारद्वाज पार्क एवं भारत स्काउट गाइड कालेज बैक रोड तक तथा लेप्रोसी बस स्टेशन व अंधावा बस स्टेशन तक संचालित किये जाने की योजना है।

उन्होंने बताया कि मुख्य स्नान पर्व पर शश्रद्धालुओं की अत्यधिक भीड़ बढ़ने के कारण शास्त्रीपुल, फाफामऊ पुल एवं यमुना पुल यातायात हेतु प्रतिबंधित रहने की स्थिति में शहर के बाहर कुल 08 अस्थाई बस स्टेशन गठित किये जायेंगे, जिसमें झूसी बस स्टेशन, दुर्जनपुर बस स्टेशन, सरस्वतीगेट बस स्टेशन, नेहरू पार्क बस स्टेशन, बेली कछार बस स्टेशन, बेला कछार बस स्टेशन, सरस्वती हाइटेक सिटी मेनू एवं लेप्रोसी मिशन बस स्टेशन हैं।

इन मार्गों प्रभाग संचालन

एमडी ने बताया कि झूसी बस स्टेशन से दोहरी घाट, बड़हलगंज, गोला, उरूवा, खजनी, सीकरीगंज, गोरखपुर मार्ग, आजमगढ़-बलिया-मऊ व सम्बद्ध मार्ग के लिए बसों का संचालन किया जायेगा। दुर्जनपुर बस स्टेशन का उपयोग झूसी बस स्टेशन की बसों का संचालन मेला प्रशासन द्वारा रोके जाने पर किया जायेगा।

इसी प्रकार सरस्वतीगेट बस स्टेशन से बदलापुर, शाहगंज, टांडा व सम्बद्ध मार्ग एवं वाराणसी एवं संबद्ध मार्ग के लिए बसों का संचालन किया जायेगा, नेहरू पार्क बस स्टेशन से कानपुर एवं कौशाम्बी को संबद्ध मार्ग के लिए, बेला कछार बस स्टेशन से रायबरेली लखनऊ व संबद्ध मार्ग एवं फैजाबाद, अयोध्या, गोण्डा, बस्ती, बहराइच व संबद्ध मार्ग के लिए, सरस्वती हाइटेक सिटी नैनी से विन्ध्यांचल, मिर्जापुर, शक्तिनगर व संबद्ध मार्ग के लिए, लैप्रोसी मिशन बस स्टेशन से बांदा-चित्रकूट व संबद्ध मार्ग एवं रीवा-सीधी व संबद्ध मार्ग के लिए संचालन किया जायेगा।
नेहरू पार्क बस स्टेशन पर बसों का संचालन मेला प्रशासन द्वारा रोके जाने पर बसों का संचालन बेली कछार बस स्टेशन से किया जायेगा।

Continue Reading

Trending