Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

उत्तर प्रदेश

पूछताछ से थक चुकी हूं, जो सच है वही बताया: सीमा हैदर

Published

on

Signs of deportation of Seema Haider

Loading

ग्रेटर नोएडा। पाकिस्तान से नेपाल के रास्ते ग्रेटर नोएडा के रबूपुरा गांव तक पहुंची सीमा हैदर और सचिन को लेकर जांच एजेंसियां साक्ष्य जुटा रही हैं। इसलिए जब तक पूरी जांच पड़ताल नहीं होती है, तब तक दोनों पुलिस की निगरानी में ही रहेंगे। उन्हें किसी और से नहीं मिलने दिया जा रहा है।

वहीं, सीमा अब कह रही है कि वह पूछताछ से थक चुकी है और जो सच है वही बताया है। दरअसल, सीमा हैदर ने जिस आधार कार्ड से पासपोर्ट बनवाया था, उसे बनाने याले तीन लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। इसके बाद जांच एजेंसियों का संदेह और गहरा गया।

तीन दिन से पुलिस ने उनको मीडिया या बाहरी लोगों से नहीं मिलने दिया है। जांच एजेंसियों को कुछ और पूछताछ करनी है, इसलिए लगातार पुलिस और एजेंसी के अधिकारी रबूपुरा में डेरा डाले हुए हैं।

फर्जी आधार कार्ड बनाने के आरोप में बुलंदशहर के दो सगे भाई गिरफ्तार

कमिश्नरेट पुलिस ने सीमा हैदर को भारत में प्रवेश कराने के लिए फर्जी आधार कार्ड बनाने के आरोप में दो सगे भाईयों को गिरफ्तार करने का दावा किया है। हालांकि पुलिस ने उन्हें पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था, लेकिन आधिकारिक पुष्टि बुधवार रात की है।

गिरफ्तार आरोपी दो सगे भाइयों की पहचान पवन और पुष्पेंद्र कुमार के रूप में की गई है। उनके कब्जे से 15 फर्जी आधार कार्ड, तीन लैपटॉप, तीन प्रिन्टर और अन्य सामान जब्त किया है।दरअसल, पाकिस्तान से सीमा हैदर नेपाल के रास्ते जिस आधार कार्ड दिखाकर भारत में घुसी थी। उनको फर्जी बताया गया था। जांच में इस बात की पुष्टि भी हो गई है।

चूंकि बुलंदशहर के अहमदगढ़ थाना क्षेत्र के कनैनी गांव निवासी दोनों भाई जनसुविधा केंद्र चलाते हैं। वहीं पर सचिन के कहने पर आधार कार्ड बनाए गए थे। दादरी पुलिस ने आरोपी दोनों भाइयों को आरवी नार्थलैंड के पास जीटी रोड से गिरफ्तार किया है।

जगह बदल-बदल कर की जा रही पूछताछ

सचिन के घर पर पुलिस बल तैनात है और जांच के दौरान अन्य लोग बाधा न पहुंचा पाए, इसके लिए अधिकारी जगह बदलकर सीमा-सचिन से पूछताछ करते हैं।

पाकिस्तान लौटा गुलाम हैदर सरकार से लगाएगा गुहार

सीमा के पूर्व पति गुलाम हैदर का सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हुआ है। इस वीडियो में कहा कि भाइयों पाकिस्तान लौट रहा हूं, मेरी मदद करना। उम्मीद जताई जा रही है कि गुलाम हैदर पाकिस्तान सरकार से सीमा और अपने चार बच्चों को वापस बुलाने के लिए गुहार लगाएगा। वह भारत सरकार से भी इस तरह की गुहार लगा चुका है।

नेपाल के रास्ते पाकिस्तान से भारत आ गई थी सीमा

पाकिस्तान के कराची निवासी सीमा हैदर और रबूपुरा के सचिन मीणा के बीच पबजी गेम खेलने के दौरान जान-पहचान हुई थी। वीडियो कॉलिंग के जरिये नजदीकियां बढ़ने के बाद सीमा 13 मई नेपाल के रास्ते पाकिस्तान से भारत आ गई थी।

चार बच्चों संग रबूपुरा पहुंची सीमा आंबेडकर नगर में किराये पर मकान लेकर सचिन के साथ रहने लगी। मामले की भनक पुलिस को लगते ही सीमा चार बच्चों और सचिन के साथ फरार हो गई। पुलिस टीम ने सभी को हरियाणा के बल्लभगढ़ से पकड़ा था।

 

IANS News

वसुधैव कुटुंबकम’ भारत का शाश्वत संदेश : योगी आदित्यनाथ

Published

on

Loading

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के आदर्श वाक्य के महत्व पर जोर देते हुए इसे भारत की वैश्विक मानवता के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया है। उन्होंने इसे भारत का शाश्वत संदेश बताते हुए कहा कि हमने हमेशा से शांति, सौहार्द और सह-अस्तित्व को प्राथमिकता दी है। सीएम योगी ने यह बात शुक्रवार को एलडीए कॉलोनी, कानपुर रोड स्थित सिटी मॉन्टेसरी स्कूल (सीएमएस) के वर्ल्ड यूनिटी कन्वेंशन सेंटर में विश्व के मुख्य न्यायाधीशों के 25वें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करने के दौरान अपने संबोधन में कही। कार्यक्रम में 56 देशों के 178 मुख्य न्यायाधीश और डेलिगेट्स ने भाग लिया।

‘अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक’
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने भारत के संविधान के अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक बताया। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद सम्मानजनक अंतरराष्ट्रीय संबंधों को विकसित करने और संघर्षों को शांतिपूर्ण ढंग से हल करने के लिए नैतिक मार्ग का अनुसरण करने के लिए हम सभी को प्रेरित करता है। उन्होंने समारोह को प्रेरणादायक बताते हुए कहा कि 26 नवंबर 2024 को संविधान अंगीकरण के 75 वर्ष पूरे होंगे। यह संविधान के अंगीकृत होने के अमृत महोत्सव वर्ष की शुरुआत के दौरान आयोजित हो रहा है।

‘युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है’
योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संयुक्त राष्ट्र के ‘समिट ऑफ दि फ्यूचर’ में दिये गये संबोधन की चर्चा करते हुए कहा कि युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है। युद्ध ने दुनिया के ढाई अरब बच्चों के भविष्य को खतरे में डाला है। उन्होंने दुनिया के नेताओं से आग्रह किया कि वे एकजुट होकर आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ, सुरक्षित और भयमुक्त समाज का निर्माण करें। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सम्मेलन को वैश्विक संवाद और सहयोग का मंच बताते हुए विश्वास व्यक्त किया कि अनुच्छेद 51 की भावना के अनुरूप यह आयोजन विश्व कल्याण के मार्ग को प्रशस्त करेगा। उन्होंने दुनिया भर के न्यायाधीशों से इस दिशा में सक्रिय योगदान देने का भी आह्वान किया।

‘भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध’
मुख्यमंत्री ने संविधान के अनुच्छेद 51 की चर्चा करते हुए कहा कि यह वैश्विक शांति और सौहार्द की दिशा में भारत की सोच को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद संघर्षों के शांतिपूर्ण समाधान और सभी देशों के बीच सम्मानजनक संबंधों को बढ़ावा देने का संदेश देता है। मुख्यमंत्री ने भारत की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की सक्रिय भागीदारी से यह स्पष्ट होता है कि भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध है।

सीएमएस के संस्थापक को दी श्रद्धांजलि
सीएमएस के संस्थापक डॉ. जगदीश गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी दूरदृष्टि और प्रयासों से यह सम्मेलन एक महत्वपूर्ण मंच बना है। उन्होंने डॉ. भारती गांधी और गीता गांधी को इस कार्यक्रम को अनवरत जारी रखने के लिए धन्यवाद दिया।

इस अवसर पर हंगरी की पूर्व राष्ट्रपति, हैती रिपब्लिक के पूर्व प्रधानमंत्री सहित दुनिया के 56 देशों से आए हुए न्यायमूर्तिगण, सीएमएस की संस्थापक निदेशक डॉ भारती गांधी, प्रबंधक गीता गांधी किंगडन समेत स्कूली बच्चे और अभिभावकगण मौजूद रहे।

Continue Reading

Trending