उत्तर प्रदेश
अतीक का वकील विजय मिश्रा गिरफ्तार, उमेश हत्याकांड में साजिश रचने का आरोप
लखनऊ। उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (UPSTF) ने उमेश पाल हत्याकांड में बड़ी कार्रवाई की है। STF ने दिवंगत माफिया अतीक अहमद के वकील विजय मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया है। मिश्रा की गिरफ्तारी लखनऊ से हुई है। उस पर उमेश पाल हत्याकांड में साजिश रचने का आरोप लगा है।
विजय मिश्रा पर उमेश पाल के लोकेशन शूटर को शेयर करने का आरोप है। साथ ही, बरेली जेल में बंद रहने के दौरान अतीक अहमद के भाई दानिश अजीम उर्फ अशरफ से लगातार संपर्क में रहने की भी बात कही जा रही है। सूत्रों के हवाले से दावा किया जा रहा है कि लखनऊ के हयात होटल में विजय मिश्रा किसी महिला के साथ रुका हुआ था।
कौन थी महिला, ली जा रही जानकारी
विजय मिश्रा के साथ हयात होटल में कौन महिला रुकी थी, इसकी जानकारी जुटाई जा रही है। इस संबंध में पुलिस की जांच चल रही है। सूत्रों का दावा है कि महिला का माफिया अतीक के साथ सीधा संबंध है। हालांकि, अभी तक उसकी पहचान सामने नहीं आई है। विजय मिश्रा को लेकर यह भी दावा किया जा रहा है कि अतीक और अशरफ की हत्या की रात यानी 15 अप्रैल को वह कॉल्विन हॉस्पिटल के बाहर मौजूद था।
गौरतलब है कि प्रयागराज के कॉल्विन हॉस्पिटल परिसर में 15 अप्रैल की रात करीब 10:35 बजे तीन हमलावरों ने अतीक और अशरफ को गोलियों से छलनी कर दिया था। तीनों हमलावर मीडियाकर्मी के वेश में हॉस्पिटल परिसर में पहुंचे थे। विजय मिश्रा पर अतीक अहमद के नाम पर रंगदारी मांगने का एफआईआर भी दर्ज है।
प्लाई व्यापारी से रंगदारी मांगने का है आरोप
वकील विजय मिश्रा पर प्रयागराज में प्लाई व्यापारी से रंगदारी मांगने का केस दर्ज है। इस मामले में उस पर शिकंजा कसा है। इसके अलावा उसके अतीक परिवार से भी करीबी संबंध होने की बात कही जा रही है।
उमेश पाल मर्डर केस में अभी अतीक अहमद की पत्नी और 50 हजार की इनामी शाइस्ता परवीन की तलाशी चल रही है। उसे पकड़ पाने में अब तक यूपी पुलिस कामयाब नहीं हो पाई है। विजय मिश्रा को हिरासत में लिए जाने के बाद इनकी जानकारी यूपी एसटीएफ वकील से मांग सकती है।
शाइस्ता के अलावा अशरफ की पत्नी जैनब फातिमा पर भी केस दर्ज है। पिछले दिनों विजय मिश्रा ने अतीक के नाबालिग बेटों की कस्टडी अतीक के बड़े बहनोई को देने की वकालत की थी। उमेश पाल हत्याकांड में साजिश रचने के आरोपी दोनों नाबालिग बेटों को पुलिस ने रिमांड होम में रखा है।
IANS News
वसुधैव कुटुंबकम’ भारत का शाश्वत संदेश : योगी आदित्यनाथ
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के आदर्श वाक्य के महत्व पर जोर देते हुए इसे भारत की वैश्विक मानवता के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया है। उन्होंने इसे भारत का शाश्वत संदेश बताते हुए कहा कि हमने हमेशा से शांति, सौहार्द और सह-अस्तित्व को प्राथमिकता दी है। सीएम योगी ने यह बात शुक्रवार को एलडीए कॉलोनी, कानपुर रोड स्थित सिटी मॉन्टेसरी स्कूल (सीएमएस) के वर्ल्ड यूनिटी कन्वेंशन सेंटर में विश्व के मुख्य न्यायाधीशों के 25वें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करने के दौरान अपने संबोधन में कही। कार्यक्रम में 56 देशों के 178 मुख्य न्यायाधीश और डेलिगेट्स ने भाग लिया।
‘अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक’
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने भारत के संविधान के अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक बताया। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद सम्मानजनक अंतरराष्ट्रीय संबंधों को विकसित करने और संघर्षों को शांतिपूर्ण ढंग से हल करने के लिए नैतिक मार्ग का अनुसरण करने के लिए हम सभी को प्रेरित करता है। उन्होंने समारोह को प्रेरणादायक बताते हुए कहा कि 26 नवंबर 2024 को संविधान अंगीकरण के 75 वर्ष पूरे होंगे। यह संविधान के अंगीकृत होने के अमृत महोत्सव वर्ष की शुरुआत के दौरान आयोजित हो रहा है।
‘युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है’
योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संयुक्त राष्ट्र के ‘समिट ऑफ दि फ्यूचर’ में दिये गये संबोधन की चर्चा करते हुए कहा कि युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है। युद्ध ने दुनिया के ढाई अरब बच्चों के भविष्य को खतरे में डाला है। उन्होंने दुनिया के नेताओं से आग्रह किया कि वे एकजुट होकर आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ, सुरक्षित और भयमुक्त समाज का निर्माण करें। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सम्मेलन को वैश्विक संवाद और सहयोग का मंच बताते हुए विश्वास व्यक्त किया कि अनुच्छेद 51 की भावना के अनुरूप यह आयोजन विश्व कल्याण के मार्ग को प्रशस्त करेगा। उन्होंने दुनिया भर के न्यायाधीशों से इस दिशा में सक्रिय योगदान देने का भी आह्वान किया।
‘भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध’
मुख्यमंत्री ने संविधान के अनुच्छेद 51 की चर्चा करते हुए कहा कि यह वैश्विक शांति और सौहार्द की दिशा में भारत की सोच को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद संघर्षों के शांतिपूर्ण समाधान और सभी देशों के बीच सम्मानजनक संबंधों को बढ़ावा देने का संदेश देता है। मुख्यमंत्री ने भारत की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की सक्रिय भागीदारी से यह स्पष्ट होता है कि भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध है।
सीएमएस के संस्थापक को दी श्रद्धांजलि
सीएमएस के संस्थापक डॉ. जगदीश गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी दूरदृष्टि और प्रयासों से यह सम्मेलन एक महत्वपूर्ण मंच बना है। उन्होंने डॉ. भारती गांधी और गीता गांधी को इस कार्यक्रम को अनवरत जारी रखने के लिए धन्यवाद दिया।
इस अवसर पर हंगरी की पूर्व राष्ट्रपति, हैती रिपब्लिक के पूर्व प्रधानमंत्री सहित दुनिया के 56 देशों से आए हुए न्यायमूर्तिगण, सीएमएस की संस्थापक निदेशक डॉ भारती गांधी, प्रबंधक गीता गांधी किंगडन समेत स्कूली बच्चे और अभिभावकगण मौजूद रहे।
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