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बिजनेस

एचडीएफसी बैंक ने लॉन्च किया कार्डलेस ईज़ी ईएमआई, आसानी से मिलेगा क़र्ज़  

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HDFC Bank launches Cardless Easy EMI, easy loan available

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मुंबई। भारत के निजी क्षेत्र के अग्रणी बैंक, एचडीएफसी बैंक ने आज एंड-टू-एंड डिजिटल उपभोक्ता ऋण ‘कार्डलेस ईज़ीईएमआई’ (EasyEMI) लॉन्च करने की घोषणा की। बैंक ने सभी के लिए ऋण सक्षम करने वाला मंच 100% डिजिटल-फर्स्ट पे शॉपसे (ShopSe) के साथ साझेदारी की है

यह कार्ड अनावरण मुंबई में ग्लोबल फिनटेक फेस्ट 2023 में किया गया, यह अभिनव पेशकश पूरी तरह से डिजिटल और निर्बाध ऋण अनुभव की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

‘कार्डलेस ईज़ीईएमआई’ (EasyEMI)  कार्यक्रम ग्राहकों को भौतिक दस्तावेजों या सहायता की आवश्यकता के बिना, आसानी से क्रेडिट के लाभों को अपनाने का अधिकार देता है। भाग लेने वाले शॉपसे (ShopSe) या बैंक व्यापारियों पर एक सरल क्यूआर कोड स्कैन के माध्यम से, ग्राहक अपनी खरीदारी को सुविधाजनक ईएमआई में बदलने की क्षमता प्राप्त करते हैं। ब्रांडों और व्यापारियों के साथ ये गहन एकीकरण सभी ग्राहकों को 5 मिनट से कम समय में क्रेडिट तक पहुंचने में सक्षम बनाएगा।

मौजूदा एचडीएफसी बैंक ग्राहक पूर्व-अनुमोदित ऑफ़र की प्रतीक्षा कर सकते हैं, जबकि नए ग्राहक पहचान के रूप में अपने पैन कार्ड और मोबाइल नंबर का उपयोग करके 12 महीने की अवधि के लिए 60,000 रुपये तक के तत्काल उपभोक्ता टिकाऊ ऋण प्राप्त कर सकते हैं।

लॉन्च पर टिप्पणी करते हुए पराग राव, कंट्री हेड – पेमेंट्स, कंज्यूमर फाइनेंस, टेक्नोलॉजी और डिजिटल बैंकिंग, एचडीएफसी बैंक ने कहा, “एचडीएफसी बैंक में, शॉपसे (ShopSe) जैसे फिनटेक के साथ मिलकर काम करने का हमारा लक्ष्य ग्राहकों को ऐसे अनुभव प्रदान करना है जो डिजिटल रूप से सक्षम हैं और चलते-फिरते सुविधा प्रदान करते हैं।”

शॉपसे (ShopSe) इंडिया के सीईओ पल्लव जैन ने कहा, “हम अपनी तरह की अनूठी डिजिटल यात्रा के माध्यम से अपने प्लेटफॉर्म पर सामर्थ्य विकल्पों के साथ देश भर में खुदरा विक्रेताओं और ग्राहकों को सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। कार्डलेस ईज़ीईएमआई एचडीएफसी बैंक के साथ एक ऐसा परेशानी मुक्त डिजिटल वित्त विकल्प है, जिसे कोई भी ग्राहक पूरी तरह से शुरू से अंत तक कर सकता है।”

कार्डलेस ईज़ीईएमआई’  (EasyEMI) की मुख्य विशेषताएं:

  • क्रेडिट सीमा ₹10,000 से ₹60,000 तक है
  • केवल एक पैन कार्ड और मोबाइल नंबर के साथ तुरंत ऋण स्वीकृतियां
  • निर्बाध यात्रा के लिए दस्तावेज़ीकरण संबंधी झंझटों का उन्मूलन
  • विभिन्न आवश्यकताओं को समायोजित करते हुए पुनर्भुगतान के लिए लचीले विकल्प
  • स्कैनिंग और भुगतान के माध्यम से स्वयं करें (DIY) यात्रा को सुव्यवस्थित किया गया
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जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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